अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस पर कौन-कौन से योगासन-प्राणायाम कराए जाते हैं, जान लें प्रोटोकॉल


नई दिल्‍ली. इस बार 21 जून को 8 वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day 2022) मनाया जा रहा है. इस योग उत्‍सव को लेकर सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विश्‍व भर में तैयारियां चल रही हैं. आज से योग उत्‍सव के 25 दिन बचे हैं ऐसे में योगा डे का काउंटडाउन (Yoga day Countdown) भी शुरू कर दिया गया है. खास बात है कि हर साल सामूहिक रूप से होने वाला योग अभ्‍यास कार्यक्रम इस बार दिल्‍ली नहीं बल्कि मैसूर में आयोजित होगा और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) इसमें शामिल होकर सामूहिक रूप से योगाभ्‍यास करेंगे लेकिन क्‍या आपको मालूम है कि हर साल योग दिवस के दिन होने वाले सामूहिक योग कार्यक्रम में विशेष रूप से कुछ योगासन (Yogasana) कराए जाते हैं. इसके लिए पूरा का पूरा प्रोटोकॉल तैयार होता है. इस प्रोटोकॉल के अनुसार ही योग, आसन, प्राणायाम, प्रार्थना और योग दिवस का समापन किया जाता है. आईए आज आपको योग दिवस के इस कॉमन प्रोटोकॉल के बारे में बताते हैं.

अगर आप भी अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस के दिन पूरे देश के साथ योगासन करना चाहते हैं तो पहले से ही प्रोटोकॉल के अनुसार इसकी तैयारी कर सकते हैं. इसके लिए प्रोटोकॉल की जानकारी यहां नीचे दी जा रही है. जिसमें योग दिवस कार्यक्रम शुरू होने से लेकर खत्‍म होने तक की जानकारी शामिल है. आयुष मंत्रालय की ओर से आयोजित योग कार्यक्रमों में सहभागिता करने वाले एसएम योग रिसर्च इंस्‍टीट्यूट एंड नेचुरोपैथी अस्‍पताल इंडिया के सचिव और शांति मार्ग द योगाश्रम अमेरिका के फाउंडर व सीईओ योगगुरु डॉ. बालमुकुंद शास्‍त्री कहते हैं कि योग दिवस पर सामूहिक योग में शामिल होने की इच्‍छा रखने वाले लोग इस प्रोटोकॉल के हिसाब से अभी से योगासनों का अभ्‍यास भी शुरू करते हैं तो उस दिन आसानी से इस उत्‍सव में शामिल हो पाएंगे.

ये है योग दिवस का कॉमन प्रोटोकॉल

1- प्रार्थना
शास्‍त्री बताते हैं कि 21 जून को अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस के दिन सबसे पहले प्रार्थना करवाई जाती है.

2- सदलज या चालन क्रिया, शिथिलिकरण अभ्‍यास
इसके बाद चालन क्रिया या शिथिलिकरण अभ्‍यास कराया जाता है. यह विशेष रूप से शरीर के अंगों को थोड़ा शिथिल या लचीला बनाने के लिए किया जाता है ताकि कोई भी योगासन करने के दौरान शरीर इसके अनुकूल रहे और योगासन करने में आसानी रहे. इस क्रिया में ग्रीवा चालन, स्‍कंध संचालन, कटि यानि कमर संचालन और घुटने का संचालन कराया जाता है. ये वे जोड़ या मोड़ हैं, जो योगासनों के दौरान मुड़ते हैं.

3- योगासन (Yogasana)
कॉमन प्रोटोकॉल के अनुसार शरीर को लचीला करने के बाद योगासन कराए जाते हैं. जिनमें चार प्रकार से आसन कराए जाते हैं.

खड़े होकर किए जाने वाले आसन
ताड़ासन
वृक्षासन
पादहस्‍तासन
अर्धचक्रासन
त्रिकोणासन

बैठकर किए जाने वाले आसन
भद्रासन
वज्रासन या वीरासन
अर्ध उष्‍ट्रासन
उष्‍ट्रासन
शशांकासन
उत्‍तानमंडूकासन
मरीच्‍यासन या वक्रासन

उदर यानि पेट के बल लेटकर किए जाने वाले आसन
मकरासन
भुजंगासन
शलभासन

पीठ के बल लेटकर किए जाने वाले आसन
सेतुबंधासन
उत्‍तानपादासन
अर्धहलासन
पवनमुक्‍तासन
शवासन

4- कपालभाति

5-प्राणायाम (Pranayam)
इसके बाद श्‍वास के लिए तीन प्रमुख प्राणायाम भी योग दिवस पर कराए जाते हैं.
नाड़ीशोधन या अनुलोम विलोम प्राणायाम
शीतली प्राणायाम
भ्रामरी प्राणायाम

6- ध्‍यान (Meditation)
योग दिवस पर कुछ देर के लिए ध्‍यान मुद्रा भी कराई जाती है.

7- संकल्‍प 
फिर योग करने वाले सभी लोगों को रोजाना योग को अपने जीवन में शामिल करने के लिए संकल्‍प कराया जाता है.

8- शांतिपाठ
सबसे अंत में विश्‍व, देश, राज्‍य, समाज की शांति के लिए शांतिपाठ कराया जाता है.

आयुष मंत्रालय कर रहा है भव्‍य तैयारी
अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस को भव्‍य तरीके से मनाने के लिए केंद्र सरकार का आयुष मंत्रालय पुरजोर तरीके से लगा हुआ है. यही वजह है कि इस दिन भारत ब्रांडिंग के साथ 75 विरासत स्थलों पर योग अभ्यास के आयोजन की योजना बनाई गई है. साथ ही सूर्य की गति के साथ जापान से शुरू करके विश्‍व के अन्‍य देशों में हो रहे योग दिवस के कार्यक्रमों को भी प्रसारित किया जाएगा.

Tags: International Day of Yoga, Yoga, Yogasan

image Source

Enable Notifications OK No thanks