हरियाणा मानसून सत्र : चाक-चौबंद रहेगी सुरक्षा, विधानसभा में आम या खास कोई नहीं ला सकेगा शस्त्र


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हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान कानून एवं व्यवस्था चाक-चौबंद रहेगी। हथियार के साथ विधानसभा में कोई प्रवेश नहीं कर पाएगा। विधानसभा सचिवालय की ओर से सभी विधायकों को इस संबंध में पत्र लिखा गया है। लाइसेंसी शस्त्र लाना सबके के लिए प्रतिबंधित किया गया है। 8 से 10 अगस्त तक सत्र के दौरान यूटी प्रशासन के ड्यूटी मजिस्ट्रेट और पुलिस बल विधानसभा के बाहर मौजूद रहेगा।

स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने गुरुवार को सत्र के मद्देनजर सुरक्षा संबंधी बैठक की। उन्होंने सत्र के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ के शीर्ष अधिकारियों से ब्योरा मांगा। गुप्ता ने अधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश भी दिया। हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल, गृह सचिव टीवीएसएन प्रसाद, सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ. अमित अग्रवाल, पुलिस महानिदेशक पीके अग्रवाल, पंजाब पुलिस महानिदेशक गौरव यादव और यूटी की एसपी श्रुति अरोड़ा ने सत्र के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उठाए गए कदमों के बारे में बताया।

गुप्ता ने कहा कि ई-विधान के साथ यह पहला सत्र है। इस प्रकार का अभिनव प्रयोग हरियाणा में पहली बार हो रहा है। सदन की कार्यवाही के साथ-साथ सचिवालय के अनेक कार्य भी डिजिटल माध्यमों से होंगे। सत्र देखने के लिए आने वाले दर्शकों के लिए पास भी कंप्यूटर से बनेंगे। बैठक में तय हुआ कि दर्शक दीर्घा का समुचित प्रयोग करते हुए अधिक से अधिक लोगों को सत्र दिखाने की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए घंटे भर की अवधि के लिए पास जारी किए जाएंगे। विधानभवन के बाहर ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों के जलपान के लिए अस्थायी कैंटीन बनाई जाएगी।

बीते मानसून सत्र में हुड्डा के साथ हुई थी धक्का-मुक्की
बीते वर्ष मानसून सत्र के दौरान नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा और कुछ विपक्षी विधायकों ने रोष-प्रदर्शन के दौरान चंडीगढ़ पुलिस पर धक्कामुक्की के आरोप लगाए थे। स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने पुलिस अधिकारियों को विशेष रूप से हिदायत दी है कि किसी भी जनप्रतिनिधि के साथ दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने हरियाणा, पंजाब और यूटी पुलिस के अधिकारियों की समन्वय कमेटी बनाने का भी निर्देश दिया।

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हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान कानून एवं व्यवस्था चाक-चौबंद रहेगी। हथियार के साथ विधानसभा में कोई प्रवेश नहीं कर पाएगा। विधानसभा सचिवालय की ओर से सभी विधायकों को इस संबंध में पत्र लिखा गया है। लाइसेंसी शस्त्र लाना सबके के लिए प्रतिबंधित किया गया है। 8 से 10 अगस्त तक सत्र के दौरान यूटी प्रशासन के ड्यूटी मजिस्ट्रेट और पुलिस बल विधानसभा के बाहर मौजूद रहेगा।

स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने गुरुवार को सत्र के मद्देनजर सुरक्षा संबंधी बैठक की। उन्होंने सत्र के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ के शीर्ष अधिकारियों से ब्योरा मांगा। गुप्ता ने अधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश भी दिया। हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल, गृह सचिव टीवीएसएन प्रसाद, सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ. अमित अग्रवाल, पुलिस महानिदेशक पीके अग्रवाल, पंजाब पुलिस महानिदेशक गौरव यादव और यूटी की एसपी श्रुति अरोड़ा ने सत्र के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उठाए गए कदमों के बारे में बताया।

गुप्ता ने कहा कि ई-विधान के साथ यह पहला सत्र है। इस प्रकार का अभिनव प्रयोग हरियाणा में पहली बार हो रहा है। सदन की कार्यवाही के साथ-साथ सचिवालय के अनेक कार्य भी डिजिटल माध्यमों से होंगे। सत्र देखने के लिए आने वाले दर्शकों के लिए पास भी कंप्यूटर से बनेंगे। बैठक में तय हुआ कि दर्शक दीर्घा का समुचित प्रयोग करते हुए अधिक से अधिक लोगों को सत्र दिखाने की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए घंटे भर की अवधि के लिए पास जारी किए जाएंगे। विधानभवन के बाहर ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों के जलपान के लिए अस्थायी कैंटीन बनाई जाएगी।

बीते मानसून सत्र में हुड्डा के साथ हुई थी धक्का-मुक्की

बीते वर्ष मानसून सत्र के दौरान नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा और कुछ विपक्षी विधायकों ने रोष-प्रदर्शन के दौरान चंडीगढ़ पुलिस पर धक्कामुक्की के आरोप लगाए थे। स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने पुलिस अधिकारियों को विशेष रूप से हिदायत दी है कि किसी भी जनप्रतिनिधि के साथ दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने हरियाणा, पंजाब और यूटी पुलिस के अधिकारियों की समन्वय कमेटी बनाने का भी निर्देश दिया।



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