अमर उजाला ब्यूरो, बागपत
Published by: कपिल kapil
Updated Mon, 31 Jan 2022 10:07 PM IST
सार
बागपत जिले में तीन बच्चों की दीवार के नीचे दबकर मौत हो गई। घटना की जानकारी लगने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी।
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विस्तार
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ऐसे हुआ हादसा
बालैनी में मेरठ-बागपत रोड पर चुनमुन होटल के पास ईंट भट्ठे पर कमरे की छत गिरने से दबकर तीन बहनों की मौत हो गई। इससे वहां अफरा-तफरी मच गई और उन तीनों को किसी तरह मलबे से बाहर निकाला गया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने तीनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। परिजनों ने कमरा जर्जर होने की शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं होने का आरोप लगाया है।
बताया गया कि ईंट भट्ठे पर जलालपुर गांव का यामीन का परिवार रहता है। यामीन अपने परिवार के साथ यहां ईंट पथाई का काम करता है। वह भट्ठे पर बने क्वार्टर में रहता है। सोमवार शाम को एक कमरे में उसकी बेटियां शहरूणा (15), सानिया (11), माहिरा (3 माह) सोई हुई थी। उस कमरे की छत जर्जर होने के कारण अचानक भरभराकर गिर गई, जिसके मलबे के नीचे तीनों बहन दब गई। इससे वहां अफरा-तफरी मच गई और अन्य मजदूर भी वहां पहुंच गए। तीनों बहनों को मलबे से बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
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इसकी सूचना मिलने पर भट्ठा मालिक व बालैनी थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। वहां यामीन ने आरोप लगाया कि जिस क्वार्टर में उसका परिवार रहता था, वह काफी जर्जर हो चुका था। इसकी कई बार शिकायत करने के बाद भी उसकी बात पर ध्यान नहीं दिया गया और यह हादसा हो गया। पुलिस ने वहां से तीनों बहनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। बालैनी थाना प्रभारी कुशलेंद्र सिंह का कहना है कि इस मामले की जांच की जा रही है और उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।