गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में रविवार शाम को हुए हमले में दो सिपाही गंभीर रूप से घायल हैं। सोमवार को एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने इसे आतंकी वारदात जैसा बताया है, वहीं हमलावर मुर्तजा के पिता ने एक हैरान करने वाली बात बताई है। पिता मुनीर अहमद अब्बासी ने दावा किया कि एक अप्रैल को ही उनके घर पर आए दो लोग खुद को पुलिस बताकर उनके बेटे को पूछ रहे थे।
उन्होंने बताया कि उन लोगों ने कहा था वो मुर्तजा की तलाश कर रहे हैं। उसके खिलाफ समन जारी हुआ है। कोई 35 लाख रुपये से जुड़ा मामला है। उसके खिलाफ कोर्ट से समन जारी हुआ है। उन्होंने बताया कि जब मैंने कागज दिखाने को कहा तो उन लोगों ने पहले मुर्तजा को बुलाने की बात कही।
पिता मुनीर अहमद अब्बासी का कहना है कि उनका बेटा दिमागी रूप से ठीक नहीं है। काफी दिनों से उसका इलाज चल रहा था। इसी की वजह से उसने नौकरी भी छोड़ दी थी और उसकी पत्नी भी उसे छोड़कर अलग रहने लगी थी।
पिता के मुताबिक, मुर्तजा की हरकतों से डॉक्टर भी हैरान और परेशान थे। डॉक्टरों ने उसे साई मेडिकल कॉलेज के मनोविज्ञानी को रेफर किया था, जहां उसका काफी दिनों से इलाज चल रहा है। अब्बासी ने बताया कि हम लोग उसे कभी घर से निकलने नहीं देते थे, लेकिन इस बीच मौका पाकर वह भाग निकला।
आईआईटी मुंबई से की है केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई
पुलिस की गिरफ्त में आए अहमद मुर्तजा अब्बासी ने आईआईटी मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। वह परिवार के साथ मुंबई में ही रहता था। अक्तूबर 2020 से आकर गोरखपुर रहने लगा। परिवार वालों ने पुलिस को बताया कि अहमद मुर्तजा अब्बासी शनिवार को ही घर से निकला था। घर में किसी से ज्यादा बात नहीं करता था। अपने कमरे से भी बहुत कम निकलता था।
एटीएस ने भी जांच शुरू की
गोरखपुर पुलिस के साथ ही एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) की टीम ने भी जांच शुरू कर दी है। पुलिस व एटीएस की टीमें सिविल लाइंस थाना क्षेत्र स्थित आरोपित के घर पहुंच गईं। आरोपित के परिजनों से एक-एक करके पूछताछ की जा रही है।