करण जौहर को ‘डाउनमार्केट’ लगती थी आदित्य की हिंदी
2017 में आई किताब में करण जौहर ने लिखा है, ‘जब मैं बच्चा था तो स्टार किड्स की कंपनी में रहा। मैं ऋतिक रोशन, अभिषेक बच्चन, श्वेता बच्चन, जोया अख्तर और फरहान अख्तर को जानता था। मैं श्वेता और जोया के हमेशा करीब रहा। लेकिन लड़के काफी बिगड़ैल थे, खासकर अभिषेक बच्चन और फरहान। अभिषेक मुझसे चार साल छोटे हैं। मेरी उनके साथ कभी नहीं पटी। मुझे वो कभी पसंद नहीं आए। आदि (आदित्य चोपड़ा) और उनका गैंग हमेशा ही बहुत हिंदी बोलता था। यही मैं झेल नहीं पाता था।’
मम्मी से बोलते थे करण जौहर-मुझे उन बच्चों के घर मत भेजना
करण जौहर ने किताब में आगे लिखा है, ‘मैं घर वापस आकर मम्मी से कहथाा कि वो लोग सिर्फ हिंदी बोलते हैं। मुझे उनके घर मत भेजा करो। और मम्मी कहती थीं- वो सिर्फ हिंदी बोलते हैं, इससे तुम्हारा क्या मतलब है?’ तो मैं बोलता कि वो लोग बहुत फिल्मी बातें करते हैं। कहते हैं कि तूने क्रांति देखी है क्या? कितनी अच्छी फिल्म है। तो मुझे ये लगातार हिंदी में बात बहुत डाउनमार्केट और खराब लगती थी। मैंने मम्मी को बोल दिया था कि मैं इन बच्चों से बात नहीं करूंगा।’
करण जौहर ने आदित्य चोपड़ा को किया था असिस्ट
करण जौहर ने आदित्य चोपड़ा की फिल्म ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ में सिर्फ असिस्ट ही नहीं किया था, बल्कि एक्टिंग भी की थी। इस फिल्म में वह शाहरुख खान के दोस्त रॉकी के रोल में नजर आए थे। करण जौहर ने एक्टिंग डेब्यू दूरदर्शन के टीवी शो ‘इंद्रधनुष’ से किया था। इसमें उर्मिला मातोंडकर भी थीं।
करण जौहर ने 2001 में दिए एक इंटरव्यू में बताया था कि उनके पिता ने उनसे कहा था कि वह आदित्य चोपड़ा के साथ काम न करें। पिता ने कहा था कि आदित्य को असिस्ट करने के बजाय वह उनके पिता यश चोपड़ा को असिस्ट करें। तब करण ने पिता को जवाब दिया था कि उन्हें ऐसा लगता है कि आदित्य को असिस्ट करना चाहिए। इसलिए वह बस उन्हें एक साल दे दें। फिर आगे देखेंगे कि क्या करना है।
‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ की चर्चा
करण जौहर अब अपनी फिल्म ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ को लेकर चर्चा में हैं। इस फिल्म के जरिए वह छह साल बाद डायरेक्शन में वापसी कर रहे हैं। ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ में रणवीर सिंह, आलिया भट्ट, शबाना आजमी और धर्मेंद्र जैसे स्टार्स नजर आएंगे।