अडानी ट्रांसमिशन के शेयर में आज आई जबरदस्त तेजी! आखिर क्या है इसकी वजह?


नई दिल्ली. अडानी ट्रांसमिशन द्वारा एस्सार पावर ट्रांसमिशन कंपनी (ईपीटीसीएल) में 100 फीसदी हिस्सेदारी हासिल करने की घोषणा के बाद सोमवार को कंपनी के शेयरों में करीब 3.9 फीसदी तक का उछाल देखने को मिला. हालांकि, बाद में मार्केट सेंटीमेंट के दबाव में ये कुछ नीचे गिरा लेकिन फिर भी यह शेयर 3.12 फीसदी  की बढ़त के साथ बंद हुआ.

इस अधिग्रहण की लागत 1,913 करोड़ रुपये है. कंपनी के शेयर फिलहाल प्राइस टू बुक वैल्यू के मुकाबले 26 गुना और अर्निंग पर शेयर के मुकाबले 181 गुना ऊपर ट्रेड कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें- लंबी अवधि में मजबूत दिख रहा भारतीय शेयर बाजार, निवेशकों के पास है खरीदारी का मौका

अडानी ट्रांसमिशन हुई और मजबूत
एस्सार ट्रांसमिशन के अधिग्रहण से मध्य भारत में अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड (एटीएल) की उपस्थिति और मजबूत होगी. इस अधिग्रहण के साथ एटीएल समय से पहले अपने 20,000 सीकेटी (सर्किट किलोमीटर) लक्ष्य को प्राप्त करने की राह पर है. एटीएल के एमडी और सीईओ अनिल सरदाना ने कहा, “हम ग्रिड स्थिरता के मामले में सबसे आगे हैं और भरोसेमंद व किफायती ऊर्जा प्रदान करने के साथ-साथ हितधारकों के लिए लंबी अवधि के लिए स्थाई मूल्य तैयार कर रहे हैं.”

कंपनी का बयान
अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड ने कहा, “यह अधिग्रहण ऑर्गेनिक और इन-ऑर्गेनिक वृद्धि के अवसरों के माध्यम कंपनी की वेल्यू-ऐडेड विकास की रणनीति का हिस्सा है. इस अधिग्रहण के साथ, एटीएल का संचयी नेटवर्क 19,468 सीकेटी तक पहुंच जाएगा. इसमें से 14,952 सीकेटी परिचालन में है और 4,516 सीकेटी एग्जिक्यूशन के अलग-अलग स्टेज में है.

ये भी पढ़ें- Infosys के शेयर हाई से 22 प्रतिशत गिरे, फिर भी जेफरीज ने क्यों दी खरीदने की सलाह ?

एस्सार ट्रांसमिशन की क्षमता
एस्सार पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड (ईपीटीसीएल) की तीन राज्यों में 465 किलोमीटर की ट्रांसमिशन लाइनें हैं. सौदा 400 kV की अंतर-राज्यीय ट्रांसमिशन लाइन्स का हुआ है जो महान को सीपत पूलिंग सबस्टेशन से जोड़ती है. परियोजना सीईआरसी विनियमित रिटर्न ढांचे के तहत संचालित होती है और 22 सितंबर 2018 को चालू की गई थी. प्रस्तावित सौदा चरणों में पूरा किया जाएगा. फिलहाल इसे आवश्यक नियामकीय व अन्य सहमतियां मिलना बाकी हैं.

शेयरों पर जानकारों की राय

अडानी ट्रांसमिशन के शेयरों को लेकर प्रोफिशिएंट इक्विटीज लिमिटेड के मनोज डालमिया कहते हैं कि यह अधिग्रहण कंपनी की वैल्यू-ऐडेड ग्रोथ रणनीति का हिस्सा है जिससे इसके शेयर लॉन्ग टर्म के लिए अच्छे दिख रहे हैं. हालांकि, इस शेयर का कोई तय ट्रेंड नहीं है और 1830 रुपये से नीचे जाते ही यह 1665 रुपये तक लुढ़क सकता है.

ये भी पढ़ें- 5 रुपये से बढ़कर 185 रुपये पहुंचा ये मल्टीबैगर पेनी स्टॉक, 1 लाख को बना दिया 33 लाख

Tags: Adani Group

image Source

Enable Notifications OK No thanks