Budget Session: मराठी को जल्द मिल सकता है शास्त्रीय भाषा का दर्जा, सरकार ने राज्यसभा में दी जानकारी


एजुकेशन डेस्क, अमर उजाला
Published by: सुभाष कुमार
Updated Thu, 03 Feb 2022 04:56 PM IST

सार

Budget Session: प्रश्नकाल में पूरक सवालों का जवाब देते हुए संस्कृति राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बताया कि मराठी भाषा के मामले में सरकार तत्परता से विचार कर रही है।

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मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने के मामले में केंद्र सरकार ने बुधवार को राज्यसभा में बयान दिया। सरकार ने बताया कि संस्कृति मंत्रालय इस मामले पर विचार कर रहा है और जल्द ही इस पर बेहतर फैसला लिया जाएगा। 
प्रश्नकाल में पूरक सवालों का जवाब देते हुए संस्कृति राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बताया कि मराठी भाषा के मामले में सरकार तत्परता से विचार कर रही है। भारतीय भाषाएं सरकार के लिए प्राथमिकता का विषय है। उन्होंने आगे बताया कि सरकार ने अब तक 6 भाषाओं (तमिल, तेलुगु, संस्कृत, कन्नड़, मलयालम और उड़िया) को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया है। संस्कृति मंत्रालय इस मामले पर फैसला गृह मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार लेती है। शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इस मामले में देरी को लेकर सवाल पूछा था। 

मेघवाल ने आगे बताया कि मंत्रालय ने इस मामले में एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया है। इसके बाद यह मामला साहित्य अकादमी के पास गया है और बेहतर तरीके से आगे बढ़ाया जा रहा है। जल्द ही इसपर अच्छी खबर सामने आएगी। इसके लिए मंत्रालयों के बीच भी बातचीत जारी है। किसी भी फैसले पर सदन को जानकारी दी जाएगी। वहीं, केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने भी अपने लिखित उत्तर में बताया कि मराठी भाषा को शास्त्रीय स्तर का दर्जा देने पर विचार किया जा रहा है। 

मराठी भाषा पर गर्व
एक अन्य पूरक प्रश्न के जवाब में मेघवाल ने कहा कि भाषा विशेषज्ञ समिति मराठी भाषा के मामले पर विचार कर रही है। पूरे देश को मराठी भाषा और इतिहास पर गर्व है। जल्द ही इस पर फैसला कर लिया जाएगा। देरी के सवाल पर उन्होंने कहा कि मामला संस्कृति, गृह और शिक्षा तीन मंत्रालयों के समक्ष है। इस कारण इसमें समय लगता है।  

विस्तार

मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने के मामले में केंद्र सरकार ने बुधवार को राज्यसभा में बयान दिया। सरकार ने बताया कि संस्कृति मंत्रालय इस मामले पर विचार कर रहा है और जल्द ही इस पर बेहतर फैसला लिया जाएगा। 

प्रश्नकाल में पूरक सवालों का जवाब देते हुए संस्कृति राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बताया कि मराठी भाषा के मामले में सरकार तत्परता से विचार कर रही है। भारतीय भाषाएं सरकार के लिए प्राथमिकता का विषय है। उन्होंने आगे बताया कि सरकार ने अब तक 6 भाषाओं (तमिल, तेलुगु, संस्कृत, कन्नड़, मलयालम और उड़िया) को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया है। संस्कृति मंत्रालय इस मामले पर फैसला गृह मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार लेती है। शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इस मामले में देरी को लेकर सवाल पूछा था। 

मेघवाल ने आगे बताया कि मंत्रालय ने इस मामले में एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया है। इसके बाद यह मामला साहित्य अकादमी के पास गया है और बेहतर तरीके से आगे बढ़ाया जा रहा है। जल्द ही इसपर अच्छी खबर सामने आएगी। इसके लिए मंत्रालयों के बीच भी बातचीत जारी है। किसी भी फैसले पर सदन को जानकारी दी जाएगी। वहीं, केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने भी अपने लिखित उत्तर में बताया कि मराठी भाषा को शास्त्रीय स्तर का दर्जा देने पर विचार किया जा रहा है। 

मराठी भाषा पर गर्व

एक अन्य पूरक प्रश्न के जवाब में मेघवाल ने कहा कि भाषा विशेषज्ञ समिति मराठी भाषा के मामले पर विचार कर रही है। पूरे देश को मराठी भाषा और इतिहास पर गर्व है। जल्द ही इस पर फैसला कर लिया जाएगा। देरी के सवाल पर उन्होंने कहा कि मामला संस्कृति, गृह और शिक्षा तीन मंत्रालयों के समक्ष है। इस कारण इसमें समय लगता है।  

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