नई दिल्ली. देश के कई राज्यों की तर्ज पर अब दिल्ली में भी बिजली के स्मार्ट मीटर (Smart Meter Scheme) की योजना लागू करने की तैयारी की जा रही है. दिल्ली की निजी बिजली कंपनियों की ओर से स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे. दिल्ली की तीनों निजी बिजली कंपनियों में से बीएसईएस (BSES) की ओर से कवायद शुरू कर दी गई है. केंद्र सरकार (Central Government) के ऊर्जा मंत्रालय के दिशा-निर्देशों पर बीएसईएस ने 50 लाख स्मार्ट मीटरों की आपूर्ति के लिए आवेदन मांगे हैं. इस योजना पर करीब 4,000 करोड़ की लागत आने का अनुमान है.
निजी बिजली कंपनी बीएसईएस के मुताबिक उसने वर्तमान में लगे बिजली के साधारण मीटरों की जगह स्मार्ट मीटर (Smart Meter) लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. गत 17 जून को इस संबंध में एक टेंडर नोटिस जारी किया गया था, जिसमें 50 लाख स्मार्ट मीटरों की आपूर्ति के लिए आवेदन मांगे गए हैं.
स्मार्ट मीटर लगाने के लक्ष्य को केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय की टाइमलाइन के मुताबिक मार्च 2025 तक हासिल कर लिया जाएगा. यह एक ही लोकेशन पर 50 लाख स्मार्ट मीटर लगाने की, देश के सबसे बड़ी पहल में से एक होगी. प्राइवेट सेक्टर में यह देश का सबसे बड़ा स्मार्ट मीटर प्राजेक्ट होगा. किसी मेट्रो शहर में भी यह सबसे बड़ा स्मार्ट मीटर प्रोजेक्ट है.
इन राज्यों में शुरू हो चुकी है स्मार्ट मीटर प्रोजेक्ट की शुरूआत
अब तक देश में 40 लाख 40 हजार स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं. बीएसईएस का स्मार्ट मीटर प्रोजेक्ट इससे भी बड़ा है. यह 50 लाख स्मार्ट मीटरों का प्रोजेक्ट है, जिन पर अमल करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. जिन बड़े राज्यों में अभी तक स्मार्ट मीटर प्रोजेक्ट शुरू किए गए हैं, उनमें उत्तर प्रदेश में 11.55 लाख स्मार्ट मीटर, बिहार में 8.7 लाख, राजस्थान में 5.5 लाख, हरियाणा में 4.52 लाख और असम में 2.38 लाख स्मार्ट मीटर लगाया जाना शामिल है.
सामान्यतया भारत में या विदेशों में भी स्मार्ट मीटर लगाने के प्रोजेक्ट को पूरा करने में 5 से 8 सालों का वक्त लगता है. लेकिन बीएसईएस क्षेत्र में इस प्रोजेक्ट को दुनिया में सर्वाधिक तेजी से पूरा किया जाएगा. बीएसईएस स्मार्ट मीटर के प्रोजेक्ट को 2 से 3 सालों के भीतर पूरा कर लेगी.
बीएसईएस का स्मार्ट मीटर प्रोजेक्ट उपभोक्ताओं के लिए काफी फायदेमंद होगा. स्मार्ट मीटर की कई विशेषताएं होंगी. स्मार्ट मीटर की मदद से उपभोक्ता बिजली की खपत को खुद मॉनिटर कर सकते हैं और उसका विश्लेषण भी कर सकते हैं. डिमांड साइड मैनेजमेंट पर ध्यान देकर तार्किक तरीके से बिजली की खपत कर सकते हैं और इस तरह बिल में कमी ला सकते हैं.
स्मार्ट मीटर के होंगे ये खास फायदे
बीएसईएस ऑफिस में विजिट किए वगैर ही प्रीपेड बिलिंग से पोस्ट पेड बिलिंग का विकल्प चुन सकते हैं. स्मार्ट मीटर के माध्यम से लोड बढ़ाने/ घटाने के लिए आवेदन कर सकते हैं. स्मार्ट मीटर में अपने इलेक्टिक वाहन की चार्जिंग को मॉनिटर कर सकते हैं. इसमें रूफ टॉप सौर ऊर्जा नेट मीटरिंग को भी मॉनिटर किया जा सकता है. अगर बिजली आपूर्ति में कोई समस्या आती है या सेवाओं में किसी तरह का व्यवधान आता है, तो स्मार्ट मीटर इनसे संबंधित सूचना उपभोक्ता को दे देगा. स्मार्ट मीटर यह भी बता देगा कि बिजली बहाल होने में कितना वक्त मिलेगा.
इन मीटरों से डिस्कॉम को मिलेगी बिजली योजना बनाने में मदद
दूसरी ओर, स्मार्ट मीटर से डिस्कॉम को बिजली की योजना बनाने में मदद मिलेगी. स्मार्ट मीटर बिजली के लोड का अनुमान लगाने में और बिजली की शिड्यूलिंग करने में डिस्कॉम की मदद करेगी.
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Tags: Central government, Delhi news, Electricity Department, Free electricity
FIRST PUBLISHED : June 20, 2022, 19:12 IST