Movie Review
जुग जुग जियो
कलाकार
वरुण धवन
,
कियारा आडवाणी
,
नीतू कपूर
,
अनिल कपूर
,
प्राजक्ता कोली
और
मनीष पॉल आदि
लेखक
अनुराग सिंह
,
ऋषभ शर्मा
,
सुमित भटेजा
और
नीरज उधवानी
निर्देशक
राज मेहता
निर्माता
धर्मा प्रोडक्शंस
और
वॉयकॉम 18 स्टूडियोज
शादी कौन सी सही होती है, वह जो लोग बरसों तक एक दूसरे के साथ वक्त बिताने के बाद, एक दूसरे को समझने के बाद और एक दूसरे को जानने के बाद करते हैं या फिर वह जो घर वालों की मर्जी से बिना एक दूसरे को जांचे परखे, बिना जान पहचान के कर लेते हैं? फिल्म ‘जुग जुग जियो’ (फिल्म में नाम ‘जुग जुग जीयो’ लिखकर आता है) एक तरह से देखा जाए तो धर्मा प्रोडक्शंस की ही 21 साल पहले की फिल्म ‘कभी खुशी कभी गम’ का न्यू मिलेनियल्स के लिए बना संस्करण है। तीन शादियां पारिवारिक रिश्तों की कसौटी पर हैं। दो हो चुकी हैं, तीसरी होने वाली है। इस तीसरी शादी की तैयारियों के बीच घर की दो शादियों के तार बिखर रहे हैं। अक्सर शादियों में तलाक की बात फिल्मों में युवा दंपती के बीच होती दिखाई जाती है। फिल्म ‘जुग जुग जियो’ तीनों शादियों को उलट पलट कर, बदल बदल कर अलग अलग नजरिये से परखती है। त्याग, बलिदान, अपेक्षाओं, आकांक्षाओं और उम्मीदों व भरोसों की नावों पर सवार ये कहानी जिंदगी की असली हकीकतों की मंझधार में हिचकोले खाते आगे बढ़ती है।