ऑटो मैन्युफैक्चरिंग में भी प्रतिभा दिखा रही हैं महिलाएं, MG, टाटा मोटर्स, हीरो समेत कई कंपनियां दे रही हैं प्रोत्साहन


हाइलाइट्स

मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स में जेंडर डायवर्सिटी की ओर तेजी से बढ़ रही हैं कंपनियां
एमजी मोटर इंडिया के वर्कफोर्स में शामिल होंगी 50 फीसदी महिलाएं
टाटा मोटर्स के पुणे में पैसेंजर वाहन प्लांट में 1600 महिला कर्मचारी

नई दिल्ली. पुरुषों के वर्चस्व वाले ऑटो मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में अब महिलाएं भी अपनी प्रतिभा दिखा रही हैं और देश की प्रमुख वाहन कंपनियां इसमें उनकी मदद कर रही हैं. दरअसल टाटा मोटर्स (Tata Motors), एमजी मोटर (MG Motor), हीरो मोटोकॉर्प (Hero MotoCorp) और बजाज ऑटो (Bajaj Auto) अपने मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स में जेंडर डायवर्सिटी की ओर तेजी से बढ़ रही हैं.

टाटा मोटर्स के 6 प्लांट्स में 3,000 से ज्यादा महिलाएं 
भारत में टाटा मोटर्स के 6 प्लांट्स में शॉप फ्लोर में 3,000 से ज्यादा महिलाएं विभिन्न भूमिकाओं में काम कर रही हैं. वे छोटे पैसेंजर वाहनों से लेकर भारी कमर्शियल वाहनों तक के प्रोडक्शन के लिए काम कर रही हैं. कंपनी की अपने कारखानों में और महिलाओं को शामिल करने की योजना है.

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एमजी मोटर इंडिया के वर्कफोर्स में शामिल होंगी 50 फीसदी महिलाएं 
वहीं, एमजी मोटर इंडिया की दिसंबर, 2023 तक लैंगिक रूप से संतुलित वर्कफोर्स बनाने की योजना है जहां उसके कुल वर्कफोर्स में महिलाओं की हिस्सेदारी 50 फीसदी हो. कंपनी के गुजरात के हलोल प्लांट में कारखाने में काम करने वाले 2,000 लोगों में से 34 फीसदी महिलाएं हैं.

हीरो मोटोकॉर्प में भी बढ़ेगी महिला कर्मचारियों की संख्या
हीरो मोटोकॉर्प में 2021-22 के अंत तक 1,500 महिला कर्मचारी काम कर रही थीं और निकट भविष्य में इनकी संख्या और बढ़ाने की योजना है.

बजाज ऑटो के महंगी बाइकों का मैन्युफैक्चरिंग का जिम्मा पूरी तरह से महिलाओं के हाथों में
बजाज ऑटो के पुणे स्थित चाकन प्लांट में डोमिनार 400 और पल्सर आरएस 200 जैसी महंगी बाइकों का मैन्युफैक्चरिंग का जिम्मा पूरी तरह से महिलाओं के हाथों में है. यहां 2013-14 की तुलना में 2021-22 में महिला कर्मियों की संख्या 148 से चार गुना बढ़कर 667 हो गई है. कंपनी की 2021-22 की वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है कि विनिर्माण संयंत्रों और इंजीनियरिंग में काम करने वाले कर्मियों में करीब 64 महिलाएं हैं.

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टाटा मोटर्स के अध्यक्ष और चीफ एचआर ऑफिसर रवींद्र कुमार ने कहा, ‘‘कंपनियों ने महिलाओं को अहम पदों पर लाने के लिए व्यापक रूपरेखा बनाई है लेकिन आंकड़े बताते हैं कि आदर्श स्थिति और वास्तविकता में बड़ा अंतर है. इसी अंतर को पाटने के लिए टाटा मोटर्स अपने तरीके से प्रयास कर रही है.’’

टाटा मोटर्स के पुणे में पैसेंजर वाहन प्लांट में 1600 महिला कर्मचारी
बीते दो साल में टाटा मोटर्स के पुणे में पैसेंजर वाहन प्लांट में महिलाओं की संख्या करीब 10 गुना बढ़ी है. इस कारखाने में अप्रैल, 2020 में 178 महिला कर्मी थीं जो अब बढ़कर 1,600 हो गई है.

Tags: Auto News, Bajaj Group, MG motors, Tata Motors

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