Twitter पर दिल्ली पुलिस ने इसके लिए खास अलर्ट मैसेज जारी कर लिखा, “सावधान! साइबर फ्रॉड के लिए @MTNLOfficial का नाम और लोगो इस्तेमाल किए जाने की घटनाएं तेजी से बढ़ गई हैं। केवाईसी अपडेशन के नाम पर यूजर्स के वॉट्सऐप पर मैसेज भेजा जाता है, जिसके जरिए साइबर ठग यूजर की गोपनीय जानकारी चुरा लेते हैं।
Beware❗️
There is a sharp spike in fraudulent incidents wherein @MTNLOfficial‘s name & logo are being used to commit cyber fraud. Mobile customers receive WhatsApp messages from miscreants on the pretext of KYC updation to retrieve confidential information.@DCP_CCC_Delhi pic.twitter.com/j7HFOVCbxZ— Delhi Police (@DelhiPolice) July 19, 2022
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि किसी भी यूजर को संदेहास्पद ऐप अपने मोबाइल में डाउनलोड नहीं करनी चाहिए और सबसे जरूरी बात, एमटीएनएल वॉट्सऐप पर केवाईसी वैरिफिकेशन कभी नहीं करता है। ऐसे साइबर फ्रॉड के केस में पीड़ित व्यक्ति को तुरंत मामले की रिपोर्ट 1930 पर करनी चाहिए या फिर अपने नजदीकी साइबर पुलिस स्टेशन पर जाना चाहिए।
पिछले महीने, पुणे पुलिस ने एक पूर्व आईपीएस ऑफिसर और एक साइबर एक्सपर्ट के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी। यह चार्जशीट कथित क्रिप्टोकरेंसी फ्रॉड के लिए की गई थी जिसमें कई करोड़ की क्रिप्टोकरेंसी का घोटाला किया गया था। आईपीएस ऑफिसर पाटिल ने इंडियन पुलिस सर्विस से अपनी मर्जी से रिटायरमेंट ले लिया था। इनके साथ दूसरे व्यक्ति घोड़े को भी पुणे पुलिस ने गिरफ्तार किया था। ये दोनों 2018 में दो क्रिप्टोकरेंसी केसों की जांच पड़ताल कर रहे थे। पुलिस ने आरोप लगाया कि पाटिल ने इन्वेस्टिगेशन के दौरान कुछ क्रिप्टोकरेंसी को अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लिया और इसके बदले में घोड़े ने पुलिस को स्क्रीनशॉट दिखाकर गुमराह कर दिया।
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