Himachal Weather: बारिश से हिमाचल में 25 सड़कों पर आवाजाही ठप, 17 बिजली ट्रांसफार्मर और 12 पेयजल योजनाएं बंद


हिमाचल प्रदेश में शनिवार को 25 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप रही। 17 बिजली ट्रांसफार्मर और 12 पेयजल योजनाएं भी बंद रहीं। शिमला, मंडी, सिरमौर और ऊना में शुक्रवार रात से शनिवार शाम तक बादल झमाझम बरसे। बारिश के चलते प्रदेश में नौ मकान और आठ गोशालाएं क्षतिग्रस्त हुए हैं। बरसात से अभी तक प्रदेश में 45,187 लाख रुपये की संपत्ति को नुकसान हो चुका है। रविवार को भी प्रदेश में बारिश का येलो अलर्ट जारी हुआ है।

पिंजौर के पास उफान पर आई खड्ड से बद्दी सड़क जाम रही।

पिंजौर से बद्दी की ओर आने वाला संपर्क मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो गया है। इसके चलते प्रशासन को पिछले कई माह से बंद पुराने पुल को दोबारा चालू करना पड़ा है। ट्रैफिक जाम के चलते औद्योगिक क्षेत्र बद्दी की ओर आने वाले ट्रक माल लेकर समय पर नहीं पहुंच पा रहे हैं। वहीं, उद्योगों में कामगार भी समय पर नहीं पहुंच पा रहे हैं। शुक्रवार रात को करीब पांच घंटे की बारिश के चलते शिमला-चंडीगढ़ हाईवे पर परवाणू से कंडाघाट के बीच कई जगहों पर पहाड़ी से पत्थर और मलबा गिर कर सड़क पर आ गया है।

 

दत्यार से सनवारा और सलोगड़ा से मनसार के बीच पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण सड़क को वन वे कर दिया गया है। परवाणू-कसौली वाया जंगेषु सड़क भी शुक्रवार देर रात पहाड़ी दरकने के बाद बंद हो गई है। जिला चंबा में भारी बारिश ने जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। भरमौर-पठानकोट हाईवे केरु पहाड़ के पास एक घंटे तक बाधित रहा।

 

राजधानी शिमला में शुक्रवार देर रात से शुरू हुआ बारिश का दौर शनिवार शाम तक जारी रहा। जिला कुल्लू में 15, चंबा में तीन, लाहौल स्पीति-सोलन में दो और बिलासपुर-कांगड़ा-मंडी में एक-एक सड़क बंद रही। मंडी में 15 और कुल्लू-चंबा में एक-एक बिजली ट्रांसफार्मर और सिरमौर में नौ तथा चंबा में तीन पेयजल योजनाएं भी शनिवार को प्रभावित रहीं।

 

रविवार को खोले जाएंगे लारजी डैम के गेट

मंडी। लारजी जल विद्युत परियोजना प्रबंधन की ओर से डैम में जमा सिल्ट डेल्टा की निकासी कराने के लिए डैम के सभी गेट 31 जुलाई को सुबह 6:00 बजे से आगामी 18 घंटे तक खोले जा रहे हैं। ऐसे में लोगों को ब्यास नदी के आसपास नहीं जाने की सलाह दी गई है। अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी मंडी अश्विनी कुमार ने बताया कि  विद्युत प्रबंधन ने यह कदम डैम में जमा सिल्ट की निकासी के लिए उठाया है।

 

30 जुलाई तक सामान्य से दो फीसदी अधिक बरसे बादल

प्रदेश में एक से 30 जुलाई तक सामान्य से दो फीसदी अधिक बारिश रिकॉर्ड हुई है। चंबा, लाहौल स्पीति, सिरमौर और ऊना जिला में सामान्य से कम बादल बरसे। कांगड़ा जिला में सामान्य बारिश दर्ज हुई है। शेष जिलों में सामान्य से अधिक बारिश हुई। 30 दिनों के दौरान प्रदेश में 251.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है। इस अवधि में 247.5 मिलीमीटर बारिश को सामान्य माना गया है।

 



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