जब सचिन तेंदुलकर का शारजाह में आया ‘डेजर्ट स्टॉर्म’; आज भी रोमांचित करती है वो पारी


नई दिल्ली. क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर का शुमार दुनिया के महानतम क्रिकेटरों में किया जाता है. उन्होंने अपने क्रिकेट करियर के दौरान कई महत्वपूर्ण पारियां खेलीं. 24 साल पहले 22 अप्रैल 1998 को शारजाह में सचिन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धमाकेदार शतक लगाया था. क्रिकेट इतिहास में उनकी यह पारी ‘डेजर्ट स्टॉर्म’ के नाम से मशहूर है. इस मुकाबले में पारी का आगाज करने उतरे सचिन ने कंगारू गेंदबाजों की जमकर खबर ली. उन्होंने आतिशी बल्लेबाजी करते हुए 143 रन बनाए थे.

साल 1998 में कोका कोला कप का आयोजन शारजाह में किया गया है. इस त्रिकोणीय सीरीज में भारत, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की टीमों ने भाग लिया. सीरीज का छठा मुकाबला 22 अप्रैल को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया. इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए 7 विकेट पर 284 रन बनाए. ऑस्ट्रेलिया की और से माइकल बेवन ने 101 रन की नाबाद पारी खेली. मार्क वॉ ने 81 रन बनाए. भारत की तरफ से वेंकटेश प्रसाद सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 2 विकेट लिए.

सचिन की ‘डेजर्ट स्टॉर्म’ पारी
ऑस्ट्रेलिया की पारी जब समाप्त हुई तो ब्रेक के दौरान तूफान आया था. कुछ देर बाद तूफान तो चल गया. लेकिन बाद में सचिन ने जो तूफानी पारी खेली वह आज भी क्रिकेटप्रेमियों के जेहन में है. पारी का आगाज करने उतरे तेदुलकर ने ऑस्ट्रेलियाई आक्रमण की धज्जियां उड़ाते हुए 131 गेद पर 143 रन की विस्फोटक पारी खेली. उन्होंने अपनी पारी के दौरान 9 चौके और 5 छक्के लगाए. उनके आगे डेमियन फ्लेमिंग, माइकल कास्प्रोविच और शेन वॉर्न जैसे गेंदबाज बौने नजर आए. इसी पारी को डेजर्ट स्टॉर्म कहा गया.

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मैच हारकर भी क्वालिफाई कर गया भारत
भारत को मुकाबला जीतने के लिए संशोधित 276 रन का टारगेट मिला था. जो उसे 46 ओवर में पूरा करना था. भारतीय टीम निर्धारित 46 ओवरों में पांच विकेट पर 250 रन ही बना पाई. ऑस्ट्रेलिया ने यह मैच 26 रन से जीत लिया. लेकिन हार के बावजूद भारत को निराश नहीं होना पड़ा. दरअसल, भारत को फाइनल के लिए क्वालीफाई करने की खातिर इस मैच में 46 ओवर में 236 रन बनाने की जरूरत थी. भारत ने यह स्कोर पार कर रनरेट में न्यूजीलैंड को पीछे छोड़ा और फाइनल में जगह बनाई. सचिन को यह बात अच्छी तरह मालूम थी, इसलिए उन्होंने जीतने के लिए अतिरिक्त जोखिम लेने की बजाय फाइनल के गणित पर फोकस किया. 24 अप्रैल को खेले गए फाइनल में क्या हुआ? सचिन ने अपने जन्मदिन पर क्या कमाल दिखाया, यह हम ऑन दिस डे की अगली स्टोरी में बताएंगे.

Tags: Australia, On This Day, Sachin tendulkar, Sharjah

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