Ethereum लेयर 2 ट्रांजैक्शन फीस में कमी चाहते हैं Vitalik Buterin


डीसेंट्रलाइज्ड ब्लॉकचेन Ethereum के को-फाउंडर Vitalik Buterin का कहना है कि Ethereum नेटवर्क पर गैस फीस को तभी वास्तव में स्वीकार किया जाएगा जब इसे घटाकर 0.05 डॉलर तक किया जाए। उन्होंने पॉडकास्ट होस्ट Ryan Sean Adams के एक ट्वीट के उत्तर में यह प्रतिक्रिया दी। Adams ने एक स्क्रीनशॉट शेयर कर आठ Ethereum लेयर 2 प्लेटफॉर्म्स पर औसत ट्रांजैक्शन फीस की जानकारी दी थी। इसके साथ ही यह बताने की कोशिश की थी कि Ethereum पर फीस अधिक नहीं है। 

इस स्क्रीनशॉट में एक वेबसाइट की ओर से ट्रैक की गई फीस की जानकारी थी। इसमें Ether के लेयर 1 नेटवर्क की लेयर 2 नेटवर्क के साथ कॉस्ट की तुलना की गई थी। इसमें लेयर 2 रोलअप Metis Network के लिए फीस 0.02 डॉलर से Arbitrum One के लिए 0.85 डॉलर तक थी। Adams ने Ethereum को पहुंच में रखने के लिए लेयर 2 के महत्व पर जोर दिया और कहा कि Ethereum महंगा नहीं है। हालांकि, इसके उत्तर में Buterin ने कहा कि अभी तक ऐसा नहीं है। उनका कहना था कि इसे वास्तव में पहुंच में होने के लिए 0.05 डॉलर से कम रखना होगा। इसे लेकर कोशिशें की जा रही हैं। 

Buterin ने फीस को कम करने के लिए EIP-4844 की बारे में जानकारी दी। यह Ethereum का हाल ही में प्रस्तावित अपग्रेड है। इसके अलावा एनर्जी एफिशिएंसी के लिए भी Ethereum के सॉफ्टवेयर को अपग्रेड किया जा रहा है। इस अपग्रेड पर काम कर रहे डिवेलपर्स ने इसकी टेस्टिंग में एक बड़ी सफलता हासिल की है। Ethereum के डिवेलपर Marius Van Der Wijden ने बताया था कि इससे यह अधिक एनर्जी एफिशिएंट बनेगा। इस अपग्रेड को ‘Merge’ कहा जा रहा है। इससे Ethereum नेटवर्क पर ट्रांजैक्शंस के लिए ऑर्डर का तरीका बदल जाएगा और इससे ट्रांजैक्शंस बढ़ने का भी अनुमान है। 

इससे Ethereum की इलेक्ट्रिसिटी की खपत 99 प्रतिशत तक घटने की उम्मीद है। Ethereum माइनर्स को ब्लॉकचेन पर ट्रांजैक्शंस का ऑर्डर देने के लिए बड़े सर्वर फार्म्स का इस्तेमाल करना पड़ता है जिससे इलेक्ट्रिसिटी की अधिक खपत होती है और कार्बन एमिशन बढ़ता है। एक अनुमान में बताया गया था कि Ethereum की एक ट्रांजैक्शन की इलेक्ट्रिसिटी का इस्तेमाल 1,40,893 वीजा क्रेडिट कार्ड ट्रांजैक्शंस के बराबर है। यह अपग्रेड होने के बाद Ethereum की ट्रांजैक्शन के लिए ऑर्डर stakers से दिया जाएगा। इस सिस्टम को प्रूफ ऑफ स्टेक कहा जाता है। क्रिप्टो एक्टिविटीज के कारण कुछ देशों में इलेक्ट्रिसिटी की कमी हुई थी। इस समस्या से निपटने के लिए चीन ने पिछले वर्ष क्रिप्टो माइनिंग पर रोक लगा दी थी। कुछ अन्य देशों में भी इसी कारण से क्रिप्टो माइनिंग का विरोध हो रहा है। 
 

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