नई दिल्ली. देश में सीएनजी और पीएनजी (CNG-PNG) की लगातार बढ़ती कीमतों के बीच खुलासा हुआ है कि सरकार ने शहरी गैस वितरण (CGD) सेक्टर को प्राकृतिक गैस का नया आवंटन बंद दिया है. साथ ही प्राकृतिक गैस की कीमतों को भी दोगुने से ज्यादा बढ़ा दिया.
मामले से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि तेल मंत्रालय ने करीब एक साल से घरेलू क्षेत्र से CGD को प्राकृतिक गैस का नया आवंटन नहीं किया है. ऐसा तब है जबकि केंद्रीय कैबिनेट CGD को बिना किसी कटौती के 100 फीसदी गैस सप्लाई की मंजूरी दे चुका है. मंत्रालय की ओर से नया आवंटन नहीं मिलने की वजह से ही घरेलू बाजार में सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में लगातार उछाल आ रहा है. इतना ही नहीं घरेलू गैस क्षेत्र में आने वाले 2 लाख करोड़ रुपये के निवेश पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं.
ये भी पढ़ें – PNG price Hike : रसोई तक पहुंची महंगाई की ‘आग’, दिल्ली सहित इन शहरों में 4.25 रुपये बढ़े पीएनजी के दाम
आवंटन एक साल पुरानी मांग के आधार पर
पेट्रोलियम मंत्रालय मार्च, 2021 की मांग के आधार पर अभी शहरी गैस वितरकों को आवंटन कर रहा है. हालांकि, CGD ने दो महीने की औसत मांग के अनुरूप गैस सप्लाई की गुहार लगाई है, जबकि मंत्रालय की ओर से इसे 6 महीने की औसत मांग के अनुरूप करने की बात कही गई है. बावजूद इसके फिलहाल एक साल पुरानी मांग को देखकर घरेलू फील्ड से गैस की आपूर्ति की जा रही.
अभी और महंगी होगी सीएनजी-पीएनजी
एक तरफ तो सरकार शहरी गैस वितरण के लिए नई पाइपलाइन बिछाती जा रही जिससे सीएनजी और पीएनजी दोनों की मांग में बंपर इजाफा हुआ है. वहीं, दूसरी ओर घरेलू गैस फील्ड से मांग के अनुरूप नया आवंटन नहीं होने से CGD को गैस का आयात करना पड़ेगा. आयातित लिक्विड नेचुरल गैस (LNG) की कीमत घरेलू दरों से करीब छह गुना अधिक होती हैं. यही कारण है पिछले कुछ समय में सीएनजी-पीएनजी की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हुई है, जो आगे और बढ़ सकती है.
आंकड़ों पर नजर डालें तो साल 2022 में ही सीएनजी के दाम 60 फीसदी यानी 28 रुपये प्रति किलोग्राम तक बढ़ गए हैं. वहीं, पीएनजी की कीमत करीब 33 फीसदी बढ़ चुकी है. अगर नया आवंटन जल्द नहीं किया गया तो आगे भी सीएनजी-पीएनजी की कीमतों में बढ़ोतरी होगी. इसमें सबसे बड़ी भूमिका सरकार की ओर से एपीएम गैस के दाम 2.90 डॉलर प्रति इकाई से बढ़ाकर 6.10 डॉलर किया जाना है. यानी कीमतों में एकसाथ 110 फीसदी की वृद्धि कर दी गई.
ये भी पढ़ें – GST Rate : जीएसटी में बड़े फेरबदल की मोदी सरकार कर रही तैयारी, स्लैब तो घट जाएगा लेकिन दरें बढ़ेंगी!
घरेलू सप्लाई से पूरी होती है 70 फीसदी मांग
देश में कुल गैस खपत की 70 फीसदी मांग घरेलू सप्लाई से पूरी होती है. पिछले एक साल से नया आवंटन नहीं होने से मांग के मुकाबले आपूर्ति लगातार कम हो रही. अभी शहरी गैस वितरकों को प्रतिदिन 22 मिलियन स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर गैस की जरूरत होती है, लेकिन उन्हें आपूर्ति सिर्फ 17 मिलियन हो रही है. बाकी मांग पूरी करने के लिए 37 डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट के भाव से आयात करना पड़ता है. इसका बोझ कंपनियां सीधे ग्राहकों पर डाल रही हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: CNG price, Gas Price Increased, Inflation, PNG price