सार
हार्दिक पटेल ने हाल ही में कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया था। इसके बाद से ही वह हिंदुत्व और देश के मुद्दों को लेकर कांग्रेस पर हमलावर रुख अपनाए हुए हैं।
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विस्तार
हाल ही में कांग्रेस पार्टी का साथ छोड़ने वाले राजनेता और सामाजिक कार्यकर्ता हार्दिक पटेल ने मंगलवार को कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी जनता की भावनाएं आहत करती है और हिंदू धर्म की आस्था को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करती है। उन्होंने गुजरात कांग्रेस के एक नेता के बयान पर भी सवाल उठाए।
पटेल ने एक ट्वीट में कहा, ‘मैंने पहले भी कहा था की कांग्रेस पार्टी जनता की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम करती है, हमेशा हिंदू धर्म की आस्था को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करती है। आज पूर्व केंद्रीय मंत्री और गुजरात कांग्रेस के नेता ने बयान दिया की राम मंदिर की ईंटों पर कुत्ते पेशाब करते हैं..!’
‘आपको भगवान राम से आखिर दुश्मनी क्या है?’
हालांकि, उन्होंने नेता का नाम नहीं लिया। पटेल ने आगे लिखा, ‘मैं कांग्रेस और उसके नेताओं से पूछना चाहता हूं की आपको भगवान श्रीराम से क्या दुश्मनी है? हिंदुओ से आपको इतनी नफरत क्यों है? सदियों बाद अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर बन रहा है फिर भी कांग्रेस के नेता भगवान श्रीराम के खिलाफ अनाप-शनाप बयान देते रहते हैं।’
18 मई को दिया था हार्दिक ने कांग्रेस से इस्तीफा
हार्दिक पटेल ने 18 मई को कांग्रेस पार्टी के पद और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया था। अपने त्यागपत्र में उन्होंने लिखा था कि कांग्रेस पार्टी सिर्फ विरोध की राजनीति तक सीमित रह गई है जबकि देश के लोगों को विरोध नहीं बल्कि ऐसा विकल्प चाहिए जो उनके भविष्य के बारे में सोचता हो और हमारे देश को आगे ले जाने की क्षमता रखता हो।
उन्होंने अपने त्यागपत्र में आगे लिखा था कि अयोध्या में राम मंदिर हो, सीएए-एनआरसी का मुद्दा हो, जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाना हो या जीएसटी लागू करने जैसे फैसले हों, देश लंबे समय से इनका समाधान चाहता था। लेकिन, कांग्रेस इसमें केवल बाधा बनने का काम करती रही। कांग्रेस का रुख केवल केंद्र का विरोध करने तक ही सीमित रहा।