LIC IPO: संसद में वित्त मंत्री की घोषणा के बाद से आईपीओ लॉन्च होने तक, सबकुछ


नई दिल्ली. एलआईसी का मेगा आईपीओ आखिरकार सब्सक्रिप्शन के लिए आज बुधवार को खुल गया है. यह उन निवेशकों के लिए बेहद अच्छी खबर है, जो लंबे समय से इस सरकारी कंपनी में निवेश करने का इंतजार कर रहे थे. आपको बता दें कि यह आईपीओ 9 मई 2022 को बंद होगा. पहले यह आईपीओ पिछले वित्त वर्ष यानी 31 मार्च 2022 से पहले ही लॉन्च होने वाला था. हालांकि, रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण लॉन्चिंग की तारीख टलती गई. एलआईसी का आईपीओ इस साल मार्च के शुरू में लाने की योजना थी, लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से इसे टाल दिया गया था.

रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे विवाद की वजह से दुनियाभर में कारोबारी सेंटीमेंट खराब होने के साथ शेयर बाजार में उठापटक जारी है. इसका प्रभाव एलआईसी के आईपीओ पर भी दिखा. इस साल अप्रैल में एलआईसी की 7 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की बात सामने आई थी. उसके बाद इसमें 5 फीसदी हिस्सेदारी बेचने का फैसला लिया गया. हालांकि, आखिर में यह सीमा 3.5 फीसदी पर आकर टिक गई. साथ ही, सरकार ने इसे 4 मई को लॉन्च करने की घोषणा की. आइए, जानते हैं एलआईसी के मोस्ट अवेटेड आईपीओ की टाइमलाइन के बारे में-

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1 फरवरी 2020 का बजट

वित्त मंत्री निर्मला सीतामरण ने 1 फरवरी 2020 को संसद में पेश बजट में कहा था कि सरकार विनिवेश के जरिये 2.1 लाख करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. इसमें देश के सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी में आईपीओ के जरिये सरकार की कुछ हिस्सेदारी बेचने की भी योजना शामिल है. आईपीओ के लिए सरकार को सबसे पहले एलआईसी एक्ट में संशोधन करना जरूरी थी. वित्त मंत्रालय ने एलआईसी के आईपीओ के लिए जरूरी कानूनी बदलावों को अंतिम रूप देने के लिए कानून मंत्रालय के साथ बातचीत शुरू की.

13 फरवरी, 2022 को मिली थी मंजूरी

सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया यानी सेबी ने एलआईसी की ओर से दाखिल दस्तावेजों के मसौदे (DRHP) को 13 फरवरी 2022 को मंजूरी दे दी. इससे इस आईपीओ की लॉन्चिंग का रास्ता साफ हो गया था. सरकार को उम्मीद थी कि पिछले वर्ष इस आईपीओ के जरिये अपने विनिवेश लक्ष्य को पूरा करने के लिए 60,000 करोड़ रुपये जुटा लेगी. डीआरएचपी के मुताबिक, सरकार को पिछले वित्त वर्ष के आखिर यानी 31 मार्च 2022 तक एलआईसी के 31.6 करोड़ इक्विटी शेयर या कंपनी में अपनी 5 फीसदी हिस्सेदारी बेचेनी थी. वैसे, सेबी की हरी झंडी के बाद सरकार को इस आईपीओ को लॉन्च करने के लिए 12 मई 2022 तक का समय था. सरकार इस आईपीओ से करीब 21,000 करोड़ रुपये जुटाने वाली है.

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17 मई को लिस्टिंग की संभावना

मोस्ट अवेटेड एलआईसी का आईपीओ रिटेल और संस्थागत इन्वेस्टर के लिए आज यानी 4 मई को खुलकर 9 मई को शाम 5 बजे तक बंद हो जाएगा. यदि आप इस आईपीओ को सब्सक्राइब कर रहे हैं, तो शेयर अलॉट हुआ या नहीं, इसकी जानकारी आपको 12 मई तक मिल जाएगी. एलआईसी के शेयर की 17 मई को बाजार में लिस्टिंग होने की संभावना है. एलआईसी के लिए एक लॉट में 15 शेयर रखे गए हैं. इसका प्राइस बैंड 902-949 रुपये तय किया गया है. इसमें मौजूदा पॉलिसी होल्डर्स और एलआईसी के कर्मचारियों के लिए कुछ शेयर आरक्षित रखे गए हैं. रिटेल निवेशकों और पात्र कर्मचारियों को 45 रुपये प्रति शेयर और पॉलिसी होल्डर्स को 60 रुपये प्रति शेयर की छूट दी जाएगी.

1956 में स्थापना

लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन का गठन 1956 में लाइफ इंश्योरेंस ऑफ इंडिया एक्ट के तहत किया गया था. इसके तहत भारत में इंश्योरेंस सेक्टर क्षेत्र का राष्ट्रीयकरण किया और लाइफ इंश्योरेंस को मजबूत बनाने के लिए 245 इंश्योरेंस कंपनियों का विलय किया गया. भारत सरकार ने उस समय कंपनी में 5 करोड़ रुपये की पूंजी का योगदान दिया था. अभी तक यह 100 फीसदी सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी है. इंश्योरेंस कारोबार के राष्ट्रीयकरण के कारणों में से एक 1956 की इंडस्ट्रियल पॉलिसी का रिजोल्यूशन था, जिसका उद्देश्य लाइफ इंश्योरेंस सहित इकॉनमी के 17 महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर राज्य यानी सरकार को नियंत्रण देना था.

Tags: Business news in hindi, Disinvestment, LIC IPO

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