कर्मचारियों के विरोध के बीच चेन्नई प्लांट में प्रोडक्शन शुरू करेगी फोर्ड


नई दिल्ली. भारत में फोर्ड मोटर ने अगले महीने के अंत तक तमिलनाडु में अपनी चेन्नई फैसिलिटी में उत्पादन करने का फैसला किया है. अमेरिकी ऑटो दिग्गज इस समय अपने उन कर्मचारियों के साथ बातचीत कर रही है, जो उन्हें दिए जाने वाले सेवरेंस पैकेज का विरोध कर रहे हैं. प्रोडक्शन शेड्यूल को जून से जुलाई तक बढ़ाने का निर्णय कर्मचारियों के साथ गुई बातचीत के बाद लिया गया है.

फोर्ड इंडिया ने पिछले साल देश में कार बनाना बंद करने के अपने फैसले की घोषणा की थी. कंपनी ने सितंबर में घोषणा की थी कि यूएस-बेस्ड कंपनी संचालन के 10 वर्षों के भीतर लगभग 2 बिलियन डॉलर के नुकसान के बाद भारत में अपने कारोबार को समाप्त कर देगी.

विरोध के बाद फिर से काम शुरू
फोर्ड के भारत में कार निर्माण बंद करने के फैसले ने उसके हजारों कर्मचारियों के भविष्य को अधड़ में लटका दिया. इसके चलते कुछ कर्मचारियों ने 30 मई से चेन्नई के पास मराईमलाई नगर में फोर्ड इंडिया की फैसिलिटी पर विरोध शुरू कर दिया था. कर्मचारियों के विरोध के चलते फोर्ड ने 14 जून से फैसिलिटी में परिचालन फिर से शुरू करने का फैसला किया है.

यह भी पढ़ें- शानदार डिजाइन और एडवांस फीचर्स के साथ आती है ये ऑल्टो, क्या भारत में भी होगी लॉन्च?

हड़ताल करने वालों को चेतावनी
कार निर्माता ने कहा था कि सेवरेंस पैकेज केवल उन लोगों को दिया जाएगा, जो फोर्ड इंडिया को अपना प्रोडेक्शन शेड्यूल पूरा करने में मदद करने के लिए शामिल हुए थे. इसके साथ ही कंपनी ने हड़ताल और विरोध का सहारा लेने वालों के वेतन का नुकसान होने की भी चेतावनी दी है.

50 प्रतिशत कर्मचारियों ने दी सहमति
समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा फोर्ड इंडिया के प्रवक्ता के हवाले से कहा गया है कि 9 जून, 2022 को कर्मचारी कैस्केड के अनुसार, कंपनी को सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है. बड़ी संख्या में कर्मचारियों ने सेवरेंस पैकेज पर निरंतर चर्चा करने के बाद उत्पादन का समर्थन करने के लिए सहमति व्यक्त की है. 50 प्रतिशत से अधिक स्थायी कर्मचारी 14 जून से उत्पादन का समर्थन कर रहे हैं और कंपनी ने जुलाई 2022 के अंत तक उत्पादन बढ़ाने का फैसला किया है, जुलाई में उत्पादन का समर्थन जारी रखने वाले सभी कर्मचारियों को वेतन सुरक्षा मिलेगी.

यह भी पढ़ें- सिंगल चार्ज पर मर्सिडीज-बेंज विजन EQXX ने 14 घंटे में तय किया 1202km लंबा सफर

कर्मचारी को 115 दिन के वेतन की पेशकश
फोर्ड के प्रवक्ता ने कहा कि हम श्रम विभाग की देखरेख में सेवरेंस पैकेज के विवरण और बेनेफिट्स को एक्सप्लेन करने के लिए कर्मचारियों और यूनियन के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करने के लिए तत्पर हैं. कार निर्माता का कहना है कि उसने सेवा के दौरान हर साल अपने कर्मचारी को लगभग 115 दिनों तक वेतन की पेशकश की है. फोर्ड का कहना है कि यह ऑफर वैधानिक सेवरेंस पैकेज से काफी अधिक है.

image Source

Enable Notifications OK No thanks