खारकीव से सभी भारतीय निकाले गए, अब सारा ध्यान सुमी में फंसे करीब 700 छात्रों पर: विदेश मंत्रालय


नई दिल्ली. विदेश मंत्रालय (MEA) ने शनिवार को कहा कि युद्धग्रस्त यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में कोई भी भारतीय नहीं बचा है, जहां रूस ने लगातार दूसरे दिन भी अपना हमला जारी रखा है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि अब मुख्य चुनौती सुमी में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने की है क्योंकि वहां रूस और यूक्रेन की सेना के बीच चल रहे युद्ध की वजह से हालात बेहद खराब है. शहर में चारों ओर गोलाबारी और हिंसा का आलम है. लोगों के सामने बिजली, पानी और परिवहन की कमी भी है.

भारत ने कहा कि वह युद्धग्रस्त यूक्रेन के पूर्वी शहर सूमी में फंसे भारतीयों को लेकर ‘काफी चिंतित’ है, साथ ही उसने विविध माध्यमों से रूस एवं यूक्रेन दोनों से तत्काल संघर्षविराम करने को कहा है, ताकि संघर्ष वाले इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके. बागची ने शुक्रवार को कहा था कि सूमी में करीब 700 भारतीय फंसे हुए हैं. युद्धग्रस्त यूक्रेन में सूमी संघर्ष वाले क्षेत्रों में से एक है, जहां रूसी और यूक्रेनी सेनाओं के बीच भीषण लड़ाई जारी है.

‘सुमी में फंसे भारतीय छात्रों को लेकर भारत काफी चिंतित’
प्रवक्ता ने शनिवार को ट्वीट किया, “यूक्रेन के सुमी में फंसे भारतीय छात्रों को लेकर (भारत) काफी चिंतित है. रूस और यूक्रेन की सरकारों को विविध माध्यमों से पुरजोर तरीके से तत्काल संघर्षविराम के लिए (भारत ने) कहा है, ताकि हमारे छात्रों को सुरक्षित गलियारा मिल सके.”

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उन्होंने कहा, “हमने अपने छात्रों से सुरक्षा संबंधी एहतियात बरतने, आश्रय स्थल के अंदर रहने तथा अनावश्यक खतरा (मोल) न लेने को कहा है.” बागची ने कहा कि विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास छात्रों के साथ निरंतर सम्पर्क में है.

इससे पहले, यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने कहा कि वह युद्धग्रस्त देश में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए निकासी मार्गों की पहचान के वास्ते रेडक्रॉस सहित सभी संबंधित वार्ताकारों के संपर्क में है. भारतीय दूतावास ने कहा, “जब तक हमारे सभी नागरिकों को बाहर नहीं निकाल लिया जाता, तब तक नियंत्रण कक्ष सक्रिय रहेगा. सुरक्षित रहें, सशक्त बने रहें.”

Tags: India, Russia, Ukraine



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