लोकसभा: विपक्ष ने की पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि वापस लेने की मांग, प्रधानमंत्री से बयान देने को कहा


न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: गौरव पाण्डेय
Updated Mon, 28 Mar 2022 04:47 PM IST

सार

विपक्ष ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफे के पीछे केंद्र सरकार के इस तर्क को खारिज किया है कि ऐसा रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध की वजह से हो रहा है। कांग्रेस पार्टी ने ‘महंगाई मुक्त भारत अभियान’ चलाने का एलान किया है। 

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विपक्ष ने सोमवार को ईंधन और रसोई गैस की कीमतों में की गई वृद्धि को वापस लेने की मांग की। इसके साथ ही विपक्ष ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से सदन में बयान दिए जाने की मांग भी उठाई। विपक्षी सदस्यों ने सरकार का यह तर्क भी खारिज किया कि कीमतों में वृद्धि रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण हुई है।

लोकसभा में शून्य काल के दौराल कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि महंगाई के चलते आम आदमी परेशान है क्योंकि उसकी जेब पर डाका डाला जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘लगातार बढ़ती कीमतों के चलते हमारी पार्टी की प्रमुख सोनिया गांधी ने तय किया है कि हम देश में ‘महंगाई मुक्त भारत अभियान’ चलाएंगे।’

चौधरी ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची (एनएलईएम) के तहत 800 से अधिक दवाओं का मुद्दा भी उठाया जिनकी कीमतों में अप्रैल से इजाफा किया जाना है। उन्होंने कहा कि महंगाई मुक्त भारत के लिए कांग्रेस पार्टी संसद के बाहर और अंदर, दोनों जगह अपनी आवाज उठाती रहेगी।

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘वह (केंद्र) कह रहे हैं कि रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते कीमतें बढ़ रही हैं। यह सच नहीं है क्योंकि हम रूस से लगभग 0.5 फीसदी तेल ही आयात करते हैं।’ चौधरी ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी से पिछले लगभग आठ वर्षों में 26 लाख करोड़ रुपये कमाए हैं।’

‘आम आदमी के लिए इससे बुरे दिन नहीं हो सकते’
अधीर रंजन चौधरी ने आगे कहा, ‘वो (केंद्र सरकार) कहते हैं कि हम ‘अच्छे दिन’ लाए हैं लेकिन असलियत यह है कि आम आदमी के लिए इससे ‘बुरे दिन’ नहीं हो सकते। इसलिए हम मांग कर रहे हैं कि पेट्रोल-डीजल और गैस की कीमतों में जो बढ़ोतरी की गई है उसे वापस लिया जाए और इस मुद्दे पर सदन में बहस की जाए।’

द्रमुक नेता टीआर बालू ने कहा कि कीमतों में वृद्धि से वेतनभोगी वर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि यह एक बहुत गंभीर समस्या है और प्रदेश में इसे सुलझाने के लिए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने शुरुआत में ही पेट्रोल की कीमतों में तीन रुपये प्रति लीटर की कमी करने का बड़ा फैसला लिया था।

आज पेट्रोल और डीजल के दामों में हुई इतनी वृद्धि
सोमवार को पेट्रोल की कीमत में 30 पैसे प्रति लीटर और डीजल की कीमत में 35 पैसे प्रति लीटर का इजाफा हुआ है। पिछले एक सप्ताह में कीमतों में चार रुपये से लेकर 4.10 रुपये प्रति लीटर की वद्धि हो चुकी है। उल्लेखनीय है कि 22 मार्च के बाद से यह छठी बार हुआ है जब पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी की गई है।

विस्तार

विपक्ष ने सोमवार को ईंधन और रसोई गैस की कीमतों में की गई वृद्धि को वापस लेने की मांग की। इसके साथ ही विपक्ष ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से सदन में बयान दिए जाने की मांग भी उठाई। विपक्षी सदस्यों ने सरकार का यह तर्क भी खारिज किया कि कीमतों में वृद्धि रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण हुई है।

लोकसभा में शून्य काल के दौराल कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि महंगाई के चलते आम आदमी परेशान है क्योंकि उसकी जेब पर डाका डाला जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘लगातार बढ़ती कीमतों के चलते हमारी पार्टी की प्रमुख सोनिया गांधी ने तय किया है कि हम देश में ‘महंगाई मुक्त भारत अभियान’ चलाएंगे।’

चौधरी ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची (एनएलईएम) के तहत 800 से अधिक दवाओं का मुद्दा भी उठाया जिनकी कीमतों में अप्रैल से इजाफा किया जाना है। उन्होंने कहा कि महंगाई मुक्त भारत के लिए कांग्रेस पार्टी संसद के बाहर और अंदर, दोनों जगह अपनी आवाज उठाती रहेगी।

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘वह (केंद्र) कह रहे हैं कि रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते कीमतें बढ़ रही हैं। यह सच नहीं है क्योंकि हम रूस से लगभग 0.5 फीसदी तेल ही आयात करते हैं।’ चौधरी ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी से पिछले लगभग आठ वर्षों में 26 लाख करोड़ रुपये कमाए हैं।’

‘आम आदमी के लिए इससे बुरे दिन नहीं हो सकते’

अधीर रंजन चौधरी ने आगे कहा, ‘वो (केंद्र सरकार) कहते हैं कि हम ‘अच्छे दिन’ लाए हैं लेकिन असलियत यह है कि आम आदमी के लिए इससे ‘बुरे दिन’ नहीं हो सकते। इसलिए हम मांग कर रहे हैं कि पेट्रोल-डीजल और गैस की कीमतों में जो बढ़ोतरी की गई है उसे वापस लिया जाए और इस मुद्दे पर सदन में बहस की जाए।’

द्रमुक नेता टीआर बालू ने कहा कि कीमतों में वृद्धि से वेतनभोगी वर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि यह एक बहुत गंभीर समस्या है और प्रदेश में इसे सुलझाने के लिए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने शुरुआत में ही पेट्रोल की कीमतों में तीन रुपये प्रति लीटर की कमी करने का बड़ा फैसला लिया था।

आज पेट्रोल और डीजल के दामों में हुई इतनी वृद्धि

सोमवार को पेट्रोल की कीमत में 30 पैसे प्रति लीटर और डीजल की कीमत में 35 पैसे प्रति लीटर का इजाफा हुआ है। पिछले एक सप्ताह में कीमतों में चार रुपये से लेकर 4.10 रुपये प्रति लीटर की वद्धि हो चुकी है। उल्लेखनीय है कि 22 मार्च के बाद से यह छठी बार हुआ है जब पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी की गई है।



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