महेंद्र सिंह धोनी की एक सीख ने बदला खेलने का अंदाज, लगाया रनों का अंबार, अब बना IPL का स्टार


नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट में बीते कुछ सालों में कई युवा बल्लेबाजों ने अपने खेल से प्रभावित किया है. इसमें एक नाम महाराष्ट्र की तरफ से खेलने वाले ऋतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) का है. ऋतुराज का कद भले ही छोटा हो. लेकिन वो बड़ी-बड़ी पारियां खेलने के लिए जाने जाते हैं. बीते 1 साल में उन्होंने घरेलू क्रिकेट में शतकों की लाइन लगा दी. इसी वजह से उन्हें ना सिर्फ टीम इंडिया में मौका मिला, बल्कि अब वो महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की चेन्नई सुपर किंग्स टीम के भी स्टार खिलाड़ी हो गए हैं. इसका सबूत है टीम की आईपीएल रिटेंशन लिस्ट, जिसमें दिग्गजों की जगह इस बल्लेबाज को जगह मिली थी. ऋतुराज के लिए आज यानी 31 जनवरी का दिन खास है. आज उनका 25वां जन्मदिन (Rutruraj Gaikwad Birthday) है. ऋतुराज का जन्म 31 जनवरी 1997 को पुणे में हुआ था.

ऋतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) के लिए बीता 1 साल शानदार रहा है. उन्होंने पिछले साल श्रीलंका के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था. इसके बाद आईपीएल 2021 और विजय हजारे ट्रॉफी में रनों का अंबार लगाया. इसी वजह से इस सलामी बल्लेबाज को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए टीम में चुना गया था. हालांकि, इस दौरे पर उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला. उन्हें अगले हफ्ते से वेस्टइंडीज के खिलाफ शुरू हो रही वनडे सीरीज के लिए भी टीम में चुना गया है. उम्मीद है कि इस सीरीज में उन्हें वनडे डेब्यू का मौका मिल जाए.

6 साल की उम्र में ऋतुराज के क्रिकेटर बनने की हुई शुरुआत
ऋतुराज के क्रिकेटर बनने की शुरुआत 6 साल की उम्र में ही हो गई थी. दरअसल, 2003 में पुणे में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड का एक मुकाबला हुआ था, जिसमें ब्रैंडन मैक्कलम ने तेजतर्रार फिफ्टी जड़ी थी. ऋतुराज ने भी पिता के साथ स्टेडियम में बैठकर यह मुकाबला देखा था. तभी से पिता के मन में यह बात थी कि अगर बेटे को बल्लेबाज बनाना है, तो मैक्कुलम जैसा ही है. इसके बाद पूर्व भारतीय बल्लेबाज दिलीप वेंगसरकर की एकेडमी में उनका दाखिला कराया गया और उनके क्रिकेटर बनने के सफर की शुरुआत हुई.

धोनी ने 6 साल पहले दी थी सीख
ऋतुराज ने एज ग्रुप क्रिकेट में ही अपनी बल्लेबाजी का लोहा मनवाना शुरू कर दिया था. उन्होंने 2014 में 17 साल की उम्र में कूच बिहार ट्रॉफी में 11 पारियों में 826 रन बनाए थे. इसके बाद 2015 सीजन में भी उन्होंने रनों का अंबार लगाया. 2016 में उन्होंने फर्स्ट क्लास डेब्यू किया. इसी साल झारखंड के खिलाफ एक मैच से ठीक पहले गेंद लगने के कारण उनकी उंगली फ्रैक्चर हो गई थी.

तब महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) झारखंड टीम के मेंटॉर थे. चोट के कारण ऋतुराज मैच में नहीं उतर पाए थे और मायूस थे. तब धोनी ने खुद उनके प्लास्टर पर ऑटोग्राफ देकर हौसला बढ़ाया था और एक सीख दी थी कि करियर में उन्हें कई बार ऐसी चोटों का सामना करन पड़ सकता है. लेकिन भारत के लिए खेलने की जिद बनी रहेगी, तो तमाम मुश्किलें दरकिनार हो जाएंगी. धोनी की इसी बात को उन्होंने गांठ बांध ली और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा.

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2019 में सीएसके ने खरीदा था
2019 में ऋतुराज का महेंद्र सिंह धोनी के साथ खेलने का सपना भी सच हुआ. उन्हें चेन्नई सुपर किंग्स ने अपने साथ जोड़ा. हालांकि, इस टीम के साथ पहले 2 सीजन अच्छे नहीं बीते. फिर भी धोनी का भरोसा उन पर कम नहीं हुआ और 2021 में ऋतुराज ने रनों का अंबार लगा दिया. उन्हें ऑरेंज कैप मिली और सीएसके आईपीएल चैम्पियन बनीं. इसके बाद विजय हजारे ट्रॉफी में उन्होंने शतकों की लाइन लगा दी. ऋतुराज ने टूर्नामेंट के 5 मैच में 4 शतक जड़े. इसी प्रदर्शन की वजह से दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए वनडे टीम में चुना गया और अब वेस्टइंडीज के खिलाफ भी मौका मिला है.

Tags: Csk, IPL, Ms dhoni, Ruturaj gaikwad, Team india

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