सरकार के थिंक टैंक की बैटरी-स्वैपिंग ड्राफ्ट पॉलिसी में कम जीएसटी, इंसेंटिव की वकालत


नई दिल्ली . नीति आयोग ने इलेक्ट्रिक व्हीकल (EVs) के लिए बैटरी-स्वैपिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण को बढ़ावा देने के लिए इंसेंटिव का प्रस्ताव रखा है. इसमें डेवलपर्स को सब्सिडी देने के साथ और बैटरी पर जीएसटी को 5 फीसदी तक कम करना शामिल है. सरकार के थिंक टैंक ने बैटरी स्वैपिंग पर जारी ड्राफ्ट पॉलिसी में मौजूदा पॉलिसी को संशोधित करने या बैटरी स्वैपिंग स्टेशनों के डेवलपर्स को सब्सिडी प्रदान करने के लिए नई पॉलिसी शुरू करने का सुझाव दिया है.

नीति आयोग के सुझाव के अनुसार, बैटरी प्रोवाइडर को सब्सिडी मिलेगी, जिसके लिए शर्त यह होगी कि बैटरी स्वैपिंग का इकोसिस्टम टेक्निकल और ऑपरेशनल आवश्यकताओं को पूरा करे. यह पॉलिसी सब्सिडी के तौर-तरीकों को इस तरह से स्पष्ट करेगी कि कार्यान्वयन में आसानी के साथ रेसिपिएंट को संतुलित लाभ मिले. ड्राफ्ट पॉलिसी में यह भी सुझाव दिया गया है कि जीएसटी काउंसिल को लिथियम आयन बैटरी पर जीएसटी को घटाकर 5 फीसदी करने पर विचार करना चाहिए.

फिलहाल लिथियम-आयन बैटरी पर जीएसटी की दर 18 फीसदी जबकि ईवी सप्लाई इक्यूपमेंट पर यह दर 5 फीसदी है. सरकारी थिंक टैंक ने 5 जून इच्छुक पार्टियों के विचार मांगे हैं. पावर मिनिस्ट्री सभी स्टेकहोल्डर्स के सुझावों को जानने के बाद फाइनल पॉलिसी की घोषणा करेगी.

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ईवी की ओर झुकाव बढ़ेगा

नेशनल हाईवे ईवी प्रोजेक्ट हेड अभिजीत सिन्हा ने कहा कि बैटरी-स्वैपिंग पॉलिसी से बड़े पैमाने पर प्रोडक्शन और लिथियम-आयन बैटरी की तैनाती संभव होने की उम्मीद है. उन्होंने कहा, “यह पॉलिसी से बड़े पैमाने पर व्हीकल मालिकों को ईवी की ओर मुड़ने के लिए प्रोत्साहित करेगी. इसका कारण यह है कि इससे बैटरी के साथ इलेक्ट्रिक टू व्हीलर और थ्री व्हीलर की कीमतों में 30-40 फीसदी की कटौती होगी.” बैटरी स्वैपिंग वह व्यवस्था है जिसके तहत आपको अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल को चार्ज करने के लिए चार्जिंग स्टेशन पर घंटों नहीं खड़ा होना होगा. आप बैटरी-स्वैपिंग स्टेशन पर डिस्चार्ज बैटरी देकर चार्ज बैटरी ले सकेंगे.

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2-3 व्हीलर्स में उपयोग

ड्राफ्ट पॉलिसी में कहा गया है कि बैटरी-स्वैपिंग में बिना बैटरी बिना ईवी खरीदना, अग्रिम लागत काफी कम करना और व्हीकल के लिए हमेशा बैटरी सर्विस के लिए सर्विस प्रावाइडर को नियमित सदस्यता शुल्क का भुगतान करना शामिल है. इसका उपयोग 2 और 3 व्हीलर्स में होता है, जिनमें छोटी बैटरी होती है. इनमें अन्य ऑटोमोटिव सेगमेंट की तुलना में बैटरी स्वैप करना आसान होता है.

Tags: Business news in hindi, Electric Vehicles, EV charging

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