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प्रवर्तन निदेशालय ने नया समन जारी करते हुए कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को नेशनल हेराल्ड मामले की जांच में शामिल होने के लिए 25 जुलाई की जगह 26 जुलाई को तलब किया। इससे पहले सोनिया गांधी ईडी के तीसरे समन पर गुरुवार को पूछताछ के लिए पेश हुईं थी। वह आठ और 23 जून को कोरोना संक्रमित होने के कारण वह पेश नहीं हो सकी थीं। उन्होंने ईडी से पूछताछ की तारीख आगे बढ़ाने की मांग की थी।
सूत्रों के अनुसार ईडी ने सोनिया को दो विकल्प दिए। वह या तो अपने जवाब लिखकर दे सकती थीं, या फिर बोल सकती थीं, जिसे वहां बैठा ईडी का कर्मचारी कंप्यूटर पर टाइप करता। हालांकि, सोनिया गांधी ने कौन-सा विकल्प चुना, यह ईडी ने साफ नहीं किया।
बताया गया कि सोनिया के कोरोना पीड़ित होने के चलते पूछताछ की जगह दो डॉक्टरों की व्यवस्था की गई थी और एक एंबुलेंस को भी तैयार रखा गया था। ईडी के सूत्रों के मुताबिक सोनिया से ईडी अधिकारियों ने दो घंटे में करीब 12 सवाल पूछे। इसके बाद सोनिया ने दवा के लिए वहां से जाने का निवेदन किया, जिसे अधिकारियों ने स्वीकार कर लिया।
यंग इंडियन में सोनिया-राहुल के पास सबसे अधिक शेयर
यंग इंडियन कंपनी में सोनिया और राहुल गांधी सबसे बड़े शेयरधारक हैं। इस कंपनी पर आरोप है कि इसने सिर्फ 50 लाख रुपये खर्च कर नेशनल हेराल्ड अखबार के मालिकाना हक वाली कंपनी एसोसिएट जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) पर कब्जा कर लिया। एजेएल के पास देश के कई शहरों में मूल्यवान संपत्ति है। इस सौदे में धन शोधन के आरोपों की जांच ईडी कर रहा है। सोनिया से सहायक निदेशक स्तर के उसी जांच अधिकारी ने पूछताछ की, जिसने राहुल गांधी से सवाल जवाब किए थे। सोनिया से पूछताछ करने वाली टीम में एक महिला अधिकारी भी थी।