कर्नाटकः कांग्रेस विधायक खान के विवादित बोल पर पार्टी ने दी चेतावनी, कहा-लक्ष्मण रेखा में रहें


हाइलाइट्स

कांग्रेस ने चेतावनी देते हुए कहा है कि आपका हालिया बयान पूरी तरह से बेबुनियाद और घटिया है
खान ने कहा, कर्नाटक में वोक्कालिगा से अधिक मुसलमानों की संख्या है
कर्नाटक के कांग्रेस विधायक हैं जमीर अहमद खान

नई दिल्ली. कांग्रेस पार्टी ने कर्नाटक के अपने एक विधायक को उनके बयान को लेकर जमकर लताड़ लगाई है. कर्नाटक के कांग्रेस विधायक जमीर अहमद खान को पार्टी ने चेतावनी देते हुए कहा है कि आपका हालिया बयान पूरी तरह से बेबुनियाद और घटिया किस्म का है. यह उम्मीद की जाती है कि कांग्रेस के अनुभवी नेता पार्टी के अनुशासन और विचारधारा से बंधे होकर लक्ष्मण रेखा को पार न करें. इस तरह के बेबुनियाद बयान देने से विवाद पैदा होने के सिवाय किसी का फायदा नहीं होता. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की विचारधारा जाति और धर्म से उपर उठकर समावेशी समाज में विश्वास रखता है. इसलिए आपको चेतावनी दी जाती है कि भविष्य में जब भी आप सार्वजनिक रूप से बोलें तो पार्टी की विचारधारा को प्रभावित न करें.

खान के बयान पर विवाद
कर्नाटक के कांग्रेस विधायक जमीर अहमद खान ने कहा था कि कर्नाटक में वोक्कालिगा से अधिक मुसलमानों की संख्या है. इस बात को लेकर विवाद हो गया है. सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वोक्कालिगा नेताओं ने खान के बयान को राजनीतिक रूप से प्रभावशाली समुदाय को छोटा दिखाने का प्रयास करार देते हुए उन पर निशाना साधा है. कांग्रेस नेताओं ने भी इस टिप्पणी पर ऐतराज जताते हुए नुकसान की भरपाई करने की कोशिश की. ऐसी खबरें हैं कि प्रमुख वोक्कालिगा संत निर्मलानंदनाथ स्वामीजी ने इस संबंध में कांग्रेस नेताओं को अपनी नाखुशी से अवगत कराया है.

खान ने क्या कहा था
कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरमैया के करीबी समझे जाने वाले खान ने वोक्कालिगा समुदाय को संगठित करने की प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार की कोशिश पर प्रतिक्रिया देते हुए हाल में कहा था कि बस एक समुदाय के समर्थन से कोई भी मुख्यमंत्री नहीं बन सकता. खान ने कहा था, कोई भी एक समुदाय के समर्थन से मुख्यमंत्री नहीं बन सकता, सभी की (मुख्यमंत्री बनने की) इच्छा होती है, और उसमें कुछ गलत नहीं है. (लेकिन) सभी समुदायों को साथ लेकर ही (मुख्यमंत्री बन पाना) संभव है. मेरी भी मुख्यमंत्री बनने की इच्छा है, मेरे समुदाय का प्रतिशत वोक्कालिगा से अधिक है. क्या मेरे लिए बस अपने समुदाय का समर्थन पाकर मुख्यमंत्री बनना संभव है? ऐसा संभव नहीं है?

भाजपा ने कहा तुष्टिकरण की राजनीति चली गई

भाजपा महासचिव सी टी रवि ने कहा कि एक वक्त था जब यह भावना थी कि चुनाव बस मुस्लिम मतों की मदद से चुनाव जीते जा सकते हैं, जिससे तुष्टीकरण की राजनीति आई थी. उन्होंने कहा, वह वक्त बहुत पहले चला गया, जमीर भाई (खान). वोट बैंक के नाम पर धमकाने और ब्लैकमेल करने की बात बहुत पहले बीत गयी. जमीर भाई याद रखिए कि आज कोई ‘भारत माता की जय’ बोलकर एवं लोगों के लिए काम करके ही राजनीति कर सकता है. इस आलोचना पर खान ने कहा कि स्वामीजी और वोक्कालिगा समुदाय के साथ उनके सौहार्दपूर्ण संबंध हैं और कोई भी आदिचुनचनागिरि मठ से इसके बारे में पता कर सकता है.

पार्टी में दो खेमा
वोक्कालिगा समुदाय से आने वाले नेता शिवकुमार ने हाल में इस समुदाय से मुख्यमंत्री बनने के उनके प्रयास में समर्थन करने का आह्वान किया था. पुराने मैसुरू या दक्षिणी कर्नाटक क्षेत्र में वोक्कालिगा समुदाय की अच्छी खासी संख्या है. शिवकुमार और सिद्धरमैया कई महीनों से वर्चस्व की लड़ाई में उलझे हुए हैं और 2023 में विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस के सत्ता में आने की स्थिति में दोनों ही खुद को मुख्यमंत्री पद के दावेदार के रूप में पेश कर रहे हैं. वैसे तो सिद्धरमैया लगातार कह रहे हैं कि पार्टी के नवनिर्वाचित विधायक एवं आलाकमान ही तय करेंगे कि कौन अगला मुख्यमंत्री होगा लेकिन खान समेत उनके समर्थक अनुशानात्मक कार्रवाई की चेतावनी की अनदेखी करते हुए अपने नेता के पक्ष में खुलेआम बयान दे रहे हैं. इससे पार्टी में एक प्रकार से विभाजन पैदा हो गया है.



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