अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी ने भी इस एस्टरॉयड के पृथ्वी की ओर आने की जानकारी दी थी। बताया था कि 3,400 फीट चौड़ा एक विशाल एस्टरॉयड पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है। कुछ दिनों पहले तक इसकी रफ्तार 47,196 किलोमीटर प्रति घंटा थी।
अगर आपकी दिलचस्पी इस फ्लाईबाई को देखने में है, तो इस यूट्यूब लिंक पर जाकर एक्सपीरियंस कर सकते हैं। भले ही इस एस्टरॉयड को पृथ्वी के लिए ‘संभावित रूप से खतरनाक’ की कैटिगरी में रखा गया है, लेकिन यह पृथ्वी से काफी दूर होगा। यह दूरी, पृथ्वी और चंद्रमा की दूरी से भी 10 गुना ज्यादा है।
द वर्चुअल टेलीस्कोप प्रोजेक्ट के तहत इस फ्लाईबाई को टेलीकास्ट किया जा रहा है। वर्चुअल टेलीस्कोप प्रोजेक्ट के फाउंडर जियानलुका मासी ने कहा कि मॉडरेट साइज के टेलीस्कोप से भी इस एस्टरॉयड को देखा जाना चाहिए, खासकर कि दक्षिणी गोलार्ध से। बताया जाता है कि इस एस्टरॉयड का आकार 1.8 किलोमीटर व्यास का है और जब यह पृथ्वी के करीब से गुजर रहा है, तब इसके और पृथ्वी के बीच की दूरी 40 लाख किलोमीटर है। इसे अपोलो कैटिगरी के एस्टरॉयड के रूप में क्लासिफाइड किया गया है। इसे और आसानी से समझना हो तो पृथ्वी के पास से गुजर रहा यह एस्टरॉयड दुबई स्थित बुर्ज खलीफा से दोगुना बड़ा है। हालांकि नासा और दूसरी एजेंसियां पहले ही यह बता चुकी हैं कि इस एस्टरॉयड से पृथ्वी को कोई खतरा नहीं है।
नासा ऐसे एस्टरॉयड की लिस्ट तैयार रखती है, जो पृथ्वी के लिए खतरा हो सकते हैं। वह इस लिस्ट को अपडेट भी करती है। उदाहरण के लिए एस्टरॉयड एपोफिस को 2021 में इस लिस्ट से हटा दिया गया था, क्योंकि नई जानकारी में यह पता चला कि वह एस्टरॉयड पृथ्वी के लिए खतरा नहीं है।