Agnipath Scheme: नौकरी के दौरान हुई शहादत तो मिलेंगे 1 करोड़ रुपये, साथ में बची हुई जॉब की सैलरी भी


नई दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा सेना में भर्ती के लिए लागू की गई अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) को लेकर देश के अलग अलग हिस्सों में विरोध प्रदर्शन (Protest Against Agnipath Scheme) देखने को मिल रहा है. भविष्य के संकट को देखते हुए छात्र सरकार की इस योजना को लेकर सवाल उठा रहे हैं. विरोध बढ़ता देख सरकार ने अग्निपथ योजना में कई बड़े बदलाव किए. इसी क्रम में रविवार को तीनों सेनाओं के अध्यक्षों ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) से मुलाकात की.

इस योजना के बारे में विस्तार से जानकारी देने के लिए रविवार को तीनों सेनाओं ने एक ज्वाइंट प्रेस कॉंफ्रेंस की. रक्षा मंत्री से मुलाकात के बाद अग्निपथ योजना में एक और बड़ा बदलाव किया गया. संवादाता सम्मेलन के दौरान सैन्य मामलों के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि अगर किसी अग्निवीर की नौकरी के दौरान शहादत हो जाती है तो 1 करोड़ का मुआवजा दिया जाएगा.

अग्निवीरों के साथ नहीं होगा किसी तरह का भेदभाव
इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि अग्निवीरों को सियाचिन या फिर दूसरे अन्य क्षेत्रों में वहीं भत्ता और सुविधाएं दी जाएंगी जो एक नियमित सैनिक को दी जाती है. सेवा शर्तों में अग्निवीरों के साथ किसी भी तरह का भेदभाव नहीं किया जाएगा. अनिल पुरी ने सख्त अंदाज में कहा कि अग्निपथ योजना सेना की बेहतरी के लिए लागू की गई और इसे किसी भी सूरत में वापस नहीं लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि देश में हर साल करीब 17,600 लोग तीनों सेवाओं से सेवा से पहले ही सेवानिवृत्ति ले रहे हैं. किसी ने उनसे पूछ ने की कोशिश नहीं कि कि वे इसके बाद क्या करेंगे.

1 लाख से अधिक अग्निवीरों को भर्ती करने की योजना
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि अभी हमने 46000 अग्निवीरों की नियुक्ति की एक छोटी शुरुआत की है लेकिन निकट भविष्य में 1.25 लाख तक अग्निवीरों की भर्ती की योजना है. उन्होंने कहा कि अगले 4-5 सालों में 50000-600000 अग्निवीरों की जरूरत होगी जो कि बाद में बढ़कर 90,000 से 1 लाख तक पहुंच जाएगी. उन्होंने कहा कि सेना में अग्निवीरों की भर्ती का आंकड़ा 46000 तक ही सीमित नहीं रहेगा.

नौकरी के दौरान अग्निवीरों को दी जाएंगी ये सुविधाएं
अग्निवीरों को एक नियमित सैनिक की ही तरह हार्डशिप एलाउंस, यूनीफॉर्म एलाउंस, कैंटीन और मेडिकल सुविधा दी जाएगी. इसके अतिरिक्त ट्रैवल एलाउंस भी दिया जाएगा.

अग्निवीरों को साल में 30 दिन की छुटी का भी प्रावधान रखा गया है. इन छुट्टियों के अतिरिकत मेडिकल लीव भी होगी.

अगर सर्विस के दौरान किसी अग्निवीर की मृत्यु हो जाती है तो इन्श्योरेंस कवर भी मिलेगा. उसके परिवार को करीब 1 करोड़ रुपये दिए जाएंगे. इसके अतिरिक्त जितनी नौकरी बची है उसकी सैलरी भी मिलेगी.

नौकरी के दौरान विकलांग होने पर एक्स ग्रेशिया 44 लाख रुपये मिलेगें और साथ ही जितनी नौकरी बची है उसकी सैलरी और सुविधा पैकेज भी दिया जाएगा.

Tags: Agneepath, Agniveer, Indian army, Rajnath Singh





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