जोमैटो CEO ने अपने हिस्से के कुछ ESOP बेचकर फाउंडेशन को दान किए 700 करोड़ रुपये!


नई दिल्ली. ऑनलाइन फूड एग्रीगेटर और डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) दीपिंदर गोयल ने कहा कि वह अपने कुछ ESOPs (इम्पलॉइज़ स्टॉक ऑप्शन प्लान्स) की वेस्टिंग के बाद प्राप्त हुए पूरे 700 करोड़ रुपये (90 मिलियन डॉलर) दान कर रहे हैं. ये दान जोमैटो फ्यूचर फाउंडेशन (ZFF) को दिया जाएगा.

दीपिंदर गोयल ने एक बयान में कहा कि पिछले साल जोमैटो के पब्लिकली लिस्ट होने से पहले उन्हें कुछ ईएसओपी (ESOPs) दिए गए थे और कुछ ईएसओपी पिछले महीने वेस्ट प्राप्त हुए थे. कानून के अनुसार, ईएसओपी का कम से कम एक साल तक की वेस्टिंग आवश्यक है.

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शेयरधारकों के हितों का ध्यान

उन्होंने कहा कि इस ईएसओपी वेस्टिंग साइकिल की आय का शत-प्रतिशत फाउंडेशन के लिए इस्तेमाल किया जाएगा. उन्होंने समझाया कि वह शेयरधारकों के हितों की रक्षा के लिए और सिर्फ फाउंडेशन के लाभ के लिए इन सभी शेयरों को तुरंत लिक्विडेट अथवा बेच देना नहीं चाहते.

गोयल ने एक बयान में कहा, “पहले साल, मैं इस फंड के लिए इन ईएसओपी के 10% से कम को लिक्विडेट करूंगा.”

उन्होंने यह भी कहा कि ZFF फंड जुटाने के अन्य अवसरों के अतिरिक्त कंपनी के ही अन्य कर्मचारियों के लिए डोनेशन के दूसरे विकल्प खोलने जा रहा है. फाउंडेशन के लिए एक स्वतंत्र गवर्नेंस बोर्ड भी स्थापित किया जाएगा.

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डिलीवरी पार्टनर्स के बच्चों को एजुकेशन

यह फाउंडेशन जोमैटो के सभी डिलीवरी पार्टनर्स के अधिकतम दो बच्चों की शिक्षा को कवर करता है. जो कंपनी के साथ पांच साल से अधिक समय से हैं, उनके बच्चों के लिए इसमें प्रति वर्ष 50,000 रुपये तक की राशि शामिल है. अगर डिलीवरी पार्टनर कंपनी के साथ 10 साल पूरे कर लेता है तो यह राशि बढ़कर ₹1,00,000 हो जाएगी. ZFF में दुर्घटना जैसी दुर्भाग्यपूर्ण हालातों की स्थिति में हायर एजुकेशन स्कॉलरशिप, लड़कियों के लिए विशेष कार्यक्रम और अपने डिलिवरी पार्टनर्स के परिवारों के लिए एकुकेशन और आजीविका सहायता भी शामिल है.

पिछले साल, जोमैटो शेयर बाजार की शुरुआत करने वाला पहला भारतीय इंटरनेट यूनिकॉर्न बना था, जिसका बाजार मूल्यांकन ₹90,219 करोड़ ($12 बिलियन) हो गया था. मार्च 2020 में एसबीआई कार्ड्स और पेमेंट सर्विसेज के ₹10,341 करोड़ के आईपीओ के बाद से भारतीय बाजारों में लिस्ट होने वाली यह सबसे बड़ा आईपीओ था.

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