प्रदेश में पराली जलाने के 868 मुकदमे दर्ज किए गए थे। प्रदेश सरकार ने गत वर्ष ये मुकदमे खत्म करने की घोषणा की थी। इसके बाद सभी जिलों से दर्ज मुकदमों और उनकी स्थिति की रिपोर्ट मांगी गई थी। यह भी जानकारी देनी थी मुकदमे कोर्ट में पहुंच गए हैं या नहीं। 43 जिलों के अधिकारियों ने रिपोर्ट भेज दी। डीएम राजकमल यादव ने बताया कि बागपत से रिपोर्ट भेजने के लिए तैयार की गई थी। वह किस कारण से नहीं पहुंची है, इसका पता कराया जाएगा।
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पराली जलाने पर दर्ज हुए मामले
बागपत में करीब छह और सहारनपुर में 34 मामले दर्ज हुए थे। बिजनौर में तीन मामले दर्ज हुए थे, जिनमें आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल किया जा चुका है। शामली में 39 किसानों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए थे।
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इन जिलों के अफसरों ने नहीं भेजी रिपोर्ट
बागपत, बिजनौर, गाजियाबाद, रामपुर, बरेली, शाहजहांपुर, आगरा, मथुरा, लखीमपुर खीरी, एटा, इटावा, अमेठी, सुल्तानपुर, बाराबंकी, गोंडा, बहराइच, श्रावस्ती, आजमगढ़, मऊ, एटा, कासगंज, प्रयागराज, प्रतापगढ़, चंदौली, सोनभद्र, भदोही, चित्रकूट, महोबा, हमीरपुर, बांदा, झांसी, जालौन।