कोरोना का नया वेरिएंट XE कितना घातक है, क्या इससे आएगी अगली लहर? जानें एक्सपर्ट की राय


नई दिल्ली. कोरोना वायरस का नया म्यूटेंट जिसे XE के रूप में जाना जाता है, को कई रिपोर्टों में ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट बीए.2 की तुलना में अधिक तेजी से फैलने वाला बताया गया है. इस बीच, टाटा इंस्टीट्यूट फॉर जेनेटिक्स एंड सोसाइटी ने कोविड-19 के नए म्यूटेंट को लेकर देश के नागरिकों से नहीं घबराने का आग्रह किया है. इसके साथ ही संस्थान ने नए वेरिएंट XE के विकास पर बारीकी से नजर रखने को भी कहा है.

समाचार एजेंसी एएनआई से विशेष रूप से बात करते हुए टाटा इंस्टीट्यूट फॉर जेनेटिक्स एंड सोसाइटी (टीआईजीएस) के निदेशक राकेश मिश्रा ने कहा, “नया म्यूटेंट एक्सई पहली बार जनवरी के मध्य में उभरा, लेकिन मेरा मानना ​​​​है कि ‘पैनिक बटन’ को धक्का देने की कोई आवश्यकता नहीं है. दुनिया भर में इससे जुड़े अब तक केवल 600 मामले सामने आए हैं, लेकिन हमें इस पर कड़ी नजर रखने की जरूरत है.”

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ओमिक्रॉन का नया वेरिएंट कोरोना के पिछले स्वरूपों से अधिक संक्रामक
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि ब्रिटेन में पहली बार मिला ओमिक्रॉन का नया स्वरूप कोरोना वायरस के पिछले स्वरूपों की तुलना में अधिक संक्रामक प्रतीत होता है. डब्ल्यूएचओ ने अपने नवीनतम अपडेट में कहा कि एक्स ई रीकांबिनेंट (बीए.1-बीए.2) नाम के नए ओमिक्रॉन स्वरूप का पहली बार ब्रिटेन में 19 जनवरी को पता चला था और तब से इसके 600 से अधिक मामलों की पुष्टि हुई है. इसने कहा कि ओमिक्रॉन का यह नया स्वरूप कोरोना वायरस के पिछले स्वरूपों की तुलना में अधिक संक्रामक प्रतीत होता है जो दुनिया के लिए चिंता का विषय है.

‘नया वेरिएंट कोरोना की अगली लहर पैदा करने में सक्षम नहीं’
मिश्रा ने आगे कहा कि ऐसा कोई संकेत नहीं है कि यह कोविड-19 की अगली लहर पैदा कर सकता है. उन्होंने कहा, “इस समय ऐसा कोई संकेत मौजूद नहीं है कि यह नया संस्करण इतना मजबूत है कि यह नई लहर को जन्म दे सकता है. हमें इस पर टिप्पणी करने के लिए कुछ और समय इंतजार करना होगा कि यह फैलने में कितना समय ले सकता है.”

‘वायरस को रोकने के लिए सुरक्षा उपाय करना बेहद जरूरी’
डॉ मिश्रा ने इस बात पर भी जोर दिया कि वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सभी सुरक्षा उपाय करना बेहद अहम है. “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि समाज का एक निश्चित वर्ग यह घोषणा करने के लिए उत्सुक है कि महामारी खत्म हो गई है. लोगों को मास्क का उपयोग करके, नियमों के अनुसार टीके लगाने और जहां कहीं भी अनुमति हो, वहां बूस्टर लगाने और भीड़-भाड़ वाले स्थानों में अनावश्यक जाने से बचना चाहिए. खासतौर पर बंद स्थानों में. लोग मास्क पहनकर सभ्य व्यवहार का परिचय दें.”

दूसरी ओर, भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,260 नये मामले आने से संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 4,30,27,035 हो गई, जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 13,445 रह गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार सुबह आठ बजे तक के अपडेट आंकड़ों के अनुसार, 83 मरीजों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 5,21,264 हो गई है.

Tags: Coronavirus, Coronavirus news, WHO



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