World Brain Day 2022: युवाओं में बढ़ रही ब्रेन स्ट्रोक की समस्या, एक्सपर्ट से जानें लक्षण और बचाव के तरीके


हाइलाइट्स

जो लोग हार्ट डिजीज या डायबिटीज से जूझ रहे हैं, उन्हें स्ट्रोक का खतरा ज्यादा होता है.
गर्भनिरोधक गोलियां खाने की वजह से भी ब्रेन स्ट्रोक का खतरा कई गुना बढ़ जाता है.

Brain Stroke Symptoms and Prevention: दुनियाभर में लोगों को ब्रेन हेल्थ के बारे में जागरूक करने के लिए हर साल 22 जुलाई को ‘वर्ल्ड ब्रेन डे’ मनाया जा रहा है. आज के दौर में ब्रेन से संबंधित समस्याएं काफी बढ़ गई हैं और हर उम्र के लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं. ब्रेन से जुड़ा सबसे बड़ा खतरा स्ट्रोक (Stroke) होता है. जब दिमाग के किसी हिस्से में अचानक खून की सप्लाई बाधित हो जाती है, तो जरूरी ऑक्सीजन और न्यूट्रिएंट्स नहीं पहुंचते और ब्रेन डैमेज होने लगता है. ब्रेन स्ट्रोक एक मेडिकल इमरजेंसी होती है, जिसका तुरंत इलाज न मिलने पर शरीर का आधा हिस्सा लकवा ग्रस्त हो जाता है. कई बार स्ट्रोक से लोगों की मौत हो जाती है. आज एक्सपर्ट से ब्रेन स्ट्रोक के लक्षण, कारण और बचाव के बारे में जानेंगे.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

सर्वोदय हॉस्पिटल (फरीदाबाद) के न्यूरोसर्जन डॉ. गौरव केसरी के मुताबिक स्ट्रोक के दौरान हार्ट या किसी अन्य ऑर्गन से क्लॉट ब्रेन में पहुंच जाता है और ब्लड की सप्लाई बाधित हो जाती है. ऐसी कंडीशन में ब्रेन की सेल्स डैमेज होना शुरू हो जाती हैं और इससे गंभीर स्थिति पैदा हो जाती है. ब्रेन स्ट्रोक अचानक होता है और व्यक्ति को 4-5 घंटे के अंदर ट्रीटमेंट ना मिले, तो उसके शरीर का कुछ हिस्सा पैरालाइज हो जाता है. इसके अलावा कई मामलों में लोगों की मौत भी हो जाती है. जो लोग हार्ट डिजीज या डायबिटीज से जूझ रहे हैं, उन्हें स्ट्रोक का खतरा सबसे ज्यादा होता है. ब्रेन स्ट्रोक तेजी से युवाओं को भी अपनी चपेट में ले रहा है. इसमें यंग महिलाओं की संख्या ज्यादा है.

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क्या होते हैं ब्रेन स्ट्रोक के लक्षण?

  • स्ट्रोक के दौरान अचानक से शरीर का एक हिस्सा काम करना बंद कर देता है.
  • बोलने में कठिनाई महसूस होती है और कई बार मुंह टेढ़ा हो जाता है.
  • आंखों के सामने अंधेरा हो जाता है और व्यक्ति का विजन ब्लर हो जाता है.
  • अचानक से चक्कर आना और बेहोशी जैसी कंडीशन हो जाना.
  • कुछ मामलों में तेज सिरदर्द और उल्टी की समस्या भी देखने को मिलती है.

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क्या होती हैं ब्रेन स्ट्रोक की प्रमुख वजह?

डॉ. गौरव केसरी के मुताबिक डायबिटीज, हाइपरटेंशन, हार्ट डिजीज, ब्लड डिजीज, स्मोकिंग, हाई कोलेस्ट्रॉल और तनाव स्ट्रोक की मुख्य वजह होती हैं. कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स यानी गर्भनिरोधक गोलियां खाने की वजह से स्ट्रोक होने का खतरा काफी बढ़ जाता है. हार्मोन थेरेपी और ज्यादा स्टेरॉयड लेने से भी स्ट्रोक के मामले सामने आते हैं. अत्यधिक अल्कोहल का सेवन भी स्ट्रोक का खतरा पैदा कर सकता है. एक्सपर्ट के मुताबिक गंभीर बीमारियों से स्ट्रोक का रिस्क बढ़ जाता है. प्रेग्नेंसी के दौरान विशेष सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि उस कंडीशन में स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है.

ब्रेन स्ट्रोक से कैसे करें बचाव?

  • स्मोकिंग बंद कर दें
  • डायबिटीज कंट्रोल रखें
  • हाइपरटेंशन कंट्रोल रखें
  • हार्ट डिजीज का प्रॉपर ट्रीटमेंट कराएं
  • कोलेस्ट्रॉल लेवल न बढ़ने दें
  • अल्कोहल का सेवन न करें
  • स्टेरॉइड्स बिल्कुल न लें
  • गर्भनिरोधक गोलियां न खाएं
  • हेल्थी डाइट लें और खुद को फिट रखें
  • समय-समय पर हेल्थ चेकअप कराएं

Tags: Brain, Health, Lifestyle, Trending news

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