PM मोदी ने की सिख नेताओं से मुलाकात, आखिर क्यों कहा- “भारत का जन्म 1947 में थोड़े ही हुआ है”, देखें VIDEO


नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 फरवरी को राजधानी दिल्ली में अपने सरकारी आवास ”7 लोक कल्याण मार्ग” पर कुछ वरिष्ठ सिख नेताओं से मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान हुई बातचीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिख नेताओं से कहा कि भारत का जन्म 1947 में नहीं हुआ. आपको बता दें कि 20 फरवरी को पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 के लिए मतदान होना है.

इमरजेंसी में मैंने सिख की वेश भूषा धारण की थी
पीएमओ की ओर से जारी एक वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते सुनाई पड़ रहे हैं, “यह देश कोई 1947 में पैदा थोड़े ही हुआ है जी…हमारे गुरुओं ने कितनी तपस्या की है…हमने इमरजेंसी ऑपरेशन के समय बहुत पीड़ाएं सहीं. उस दौरान पंजाब में इमरजेंसी के खिलाफ सत्याग्रह हुआ करते थे. मैं उस समय अंडरग्राउंड था. मैं अपनी पहचान छिपाने के लिए एक सिख का भेष बना कर रहता था. मैं पगड़ी पहना करता था.”

मैं करतारपुर साहिब को दूरबीन से देखा करता था
सिख नेताओं से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 1947 में जब देश का विभाजन हुआ तो कांग्रेस करतारपुर साहिब गुरुद्वारे को भारत के पास रखने में विफल रही. अब करतारपुर साहिब गुरुद्वारा पंजाब से सिर्फ 6 किलोमीटर दूर, पाकिस्तान में पड़ता है. मैंने कूटनीतिक रास्ते से करतारपुर कॉरिडोर के लिए बात शुरू की. जब मैं पंजाब में रहा करता था तो दूरबीन से करतारपुर साहिब गुरुद्वारे को देखा करता था. उस समय मैं सोचा करता था कि हमें कुछ करना होगा.”

मेरा आपके साथ खून का रिश्ता है: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, “गुरुओं की कृपा से हम यह पवित्र काम कर पाए. जो काम हमने इतने छोटे समय में कर लिया यह बिना श्रद्धा के संभव नहीं था.” इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफगानिस्तान से सम्मानपूर्वक गुरु ग्रंथ साहेब को भारत वापस लाए जाने का जिक्र भी किया. उन्होंने कहा, ”हमने एक विशेष विमान का इंतजाम किया. मैंने अपने मंत्री को गुरु ग्रंथ साहेब को सम्मान के साथ भारत वापस लाने को कहा. गुजरात का होने के नाते मैं यह कहना चाहता हूं कि मेरा आपके साथ खून का रिश्ता है. क्योंकि गुरु गोविंद सिंह जी के पंज प्यारों में से एक गुजरात से भी थे.”

Tags: Kartarpur Sahib, PM Modi, Sikh Community





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