सार
यूक्रेन में फंसी भारतीय छात्रा ने व्हाट्सएप पर भावुक मैसेज भेजा है। उसने मैसेज में लिखा कि सर, हम लोग यहां कीव में भयंकर युद्ध में सुरक्षित नहीं है। उसने सरकार से जल्द से जल्द मदद की अपील की है।
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विस्तार
कैराना के मोहल्ला आलदरम्यान निवासी सफाई कर्मचारी बिट्टू पाहिवाल की बेटी अंजलि पाहिवाल आठ दिसंबर 2021 को यूक्रेन की कीव मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए गई थी। वहां युद्ध के बाद यूनिवर्सिटी ने हॉस्टल में रहने वाले भारतीय छात्र-छात्राओं को बेसमेंट में बने बंकर में जाने के निर्देश दिए थे। अंजलि पाहिवाल भी हॉस्टल के बंकर में रह रही है। रविवार को अंजलि ने बताया कि बंकर के अंदर 500-600 भारतीय छात्र मौजूद हैं। उनको दिन में केवल 10 मिनट ही ऊपर हॉस्टल में खाना तैयार करने की अनुमति मिली है।
500 मीटर की दूरी पर हुआ जोरदार धमाका
यूक्रेन की राजधानी कीव की मेडिकल यूनिवर्सिटी में बेसमेंट में बने बंकर में रह रही कैराना निवासी एमबीबीएस की छात्रा अंजलि पाहिवाल ने व्हाट्सएप वाइस कॉल पर बताया कि रविवार की सुबह उनके हॉस्टल से करीब 500 मीटर की दूरी पर धमाका हुआ। अंजलि ने एंबेसी में ईमेल से बात की। जहां से एंबेसी ने हॉस्टल के अंदर ही रहने की सलाह दी है।
वीडियो कॉल पर बात कर परिवार को मिल रही तसल्ली
छात्रा अंजलि द्वारा व्हाट्सएप कॉल के जरिये बेटी से बात करने पर परिवार को थोड़ी तसल्ली मिल जाती है। अंजलि के पिता बिट्टू, मां रेशम, दादा रमेश, दादी कुसुम, छोटे भाई ओम व छोटी बहन कसक ने भारत सरकार से उनकी बेटी सहित सभी भारतीय छात्रों को सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाने की अपील की है।
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