IND vs ENG: 350 से ज्यादा रन का लक्ष्य देकर पहली बार हारी टीम इंडिया, इंग्लैंड ने लगाई रिकॉर्ड्स की झड़ी, जानें


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इंग्लैंड ने भारत को एजबेस्टन में खेले गए पांचवें टेस्ट में सात विकेट से हरा दिया। इस जीत के साथ ही इंग्लिश टीम ने रिकॉर्ड्स की झड़ी लगा दी है। इंग्लैंड ने टेस्ट में चौथी पारी में अपना सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल किया। इससे पहले उन्होंने 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 359 रन के लक्ष्य को सफलतापूर्वक हासिल किया था। 
वहीं, टीम इंडिया भी पहली बार 350 से ज्यादा रन का टारगेट देने के बाद हारी है। इससे पहले भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया ने 1977 में पर्थ में सबसे ज्यादा 339 रन का लक्ष्य हासिल किया था। तीसरे नंबर पर वेस्टइंडीज है, जिसने 1987 में भारत के खिलाफ दिल्ली में 276 रन का लक्ष्य हासिल किया था।
वहीं, एजबेस्टन में भी यह सबसे बड़ा स्कोर चेज भी है। इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने 2008 में एजबेस्टन में 281 रन चेज किया था। एजबेस्टन में इंग्लैंड के नाम सबसे बड़ा स्कोर चेज करने का रिकॉर्ड 208 रन का है, जो उन्होंने 1999 में न्यूजीलैंड के खिलाफ हासिल किया था। 
इंग्लैंड की जमीन पर सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल करने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के नाम है। उसने 1948 में इंग्लैंड के खिलाफ 404 रन का लक्ष्य हासिल किया था। दूसरे नंबर पर 378 रन के साथ इंग्लैंड का नाम दर्ज हो गया है। तीसरे नंबर पर भी इंग्लैंड की टीम है और उसने 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 359 रन का लक्ष्य हासिल किया था।
2015 के बाद से पहली पारी में 400 रन बनाने के बाद भारत पहली बार हारा है। 2015 के बाद से टीम इंडिया ने 19 बार पहली पारी में 400 से ज्यादा रन बनाए हैं। इनमें से 15 मैच में उसे जीत मिली है, जबकि तीन मैच ड्रॉ रहे हैं। इंग्लैंड के खिलाफ हार के साथ टीम इंडिया एक हार भी भारतीय टीम के नाम दर्ज हो गई है। 
इंग्लैंड टीम ने जो रूट के कप्तानी से हटने के बाद लगातार चौथे टेस्ट में जीत दर्ज की। उससे पहले रूट की कप्तानी में टीम पिछले 17 में से सिर्फ एक टेस्ट जीत पाई थी।  पहली बार किसी टीम ने लगातार चार बार 250 प्लस रन का टारगेट चेज किया है। न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछली सीरीज के लगातार तीनों मैच में इंग्लैंड ने ऐसा किया था और अब भारत के खिलाफ भी कर दिखाया है।
यह टेस्ट इतिहास का आठवां सबसे बड़ा रन चेज है। टेस्ट में सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल करने का रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के नाम है। उसने 2003 में एंटीगुआ में 418 रन को सफलतापूर्वक चेज किया था। दूसरे नंबर पर दक्षिण अफ्रीका है। उसने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2008 में पर्थ में 414 रन बनाकर मैच जीता था।
जो रूट न्यूजीलैंड सीरीज से पहले पिछली 37 टेस्ट पारियों में 1024 रन बना पाए थे। उसमें रूट का उच्चतम स्कोर 87 रन था। वहीं, पिछले महीने न्यूजीलैंड सीरीज से लेकर अब तक रूट आठ पारियों में करीब 113 की औसत से 569 रन बना चुके हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 142 नॉटआउट का रहा है।
भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में रूट ने 737 रन बनाए। इसमें चार शतक और एक अर्धशतक शामिल है। वह भारत-इंग्लैंड के बीच किसी एक टेस्ट सीरीज में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। इन दोनों के बीच टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड ग्राहम गूच के नाम है। उन्होंने 1990 में भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में 752 रन बनाए थे।
बेन स्टोक्स के कप्तान और ब्रैंडन मैकुलम के कोच बनने के बाद इंग्लैंड ने लगातार चौथा टेस्ट जीता है। ये चारों टेस्ट इंग्लैंड ने लक्ष्य का पीछा करते हुए चौथी पारी में जीता। वहीं, राहुल द्रविड़ के कप्तान बनने के बाद भारतीय टीम विदेशी जमीन पर चार में से लगातार तीसरा टेस्ट हारी है। भारत ने एकमात्र टेस्ट दक्षिण अफ्रीका (पहला टेस्ट) के खिलाफ जीता था। उसके बाद टीम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ लगातार दो टेस्ट और इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट हारी।

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इंग्लैंड ने भारत को एजबेस्टन में खेले गए पांचवें टेस्ट में सात विकेट से हरा दिया। इस जीत के साथ ही इंग्लिश टीम ने रिकॉर्ड्स की झड़ी लगा दी है। इंग्लैंड ने टेस्ट में चौथी पारी में अपना सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल किया। इससे पहले उन्होंने 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 359 रन के लक्ष्य को सफलतापूर्वक हासिल किया था। 



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