झांसी: योगी की वापसी होते ही 137 माफिया की संपत्ति खंगालने में जुटी पुलिस, जब्त करने की होगी कार्रवाई


अमर उजाला ब्यूरो, झांसी
Published by: झांसी ब्यूरो
Updated Sun, 13 Mar 2022 12:32 AM IST

सार

योगी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई के लिए अलग-अलग विशेष सेल बने थे। इनकी निगरानी सीधे गृह विभाग करता था। अब योगी सरकार का दूसरा कार्यकाल आरंभ होने से पहले ही पुलिस महकमा एक्शन में आ गया।

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योगी सरकार की वापसी होते ही पुलिस ने झांसी जोन के माफियाओं की बंद फाइलें फिर खोल दीं। झांसी में सर्वाधिक 72 माफिया चिन्हित हैं जबकि ललितपुर में 38 एवं जालौन में 34 माफिया पुलिस रिकार्ड में दर्ज हैं। अब यह सभी माफिया फिर पुलिस के निशाने पर हैं। पुलिस नए सिरे से इनकी संपत्ति खंगालने में जुट गई है। ब्यौरा मिलने पर इसे जब्त करने की कार्रवाई होगी।

योगी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई के लिए अलग-अलग विशेष सेल बने थे। इनकी निगरानी सीधे गृह विभाग करता था। अब योगी सरकार का दूसरा कार्यकाल आरंभ होने से पहले ही पुलिस महकमा एक्शन में आ गया। झांसी रेंज डीआईजी जोगेंद्र कुमार ने झांसी, ललितपुर एवं जालौन के पुलिस कप्तानों को चिन्हित माफियाओं के खिलाफ तत्काल कार्रवाई शुरू करने के निर्देश दिए हैं।

डीआईजी ने अपने निर्देश में इन सभी चिन्हित माफियाओं की अनिवार्य तौर पर हिस्ट्रीशीट खोलने को कहा है। गैंगस्टर से छूटे माफिया पर इसके तहत भी कार्रवाई होगी। बैंकों के साथ ही चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा भी खंगालने को कहा है। संपत्ति का ब्यौरा मिलने के बाद यह संपत्ति जब्त होगी।

अब तक नौ करोड़ किए जा चुके जब्त
झांसी रेंज में अभी तक कुल चौदह माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई हुई। उनसे करीब नौ करोड़ की रकम जब्त की जा चुकी है। पुलिस के आकड़ों के मुताबिक झांसी में सात माफिया के खिलाफ 3.42 करोड़ रुपये जब्त हुए। जालौन में छह माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 4.90 करोड़ एवं ललितपुर में एक माफिया के खिलाफ 10.50 लाख रुपये जब्त किए जा चुके हैं।

माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई के लिए सभी एसएसपी को सख्त निर्देश दिए हैं। इनके खिलाफ विधिक कार्रवाई करने के साथ ही संपत्ति जब्तीकरण की कार्रवाई भी करने को कहा गया है। जिनके परिवार में शस्त्र लाइसेंस हैं, उनको भी निरस्त किया जाएगा। इसकी नियमित समीक्षा भी की जाएगी।- जोगेंद्र कुमार, डीआईजी

विस्तार

योगी सरकार की वापसी होते ही पुलिस ने झांसी जोन के माफियाओं की बंद फाइलें फिर खोल दीं। झांसी में सर्वाधिक 72 माफिया चिन्हित हैं जबकि ललितपुर में 38 एवं जालौन में 34 माफिया पुलिस रिकार्ड में दर्ज हैं। अब यह सभी माफिया फिर पुलिस के निशाने पर हैं। पुलिस नए सिरे से इनकी संपत्ति खंगालने में जुट गई है। ब्यौरा मिलने पर इसे जब्त करने की कार्रवाई होगी।

योगी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई के लिए अलग-अलग विशेष सेल बने थे। इनकी निगरानी सीधे गृह विभाग करता था। अब योगी सरकार का दूसरा कार्यकाल आरंभ होने से पहले ही पुलिस महकमा एक्शन में आ गया। झांसी रेंज डीआईजी जोगेंद्र कुमार ने झांसी, ललितपुर एवं जालौन के पुलिस कप्तानों को चिन्हित माफियाओं के खिलाफ तत्काल कार्रवाई शुरू करने के निर्देश दिए हैं।

डीआईजी ने अपने निर्देश में इन सभी चिन्हित माफियाओं की अनिवार्य तौर पर हिस्ट्रीशीट खोलने को कहा है। गैंगस्टर से छूटे माफिया पर इसके तहत भी कार्रवाई होगी। बैंकों के साथ ही चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा भी खंगालने को कहा है। संपत्ति का ब्यौरा मिलने के बाद यह संपत्ति जब्त होगी।

अब तक नौ करोड़ किए जा चुके जब्त

झांसी रेंज में अभी तक कुल चौदह माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई हुई। उनसे करीब नौ करोड़ की रकम जब्त की जा चुकी है। पुलिस के आकड़ों के मुताबिक झांसी में सात माफिया के खिलाफ 3.42 करोड़ रुपये जब्त हुए। जालौन में छह माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 4.90 करोड़ एवं ललितपुर में एक माफिया के खिलाफ 10.50 लाख रुपये जब्त किए जा चुके हैं।

माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई के लिए सभी एसएसपी को सख्त निर्देश दिए हैं। इनके खिलाफ विधिक कार्रवाई करने के साथ ही संपत्ति जब्तीकरण की कार्रवाई भी करने को कहा गया है। जिनके परिवार में शस्त्र लाइसेंस हैं, उनको भी निरस्त किया जाएगा। इसकी नियमित समीक्षा भी की जाएगी।- जोगेंद्र कुमार, डीआईजी



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