एनालिसिस: न रोहित शर्मा चले न 15 करोड़ी ईशान किशन, पोलार्ड का बल्ला भी खामोश, जानें कैसे हार गई मुंबई की टीम


सार

पांच बार टूर्नामेंट में चैंपियन बन चुकी टीम इस बार चैंपियन की तरह खेल ही नहीं रही है। उसे पंजाब किंग्स ने बुधवार (13 अप्रैल) को हराया। 2014 के बाद यह दूसरा अवसर है जब मुंबई की टीम शुरुआती पांच मैचों में हारी है। उस समय भी रोहित शर्मा ही कप्तान थे।

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आईपीएल की सबसे सफल टीम मुंबई इंडियंस के सितारे इन दिनों गर्दिश में हैं। टीम को आईपीएल के 15वें सीजन में लगातार पांचवीं हार झेलनी पड़ी है। पांच बार टूर्नामेंट में चैंपियन बन चुकी टीम इस बार चैंपियन की तरह खेल ही नहीं रही है। उसे पंजाब किंग्स ने बुधवार (13 अप्रैल) को हराया। 2014 के बाद यह दूसरा अवसर है जब मुंबई की टीम शुरुआती पांच मैचों में हारी है। उस समय भी रोहित शर्मा ही कप्तान थे।

मैच में टर्निंग पॉइंट
1.
मयंक अग्रवाल और शिखर धवन ने पहले विकेट के लिए 9.3 ओवरों में 97 रनों की साझेदारी कर पंजाब को तूफानी शुरुआत दिलाई। इस साझेदारी ने मुंबई को दबाव में ला दिया। अग्रवाल 162.50 और शिखर ने 140 की स्ट्राइक रेट से रन ठोके।

2. ईशान किशन ने 13वें ओवर की पांचवीं गेंद पर शिखर का आसान कैच छोड़ दिया। टाइमल मिल्स ने 133 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद की। धवन उसे ऑफ साइड में मारना चाहते थे। गेंद उनके बल्ले के बाहरी किनारे से लेकर विकेट ईशान किशन के पास गई। वे इस कैच को नहीं ले सके। उस समय धवन 44 रन बनाकर खेल रहे थे। जीवनदान मिलने के बाद उन्होंने मुंबई के गेंदबाजों को जमकर धोया। धवन 70 रन बनाकर आउट हुए।

3. पंजाब की पारी में मुंबई ने अंतिम ओवरों में अच्छी गेंदबाजी की। एक समय पंजाब का स्कोर 17 ओवर में 151 रन था। ऐसा लग रहा था कि बाकी के तीन ओवरों में मुश्किल से 30-35 रन बनेंगे। 18वें ओवर में जयदेव उनादकट गेंदबाजी करने आए। युवा बल्लेबाज जितेश शर्मा ने उनकी जमकर कुटाई की। जितेश ने पहली गेंद पर छक्का, दूसरी गेंद पर चौका, तीसरी गेंद पर छक्का और छठी गेंद पर चौका लगाया। इस ओवर में 23 रन बने। मैच में एक बार फिर से पंजाब ने वापसी कर ली।

4. रनचेज करते हुए मुंबई ने शुरुआती झटके से उभरते हुए 16 ओवर में चार विकेट पर 150 रन बना लिए थे। यहां से उसे जीत के लिए 24 गेंदों पर 49 रन बनाने थे। आईपीएल में आमतौर पर इतने रन बन जाते हैं। क्रीज पर दो विस्फोटक बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव और कीरोन पोलार्ड थे। 17वें ओवर की पहली गेंद पर पोलार्ड रनआउट हो गए। उन्हें आराम से दौड़ने का खामियाजा भुगतना पड़ा। अगर वे तेजी से दौड़ते तो आसानी से दो रन पूरे कर सकते थे। पोलार्ड के आउट होते ही मुंबई की टीम दबाव में आ गई। सूर्यकुमार अकेले पड़ गए और मुंबई को मैच में जीत नहीं दिला सके।
दोनों कप्तानों का कैसा रहा प्रदर्शन
बल्लेबाजी में मंयक अग्रवाल ने बाजी मारी। उन्होंने 32 गेंद पर 52 रन बनाए। इस दौरान छह चौके और दो छक्के लगाए। मयंक का स्ट्राइक रेट 162.50 का रहा। वहीं, रोहित शर्मा ने 17 गेंद पर 28 रन बनाए। उन्होंने तीन चौके और दो छक्के लगाए। उनका स्ट्राइक रेट 164.71 का रहा। कप्तानी की बात करें तो रोहित ने फील्ड पर शानदार प्रदर्शन किया। एक समय लग रहा था कि पंजाब की टीम 220 रन से ज्यादा बना लेगी, लेकिन उन्होंने गेंदबाजी में बेहतरीन तरीके से बदलाव किया और आक्रामक फील्ड सेट कर पंजाब के विकेट लिए। 

दूसरी ओर, मयंक गेंदबाजी को ठीक से रोटेट अभी भी नहीं कर पाए। मुश्किल समय में उन पर दबाव देखने को मिलता है। एक बार फिर से अंतिम ओवर में उनके पास ओडियन स्मिथ विकल्प के रूप में बचे थे। अगर सामने कोई अच्छा बल्लेबाज होता तो मुश्किलें आ सकती थीं।
पंजाब के लिए मैच में क्या-क्या हुआ?
सकारात्मक पक्ष:
टीम के ओपनर मयंक अग्रवाल और शिखर धवन पहली बार टूर्नामेंट में एक साथ चले। दोनों ने पंजाब को तूफानी शुरुआत दिलाई। मध्यक्रम में जितेश शर्मा ने एक बार फिर से खुद को साबित किया। वे तेजी से रन बनाने में कई खिलाड़ियों से आगे निकल गए हैं। गेंदबाजी में कगिसो रबाडा और अर्शदीप सिंह ने शानदार वापसी की है। दोनों पिछले कुछ मैचों में महंगे साबित हुए थे, लेकिन मजबूत टीम के खिलाफ जबरदस्त गेंदबाजी की। रबाडा को दो विकेट भी मिले।

नकारात्मक पक्ष: बल्लेबाजी में जॉनी बेयरस्टो, लियाम लिविंगस्टन इस मैच में नहीं चल पाए। बेयरस्टो तो लगातार दूसरे मैच में फेल हो गए। गेंदबाजी में वैभव अरोड़ा, ओडियन स्मिथ, राहुल चाहर और लिविंगस्टन महंगे साबित हुए। इसके अलावा टीम ने फिल्डिंग में भी कई आसान कैच टपकाए और रनआउट के मौके गंवाए।
मुंबई के लिए मैच में क्या-क्या हुआ?
सकारात्मक पक्ष:
जसप्रीत बुमराह ने प्रतिष्ठा के अनुरुप बेहतरीन गेंदबाजी की और दो विकेट चटकाए। ‘बेबी एबी’ (जूनियर एबी डिविलियर्स) के नाम से मशहूर डेवाल्ड ब्रेविस ने तूफानी पारी खेली और यह बता दिया कि क्यों उन्हें दूसरा डिविलियर्स कहा जा रहा है। तिलक वर्मा और सूर्यकुमार यादव ने भी उपयोगी रन बनाए।

नकारात्मक पक्ष: रोहित शर्मा अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में नहीं बदल सके। ईशान किशन और कीरोन पोलार्ड फिर से एक बार फेल हुए। गेंदबाजी में बासिल थंपी, जयदेव उनादकट, मुरुगन अश्विन और टाइमल मिल्स महंगे साबित हुए। इस सीजन में गेंदबाजी मुंबई का सबसे कमजोर पक्ष रहा है। वहीं, मैच फिनिश करने वाला कोई बल्लेबाज नहीं दिख रहा है। पिछले सीजन तक हार्दिक और क्रुणाल मैच फिनिश करते थे, लेकिन इस बार टीम को उनकी कमी खल रही है।

विस्तार

आईपीएल की सबसे सफल टीम मुंबई इंडियंस के सितारे इन दिनों गर्दिश में हैं। टीम को आईपीएल के 15वें सीजन में लगातार पांचवीं हार झेलनी पड़ी है। पांच बार टूर्नामेंट में चैंपियन बन चुकी टीम इस बार चैंपियन की तरह खेल ही नहीं रही है। उसे पंजाब किंग्स ने बुधवार (13 अप्रैल) को हराया। 2014 के बाद यह दूसरा अवसर है जब मुंबई की टीम शुरुआती पांच मैचों में हारी है। उस समय भी रोहित शर्मा ही कप्तान थे।

मैच में टर्निंग पॉइंट

1.
मयंक अग्रवाल और शिखर धवन ने पहले विकेट के लिए 9.3 ओवरों में 97 रनों की साझेदारी कर पंजाब को तूफानी शुरुआत दिलाई। इस साझेदारी ने मुंबई को दबाव में ला दिया। अग्रवाल 162.50 और शिखर ने 140 की स्ट्राइक रेट से रन ठोके।

2. ईशान किशन ने 13वें ओवर की पांचवीं गेंद पर शिखर का आसान कैच छोड़ दिया। टाइमल मिल्स ने 133 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद की। धवन उसे ऑफ साइड में मारना चाहते थे। गेंद उनके बल्ले के बाहरी किनारे से लेकर विकेट ईशान किशन के पास गई। वे इस कैच को नहीं ले सके। उस समय धवन 44 रन बनाकर खेल रहे थे। जीवनदान मिलने के बाद उन्होंने मुंबई के गेंदबाजों को जमकर धोया। धवन 70 रन बनाकर आउट हुए।

3. पंजाब की पारी में मुंबई ने अंतिम ओवरों में अच्छी गेंदबाजी की। एक समय पंजाब का स्कोर 17 ओवर में 151 रन था। ऐसा लग रहा था कि बाकी के तीन ओवरों में मुश्किल से 30-35 रन बनेंगे। 18वें ओवर में जयदेव उनादकट गेंदबाजी करने आए। युवा बल्लेबाज जितेश शर्मा ने उनकी जमकर कुटाई की। जितेश ने पहली गेंद पर छक्का, दूसरी गेंद पर चौका, तीसरी गेंद पर छक्का और छठी गेंद पर चौका लगाया। इस ओवर में 23 रन बने। मैच में एक बार फिर से पंजाब ने वापसी कर ली।

4. रनचेज करते हुए मुंबई ने शुरुआती झटके से उभरते हुए 16 ओवर में चार विकेट पर 150 रन बना लिए थे। यहां से उसे जीत के लिए 24 गेंदों पर 49 रन बनाने थे। आईपीएल में आमतौर पर इतने रन बन जाते हैं। क्रीज पर दो विस्फोटक बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव और कीरोन पोलार्ड थे। 17वें ओवर की पहली गेंद पर पोलार्ड रनआउट हो गए। उन्हें आराम से दौड़ने का खामियाजा भुगतना पड़ा। अगर वे तेजी से दौड़ते तो आसानी से दो रन पूरे कर सकते थे। पोलार्ड के आउट होते ही मुंबई की टीम दबाव में आ गई। सूर्यकुमार अकेले पड़ गए और मुंबई को मैच में जीत नहीं दिला सके।



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