यूएन: पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों पर बरसा भारत, कहा- हमारी तरह ही श्रीलंका भी सीमापार आतंकवाद से पीड़ित


वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, न्यूयॉर्क
Published by: कीर्तिवर्धन मिश्र
Updated Mon, 14 Feb 2022 10:51 PM IST

सार

तिरुमूर्ति ने कमेटी की बैठक से पहले अध्यक्ष के तौर पर दिए अपने संबोधन में कहा कि कमेटी ने 2018 में अनाधिकारिक बैठकों में दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया में फैल रहे आतंकवाद और हिंसक कट्टरवाद पर चर्चा की थी।

टीएस तिरुमूर्ति

टीएस तिरुमूर्ति
– फोटो : social media

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विस्तार

संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रतिनिधि और सुरक्षा परिषद की आतंकरोधी कमेटी के अध्यक्ष टीएस तिरुमूर्ति ने बिना नाम लिए पाकिस्तान पर हमला बोला है। उन्होंने सोमवार को कमेटी की बैठक के दौरान कहा कि आईएसआईएल, अलकायदा और संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्गीकृत किए गए आतंकी संगठन अब भी कुछ देशों में और सीमापार आतंकवाद फैलाने में जुटे हैं। तिरुमूर्ति ने कहा कि ऐसे संगठन लगातार आम लोगों और सैन्य ठिकानों को निशाना बना रहे हैं। 

तिरुमूर्ति ने कमेटी की बैठक से पहले अध्यक्ष के तौर पर दिए अपने संबोधन में कहा कि कमेटी ने 2018 में अनाधिकारिक बैठकों में दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया में फैल रहे आतंकवाद और हिंसक कट्टरवाद पर चर्चा की थी। उन्होंने कहा कि यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस बैठक के बाद भी क्षेत्र में कुछ आतंकी संगठन या तो देशों में और या फिर सीमापार आतंकवाद फैलाने में जुटे हैं। वे आम नागरिकों के साथ सैन्य प्रतिष्ठानों को भी निशाना बनाते हैं। 

यूएन में भारत के प्रतिनिधि का यह बयान पुलवाला में हुए आतंकी हमले के ठीक तीन साल बाद आया है। पुलवामा हमले में भारतीय सुरक्षाबलों के 40 जवानों की मौत हुई थी। अपने बयान में उन्होंने 2019 में श्रीलंका में ईस्टर के दौरान हुई बमबारी को लेकर भी चर्चा की। तब श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में तीन आलीशाल होटलों पर सुसाइड बॉम्बर्स ने हमला किया था। इसके बाद तिरुमूर्ति ने पाकिस्तान से संबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का नाम लेते हुए कहा कि इसी संगठन ने पुलवामा में आतंकी हमले को अंजाम दिया था। 



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