Stock Market : अगले हफ्ते कैसी रहेगी बाजार की चाल, किन फैक्टर्स को ध्यान में रखकर करें निवेश?


हाइलाइट्स

शेयर मार्केट की इस हफ्ते की चाल वैश्विक रूख और एमपीसी नतीजों पर निर्भर करेगी.
इसके अलावा रुपये में उतार-चढ़ाव व एफपीआई पर भी नजर रखने की जरूरत है.
बीते हफ्ते बाजार में निवेशकों को अच्छी कमाई का मौका मिला था.

नई दिल्ली. शेयर बाजार ने बीते कारोबारी हफ्ते में निवेशकों को कमाई का अच्छा मौका दिया. आखिरी के तीन सत्रों में तेजी बनाते हुए सेंसेक्स आखिरकार एक बार फिर 57,000 का आंकड़ा पार कर गया. सेंसेक्स शुक्रवार को 712 अंकों की बढ़त के साथ 57570 के स्तर तक पहुंच गया. वहीं, निफ्टी ने भी 17,000 का आंकड़ा पार किया शुक्रवार को 228 अंकों की बढ़त के साथ 17158 के स्तर पर बंद हुआ. विश्लेषकों के अनुसार, सकारात्मक वैश्विक रुख के बीच बीते सप्ताह तेजड़िये (बुल) बाजार पर हावी रहे.

क्या अगले हफ्ते भी बाजार में तेजी देखने को मिलेगी? यह एक बड़ा सवाल है. इसके लिए उन फैक्टर्स पर नजर डालनी होगी जो नए कारोबारी हफ्ते में बाजार की दिशा तय करेंगे. आइए जानते हैं कि जानकारों के अनुसार, इस कारोबारी हफ्ते किन कारकों पर बाजार की चाल निर्भर करेगी.

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विशेषज्ञों की राय
विश्लेषकों का मानना है कि इस हफ्ते बाजार की चाल कंपनियों के तिमाही नतीजों, नीतिगत ब्याज दरों पर रिजर्व बैंक के निर्णय तथा विदेशी कोषों के रुख से तय होगी. विश्लेषकों का कहना है कि वैश्विक बाजारों का रुझान, रुपये का उतार-चढ़ाव और कच्चे तेल के दाम भी बाजार धारणा को प्रभावित करेंगे. रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष-शोध अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘इस सप्ताह की शुरुआत वाहन बिक्री के मासिक आंकड़ों के साथ होगी. इसके अलावा बाजार भागीदारों की निगाह पीएमआई (खरीद प्रबंधक सूचकांक) आंकड़ों पर भी रहेगी. भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक के नतीजों की घोषणा पांच अगस्त को होगी.’’मिश्रा ने कहा कि सप्ताह के दौरान आईटीसी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, डाबर, टाइटन और इंटरग्लोब एविएशन जैसी कुछ बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजे आएंगे.

एमपीसी पर टिकी सभी की निगाहें
सैमको सिक्योरिटीज में अपूर्व सेठ ने कहा है कि घरेलू मोर्चे पर इस सप्ताह सबसे बड़ी खबर रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की समीक्षा बैठक होगी. उन्होंने कहा, ‘‘सभी की निगाह इस पर रहेगी कि क्या एमपीसी पश्चिम के केंद्रीय बैंकों की तरह आक्रामक रुख अपनाती है या अपने हिसाब से रास्ता बनाती है.’’ इसके अलावा विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की गतिविधियां भी बाजार की दिशा को तय करेगी. आपको बता दें कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने जुलाई में भारतीय इक्विटी बाजार में शुद्ध रूप से करीब 5,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है. जानकारों के अनुसार, एफपीआई का निवेश अगस्त में भी जारी रहेगा. कोटक महिंद्रा लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के वरिष्ठ कार्यकारी उपाध्यक्ष और इक्विटी प्रमुख हेमंत कनावाला ने कहा कि घरेलू मोर्चे पर मानसून की प्रगति से वृद्धि के कारक बरकरार हैं. मानसून के आगे बढ़ने और बुवाई में तेजी आने से मुद्रास्फीति का जोखिम कम होगा.

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