‘अमृत रत्न सम्मान’: केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया बोले- अब हम बोलते हैं तो दुनिया सुनती है


हाइलाइट्स

केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया अमृत रत्‍न सम्‍मान समारोह में हुए शामिल
मांडविया ने कहा- हम बोलते हैं तो दुनिया सुनती है, यह हमारी क्षमता है
मांडविया बोले- मंकीपॉक्स नई बीमारी नहीं है, सावधानी रखें

नई दिल्ली. केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) ने मंगलवार को न्यूज18 इंडिया की ओर से नई दिल्ली में आयोजित किए गए ‘अमृत रत्न सम्मान’ समारोह में कहा कि आज हमारे देश की क्षमता है कि हम बोलते हैं तो दुनिया सुनती है. यह एक उपलब्धि है. उन्‍होंने कहा कि पहले वैक्‍सीन को भारत पहुंचने में 10 साल लग जाते थे, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैज्ञानिकों को कहा कि आप रिसर्च कीजिए. इसके साथ ही कहा कि रिसर्च और मैन्‍यूफैक्‍चरिंग के लिए जो लोग आगे आएंगे, उनकी मदद की जाएगी. मोदी जी ने समय-समय पर मार्गदर्शन किया और हमने भी हेल्‍थ को कॉमर्स के तौर पर नहीं देखा. हमने सेवा के तौर पर देखा है. इसके परिणाम सबके सामने हैं और इससे दुनिया अब भारत को देखती और सुनती है.

‘अमृत रत्न सम्मान’ में पहुंचे केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि मंकीपॉक्‍स नई बीमारी नहीं है. ये स्‍मॉल पॉक्‍स के करीब की बीमारी है. ये डीप कॉन्‍टैक्‍ट की बीमारी है. मां से बच्‍चे, पति से पत्‍नी को हो सकती है. थोड़ी सतर्कता रखने से इससे बचा जा सकता है. अभी 5-6 मौत हुई हैं, इसलिए सावधानी जरूर रखें. जिसे भी ये बीमारी हुई है, उससे दूरी बनाएं रखें तो इससे बचाव हो सकता है. उन्‍होंने कहा कि सभी को अपनी फिटनेस का ध्‍यान रखना चाहिए. मैं खुद प्रतिदिन सुबह 10 किमी साइकिल चलाता हूं.

मोदी जी टोकन में नहीं, टोटल में सोचते हैं
केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी टोटल में सोचते हैं, टोकन में नहीं. उन्‍होंने कहा कि 2012 में जब मैं राज्‍यसभा में आया था तब मोदी जी ने कहा था कि ये आदमी बड़ा काम करेगा. उनका भरोसा था. जब कोरोना आया और उसके केस भारत में मिलने लगे तब मोदी जी ने वैज्ञानिकों को रिसर्च के लिए प्रोत्‍साहित किया. उन्‍होंने समय-समय पर मार्गदर्शन दिया और पूरा देश मोदी जी की बात मानता है.

Tags: Amrit Ratna Honour, Mansukh Mandaviya



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