इंग्लैंड 44 साल बाद बना वर्ल्ड चैम्पियन, विकेट या रन से नहीं, एक ‘नियम’ से न्यूजीलैंड हारा फाइनल


नई दिल्ली. क्रिकेट इतिहास में 14 जुलाई का दिन बेहद खास है. इस दिन रोमांच की सारी हदें पार करने वाला ऐसा मुकाबला खेला गया, जिसने दुनिया को वनडे का नया वर्ल्ड चैम्पियन दिया. आमने-सामने वो दो टीमें थी जो 44 साल से खिताब जीतने का सपना देख रही थीं. लेकिन, विजेता कौन होगा? आखिर पलों तक यह बताना मुश्किल था, क्योंकि दोनों ही टीमें हार मानने को तैयार थीं. हम बात कर रहे हैं 2019 में आज ही के दिन यानी 14 जुलाई को इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर खेले गए वनडे विश्व कप फाइनल की.

इससे रोमांचक मुकाबला क्रिकेट में शायद ही कोई हुआ हो. जब 100 ओवर के खेल के बाद मैच टाई रहा. चैम्पियन के फैसले के लिए पहली विश्व कप के इतिहास में सुपर ओवर का सहारा लिया गया. लेकिन, वो भी टाई रहा. इस मुकाबले में न्यूजीलैंड न रन से हारा ना ही विकेट से, लेकिन फिर भी वर्ल्ड चैंपियन इंग्लैंड बना. इसी वजह था आईसीसी का एक नियम, जिसके तहत मैच में सबसे अधिक बाउंड्री लगाने वाली टीम को विजेता घोषित किया गया और इस तरह इंग्लैंड अपने घर में वनडे का नया बादशाह बना. हालांकि, विवाद के 3 महीने बाद इस नियम को हटा दिया गया. लेकिन, न्यूजीलैंड की क्रिकेट टीम और उसके फैंस को तो तब तक ऐसा जख्म मिल चुका था, जिसे वो शायद ही कभी भूलें.

आईसीसी के इस विवादित नियम ने सिर्फ न्यूजीलैंड ही नहीं, बल्कि क्रिकेट को पसंद करने वाले सभी फैंस का दिल एक झटके में तोड़ दिया था. रोमांच की हदें पार करने वाले मैच में क्या-क्या हुआ? कैसे इंग्लैंड की 44 साल की कोशिश अंजाम तक पहुंचीं, क्या है इंग्लैंड की 2019 में वर्ल्ड चैम्पियन बनने की कहानी आपको बताते हैं. तो दुनिया को वनडे का नया चैम्पियन मिल चुका था.

सुपर ओवर का सुपर रोमांच
2019 विश्व कप का फाइनल टाई होने के बाद विजेता के फैसले के लिए पहली बार सुपर ओवर का सहारा लिया गया. इसमें भी जो ड्रामा हुआ, उसके बारे में किसी ने सोचा नहीं होगा. सुपर ओवर में इंग्लैंड पहले बल्लेबाजी के लिए उतरा. जोस बटलर और बेन स्टोक्स पर इंग्लैंड की पूरी उम्मीदें टिकी थीं. गेंद ट्रेंट बोल्ट के हाथों में थी. पहली गेंद पर स्टोक्स ने 3 रन बनाए और दूसरी गेंद पर बटलर एक जोड़ पाए. इसके बाद तीसरी गेंद पर स्टोक्स ने मिडविकेट पर चौका जड़ इंग्लैंड को 8 रन तक पहुंचा दिया. अगली 2 गेंद में 3 और रन आए. आखिरी गेंद पर बटलर ने बाउंड्री लगाकर इंग्लैंड का स्कोर 15 रन तक पहुंचा दिया.

कीवी टीम को 6 गेंद में 16 रन चाहिए थे
अब न्यूजीलैंड को वर्ल्ड चैम्पियन बनने के लिए 6 गेंद में 16 रन की दरकार थी. यह मुश्किल लक्ष्य नहीं था. न्यूजीलैंड के लिए जिम्मी नीशम और मार्टिन गप्टिल बल्लेबाजी के लिए उतरे. उनके सामने थे तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर. आर्चर की पहली गेंद वाइ़ड रही. अगली गेंद पर नीशम ने 2 रन लिए और इसके बाद आर्चर की इस ओवर की दूसरी लीगल गेंद को नीशम ने बड़ी आसानी से स्टैंड्स में पहुंचा दिया. नीशम के इस एक छक्के से स्टेडियम में खामोशी सी छा गई. अब न्यूजीलैंड को 4 गेंद में 7 रन चाहिए थे. अगली तीन गेंद में कुल 5 रन आए. अब आखिरी गेंद पर न्यूजीलैंड को जीत के लिए 2 रन की दरकार थी.

स्ट्राइक पर गप्टिल थे. लेकिन, आखिरी गेंद में 2 रन बनाने के चक्कर में वो रन आउट हो गए. न्यूजीलैंड को 1 रन ही मिला और इस तरह सुपर ओवर भी टाई हो गया. लेकिन, आईसीसी के नियम के मुताबिक ज्यादा बाउंड्री लगाने वाली इंग्लैंड की टीम को वर्ल्ड चैंपियन घोषित कर दिया गया. मुकाबले में न्यूजीलैंड ने 2 छक्के, 14 चौके जमाए थे और इंग्लैंड ने 2 छक्के और 22 चौके जड़े थे. इस तरह बाउंड्री नियम के आधार पर इंग्लैंड पहली बार विश्व चैम्पियन बना.

100 ओवर के खेल के बाद भी चैम्पियन नहीं मिला
इससे पहले, वर्ल्ड कप फाइनल में न्यूजीलैंड ने टॉस जीत पहले बल्लेबाजी चुनी. हेनरी निकोल्स के अर्धशतक और टॉम लैथम के 47 रन के दम पर न्यूजीलैंड ने 50 ओवर में 8 विकेट पर 241 रन बनाए. जवाब में इंग्लैंड ने 86 रन के स्कोर पर ही अपने 4 विकेट गंवा दिए थे. लेकिन इसके बाद बेन स्टोक्स और जोस बटलर ने अहम साझेदारी कर इंग्लैंड को 200 रन के पार पहुंचा दिया. दोनों के बीच पांचवें विकेट के लिए 130 गेंद में 110 रन की साझेदारी हुई.

इंग्लैंड जीत की दहलीज पर खड़ा था. उसे आखिर के 6 ओवर में 53 रन चाहिए थे. स्टोक्स-बटलर जमे हुए थे. लेकिन फर्ग्युसन और जिम्मी नीशम ने बेहतरीन गेंदबाजी कर मेजबान टीम को एक बार फिर बैकफुट पर धकेल दिया. फर्ग्युसन ने जोस बटलर को 59 रन पर आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा और उसके बाद वो क्रिस वोक्स का विकेट लेने में भी कामयाब रहे. नीशम ने लियाम प्लंकेट और जोफ्रा आर्चर को आउट कर मैच को रोमांचक बना दिया.

IND vs ENG: रोहित शर्मा के लिए आज इंग्लिश टीम को हराना मुश्किल, पिछली 12 सीरीज हैं गवाह

आखिरी ओवर का रोमांच
फाइनल के अंतिम ओवर में इंग्लैंड को 15 रन की दरकार थी. स्ट्राइक पर स्टोक्स थे और उनके सामने ट्रेंट बोल्ट गेंदबाजी कर रहे थे. बोल्ट की पहली 2 गेंद पर 1 भी रन नहीं आया. लेकिन तीसरी गेंद पर स्टोक्स ने मिडविकेट पर छक्का जड़ दिया. इसके बाद चौथी गेंद पर जो कुछ हुआ, उसने न्यूजीलैंड के फैंस का दिल ही तोड़ दिया. चौथी गेंद पर स्टोक्स ने मिडविकेट पर शॉट खेला. स्टोक्स दो रन लेने के लिए दौड़े और मिडविकेट पर खड़े मार्टिन गप्टिल ने विकेटकीपर की ओर थ्रो फेंका. लेकिन गेंद स्टोक्स के बल्ले से लगकर बाउंड्री लाइन के पार चली गई. अंपायर ने इंग्लैंड को 6 रन दे दिये और इसका नतीजा यह हुआ कि अब इंग्लैंड को आखिरी 2 गेंद पर 3 रन की जरूरत थी.

IND vs WI: विराट कोहली और बुमराह नहीं जाएंगे वेस्टइंडीज दौरे पर, इस दिग्गज स्पिनर की होगी वापसी

बोल्ट की पांचवीं गेंद पर स्टोक्स ने एक बार फिर दो रन लेने की कोशिश की. लेकिन दूसरा रन लेने के चक्कर में आदिल रशीद रन आउट हो गए. आखिरी गेंद पर भी यही हुआ और मार्क वुड दो रन लेने के चक्कर में रन आउट हो गए. इस तरह वर्ल्ड कप फाइनल टाई हो गया और मुकाबला सुपर ओवर तक गया, जिसमें इंग्लैंड बाउंड्री नियम से वनडे का नया विश्व चैम्पियन बना.

Tags: Ben stokes, England vs new zealand, ICC ODI World Cup 2019, Icc world cup, Kane williamson, On This Day, Trent Boult

image Source

Enable Notifications OK No thanks