क्या कांग्रेस की डूबी नैया को सहारा देंगे प्रशांत किशोर, गुजरात चुनावों में कराएंगे बेड़ा पार? अटकलें तेज


नई दिल्लीः राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) क्या एक बार फिर कांग्रेस (Congress) से हाथ मिलाने की तैयारी कर रहे हैं? क्या आगामी गुजरात विधानसभा चुनावों (Gujarat assembly elections) में प्रशांत किशोर यानी पीके कांग्रेस की नैया पार लगाने में मदद करेंगे? एनडीटीवी की रिपोर्ट की मानें तो इन सवालों के जवाब ‘हां’ में मिल सकते हैं. सूत्रों के हवाले से एनडीटीवी ने दावा किया है कि कांग्रेस का हाथ थामने की जो बातचीत पिछले साल अधर में छूट गई थी, प्रशांत किशोर अब उसे मुकाम तक ले जाना चाहते हैं.

कई राजनीतिक दलों को चुनावों में जीत हासिल करने में मदद का श्रेय लेने वाले प्रशांत किशोर कांग्रेस के साथ मिलकर काम करने के लिए पिछले साल तक जोरशोर से जुटे हुए थे. इसके लिए उनकी सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से कई दौर की बातचीत भी हो चुकी थी. लेकिन सितंबर 2021 में दोनों के रास्ते अलग हो गए थे. प्रशांत पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के लिए चुनावी रणनीति बनाने में जुट गए. इधर कांग्रेस ने प्रशांत किशोर के पूर्व सहयोगी के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन कर लिया. इसके बाद प्रशांत किशोर ने कांग्रेस पर तीखे हमले किए थे. उन्होंने यहां तक कह दिया था कि कांग्रेस का नेतृत्व करने का किसी खास व्यक्ति को दैवीय अधिकार नहीं मिला हुआ है, खासकर तब जबकि पार्टी पिछले 10 साल में 90 फीसदी चुनाव हार चुकी है.

प्रशांत ने साधा राहुल गांधी से संपर्क?
अब एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि प्रशांत किशोर ने कांग्रेस के लिए काम करने के इरादे से एक बार फिर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से संपर्क साधा है. इस बार वह गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए काम करना चाहते हैं. लेकिन उनकी ये पेशकश वन टाइम के लिए ही है. मंगलवार को गुजरात कांग्रेस के नेताओं के साथ राहुल गांधी की बैठक में भी प्रशांत किशोर का मसला उठा था. गुजरात कांग्रेस के कई नेता प्रशांत किशोर को पार्टी के चुनाव अभियान से जोड़ने के पक्ष में हैं. लेकिन अंतिम फैसला राहुल गांधी को ही करना है. हालांकि प्रशांत किशोर के करीबियों ने इस तरह की खबरों का खंडन किया है.

कांग्रेस में दिखा प्रशांत को दम
प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने इस साल की शुरुआत में कहा था कि प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की वास्तविक संभावना थी, लेकिन कई कारणों से यह साझेदारी शुरू नहीं हो पाई. प्रशांत किशोर ने भी एक टीवी इंटरव्यू में कहा था कि भले ही मैं कांग्रेस में जाना चाह रहा था, लेकिन मेरी और उनकी सोच नहीं मिल पाई. करीब 4-5 महीने तक कांग्रेस से बातचीत हुई, मगर कुछ हो नहीं पाया. 5 राज्यों के हालिया विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के बाद भी प्रशांत किशोर ने कहा था कि 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के पास मौका है. अगर वह एकजुट रहे तो बीजेपी को मजबूत चुनौती दे सकती है. प्रशांत ने कहा था कि इसके लिए कांग्रेस को वापस जमीन पर आना होगा, पुनर्जन्म लेना होगा. आत्मा, विचार और विचारधाराएं अपनी जगह हैं और बनी रहती हैं, लेकिन बाकी सब कुछ नया होना चाहिए.

Tags: Congress, Prashant Kishor



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