CEA: कोरोना महामारी के प्रभाव से उबर रहा देश, 2027 तक बनेगा पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था


बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: दीपक चतुर्वेदी
Updated Sat, 11 Jun 2022 03:25 PM IST

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शानिवार को हरियाणा के गुरुग्राम में एक कार्यक्रम के दौरान मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) अनंत नागेश्वरन ने कहा कि भारत कोविड-19 के प्रकोप से अनुकरणीय वापसी कर रहा है। अर्थव्यवस्था के हर मापदंड और गतिविधियां पूर्व-कोरोना स्तर को पार कर चुकी हैं। उन्होंने कहा कि हम 2027 तक पांच ट्रिलियन डॉलर जीडीपी वाला देश बन जाएंगे। 

नागेश्वरन यहां हरियाणा इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में इंडियन ‘इकोनॉमी: प्रोस्पेक्टस, चैलेंज एंड एक्शन प्वाइंट’ विषय पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना से उबरने के लिए सरकार ने पॉलिसी लेवल पर कई सकारात्मक कदम उठाए, जिनमें भारतीय रिजर्व बैंक ने अपना पूरा समर्थन दिया। मुख्य सलाहकार ने कहा कि दुनिया दूसरे विकसित और विकासशील देशों की तुलना में भारतीय अर्थव्यवस्था हर तरह से ज्यादा सुदृढ़ है।  उन्होंने कहा कि विकसित दुनिया कम मुद्रास्फीति से उच्च मुद्रास्फीति की ओर बढ़ रही है और ऐसे समय में हम मुद्रास्फीति के दबाव को नियंत्रण में रखने में कामयाब रहे हैं। 

सीईए ने उम्मीद जताते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के अनुमान के अनुसार, भारत साल 2027 तक पांच ट्रिलियन डॉलर की जीडीपी वाला देश बन जाएगा। नागेश्वरन ने कहा कि आज, हमारे पास निजी निवेश का एक मजबूत पुनरुद्धार है और देश के पास लक्ष्य के मुताबिक विदेशी मुद्रा भंडार है। पिछले कुछ वर्षों के दौरान भारत में डिजिटल भुगतान की संख्या में वृद्धि इस बात का संकेत है कि देश में तेजी से बदलाव हो रहा है। 

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शानिवार को हरियाणा के गुरुग्राम में एक कार्यक्रम के दौरान मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) अनंत नागेश्वरन ने कहा कि भारत कोविड-19 के प्रकोप से अनुकरणीय वापसी कर रहा है। अर्थव्यवस्था के हर मापदंड और गतिविधियां पूर्व-कोरोना स्तर को पार कर चुकी हैं। उन्होंने कहा कि हम 2027 तक पांच ट्रिलियन डॉलर जीडीपी वाला देश बन जाएंगे। 

नागेश्वरन यहां हरियाणा इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में इंडियन ‘इकोनॉमी: प्रोस्पेक्टस, चैलेंज एंड एक्शन प्वाइंट’ विषय पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना से उबरने के लिए सरकार ने पॉलिसी लेवल पर कई सकारात्मक कदम उठाए, जिनमें भारतीय रिजर्व बैंक ने अपना पूरा समर्थन दिया। मुख्य सलाहकार ने कहा कि दुनिया दूसरे विकसित और विकासशील देशों की तुलना में भारतीय अर्थव्यवस्था हर तरह से ज्यादा सुदृढ़ है।  उन्होंने कहा कि विकसित दुनिया कम मुद्रास्फीति से उच्च मुद्रास्फीति की ओर बढ़ रही है और ऐसे समय में हम मुद्रास्फीति के दबाव को नियंत्रण में रखने में कामयाब रहे हैं। 

सीईए ने उम्मीद जताते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के अनुमान के अनुसार, भारत साल 2027 तक पांच ट्रिलियन डॉलर की जीडीपी वाला देश बन जाएगा। नागेश्वरन ने कहा कि आज, हमारे पास निजी निवेश का एक मजबूत पुनरुद्धार है और देश के पास लक्ष्य के मुताबिक विदेशी मुद्रा भंडार है। पिछले कुछ वर्षों के दौरान भारत में डिजिटल भुगतान की संख्या में वृद्धि इस बात का संकेत है कि देश में तेजी से बदलाव हो रहा है। 



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