हाइलाइट्स
छोटी बचत योजनाएं उन लोगों के लिए बहुत उपयोगी हैं जो थोड़ा- थोड़ा पैसे निवेश करते हैं.
बेटी के भविष्य के लिए बढिया फंड बनाने के लिए सुकन्या समृद्धि योजना बहुत उपयोगी है.
सुकन्या समृद्धि योजना के नियमों में अब बदलाव कर दिया गया है.
नई दिल्ली. केंद्र सरकार कई छोटी बचत योजनाएं (Small Savings Schemes) चलाती हैं. इन योजनाओं में देश के बहुत से लोग पैसा निवेश करते हैं क्योंकि इनमें जहां पैसा सुरक्षित रहता है वहीं रिटर्न भी अच्छा मिलता है.छोटी बचत योजनाएं उन लोगों के लिए बहुत उपयोगी हैं जो थोड़ा- थोड़ा पैसे निवेश करके भविष्य के लिए अच्छा-खासा फंड बनाना चाहते हैं. ये ऐसे लोग होते हैं जो एकमुश्त रकम निवेश नहीं कर सकते. अगर आप भी अपनी बेटी की शादी या उच्च शिक्षा के लिए निवेश करना चाहते हैं तो आपको सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana – SSY) में निवेश करना चाहिए.
सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दरें बैंक एफडी से ज्यादा हैं और इसमें अन्य छोटी बचत योजनाओं के मुकाबले बेहतर रिटर्न मिलता है. एसएसवाई में फिलहाल 7.6 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है. सरकार ने इस योजना में कई अहम बदलाव किए हैं.
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अब तीन बेटियों का खाता भी खुलेगा
सुकन्या समृद्धि योजना में अभी तक दो बेटियों के अकाउंट पर ही आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत टैक्स छूट का फायदा मिलता था. तीसरी बेटी होने की स्थिति में टैक्स छूट नहीं मिलती थी. लेकिन अब नियमों में बदलाव करके तीसरी बेटी के खाते पर भी टैक्स छूट का ऐलान सरकार ने किया है. अगर एक बेटी के बाद दो जुड़वां बेटियां होती हैं तो उन दोनों के लिए भी अकाउंट खुलवा सकते हैं. मतलब एक साथ तीन बेटियों के नाम पैसा जमा किया जा सकता है और उस पर टैक्स छूट का दावा किया जा सकता है;
मिलता रहेगा ब्याज
सुकन्या समृद्धि योजना में सालाना न्यूनतम 250 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक जमा किया जा सकता है. अगर साल में न्यूनतम राशि जमा जमा नहीं कराई जाती है तो खाता डिफॉल्ट हो जाता है. पहले खाता डिफॉल्ट होने पर अकाउंट दोबारा एक्टिव नहीं होने तक ब्याज नहीं मिलता था. लेकिन अब नियमों में बदलाव कर दिया गया है. अब अकाउंट दोबारा एक्टिव नहीं होने पर भी अकाउंट में जमा राशि पर मैच्योरिटी तक लागू दर से ब्याज मिलता रहेगा.
सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट होल्डर्स बेटी की उम्र 10 साल पूरी होने पर वह अपने अकाउंट को ऑपरेट कर सकती थी. लेकिन अब बेटी की उम्र 18 साल पूरी होने पर ही उसे खाता मैनेज करने का अधिकार मिलेगा. इससे पहले बेटी के अभिभावक इस खाते को चला सकते हैं.
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खाता बंद करने के नियमों में बदलाव
पहले नियम था कि सुकन्या समृद्धि योजना को बेटी के गुजर जाने या पता बदलने पर बंद किया जा सकता था. अब इसमें भी बदलाव कर दिया गया है. अब अगर खाताधारक को जानलेवा बीमारी हो जाए तो भी खाता बंद कराया जा सकता है.यही नहीं अगर अभिभावक की मृत्यु हो जाए तो अकाउंट मैच्योरिटी से पहले बंद कराया जा सकता है.
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Tags: Investment, Investment tips, Money Making Tips, Small Saving Schemes
FIRST PUBLISHED : July 27, 2022, 07:50 IST