नई दिल्ली: साल के पहले चक्रवात असनी (Cyclone Asani) की वजह से बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) के दक्षिण पूर्वी हिस्से पर कम दबाव क्षेत्र बना हुआ है. चक्रवाती तूफान आसनी की वजह से अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के लिए मौसम विभाग (IMD) ने भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. विभाग की मानें तो कल यानि 21 मार्च को चक्रवाती तूफान असनी अपना खतरनाक रूप दिखा सकता है. चक्रवात के संभावित लैंडफाल से पहले प्रशासन ने निचले इलाकों से निवासियों को निकालने की योजना बनाई है. भारी बारिश वाले सभी संभावित जगहों पर सेना को अलर्ट पर रखा गया है.
आइए जानते हैं चक्रवाती तूफान असनी और उससे बचाव को लेकर प्रशासन की तैयारियों से संबंधित 10 बड़ी बातें…
मौसम विभाग के जानकारों की मानें तो बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. अगले 24 घंटे में इस क्षेत्र में और अधिक गहरा दबाव बनने की संभावना है.
चक्रवाती तूफान असनी को देखते हुए प्रशासन ने जहाज, विमान, हेलकॉप्टर, गोताखोर और आपदा प्रबंधन दल को स्टैंड बाय मोड पर रखा है. तटरक्षक जहाज मछुआरों को बंदरगाह तक ले जा रहे हैं.
मौसम विभाग ने अपने ऑफिशियल वेबसाइट पर कहा है कि कम दबाव क्षेत्र में यह कल एक चक्रवाती तूफान में बदल सकता है.
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में रविवार को ही असनी का असर दिखने लगा था. द्वीप के कुछ हिस्सों में दोपहर से तेज हवाओं के साथ तेज बारिश हुई. चक्रवात को देखते हुए अंतर-द्वीप शिपिंग सेवाओं को रोक दिया गया है.
प्रशासन ने मछुआरों को बाहर न जाने की सलाह दी है. अधिकारियों ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल या एनडीआरएफ के करीब 100 कर्मियों को तैनात किया गया है और द्वीपों के कुछ हिस्सों में छह राहत शिविर बनाए गए हैं.
मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात कल बांग्लादेश- म्यामांर तट की ओर बढ़ने उम्मीद है. प्रशान ने किसी को समुद्र के पास न जाने की सलाह दी है.
केंद्र शासित प्रदेश के मुख्य सचिव जितेंद्र नारायण ने अधिकारियों से चक्रवात से प्रभावित लोगों के लिए पर्याप्त भोजन और प्रावधान सुनिश्चित करने को कहा है.
कल यानी सोमवार को अंडमान द्वीप समूह के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है.
साल के पहले चक्रवात के साथ, असनी, आ रहा है, बंगाल की खाड़ी के दक्षिण में और अंडमान सागर के दक्षिण में भारतीय तटरक्षक जहाज और विमान भी नाविकों और मछुआरों को मौसम की चेतावनी दे रहे हैं.
नौवहन सेवा निदेशालय ने 22 मार्च तक सभी अंतर-द्वीपीय सेवाओं को रद्द करने का आदेश दिया है. इसके अलावा, विशाखापत्तनम से एमवी कैंपबेल जहाज और चेन्नई जाने वाले एमवी सिंधु की यात्रा भी स्थगित कर दी गई हैं. चक्रवाती तूफान के कारण क्षेत्र के सभी स्कूल-कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं.