मस्जिद से लाउडस्पीकर पर उठे विवाद के बीच महाराष्ट्र के गृह मंत्री ने अजान के बीच रोका भाषण


नई दिल्ली. देश में मस्जिदों से लाउडस्पीकर के इस्तेमाल को लेकर जहां हर तरफ कोहराम मचा हुआ है, वहीं महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल (Dilip Walse Patil) ने अजान के बीच में अपने भाषण को रोक दिया. दरअसल, महाराष्ट्र नवनिर्णाण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने मस्जिदों में लाउडस्पीकर की आवाज पर घोर आपत्ति जताते हुए कहा था कि इससे भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. उन्होंने धमकी देते हुए कहा था कि अगर मस्जिदों से लाउडस्पीकर की आवाज बंद नहीं की जाती तो हम भी लाउडस्पीकर से हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे.

दरअसल, वालसे रविवार को पुणे के पास शिरूर में एक सभा को संबोधित कर रहे थे. सभा शुरू होने के कुछ समय बाद मस्जिद से अजान की आवाज आ गई. इसके बाद वालसे ने अपने संबोधन को रोक दिया और अपने कार्यकर्ताओं से कुछ देर शांति रखने की अपील की.

वालसे पाटिल दे चुके हैं चेतावनी
गौरतलब है कि राज ठाकरे के आह्वान पर एमएनएस के कई कार्यकर्ताओं ने हनुमान चालीसा का पाठ किया जिसके बाद पुलिस ने कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया. नासिक में एमएनएस के कार्यकर्ताओं ने हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर दिया. इसके बाद कई जिलों से इसी तरह की बातें सामने आईं. इस पर वालसे पाटिल ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर किसी ने समाज में तनाव पैदा करने की कोशिश की तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. दिलीप वासले पाटिल के इस बयान पर मनसे कार्यकर्ताओं ने कड़ी आपत्ति दर्ज की. एमएनएस प्रवक्ता संदीप देशपांडे ने कहा, कानून की धमकी हमें न दें. पहले मस्जिद से लाउडस्पीकर हटाने के हाई कोर्ट के आदेश को अमल में लाएं. उन्होंने कहा, हमने ऐसी धमकी देने वाले बहुत देखे हैं.

गृह मंत्री से सीएम की नराजगी की खबरें
इससे पहले खबर आई थी कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे दिलीप वालसे पाटिल के कामकाज से खुश नहीं हैं. दरअसल, पाटिल ने बीजेपी के कुछ नेताओं के मामले में आपराधिक जांच कराने के आदेश दिए थे. इसके बाद बीजेपी के देवेंद्र फडनवीस ने कहा था कि सरकार बीजेपी नेताओं को झूठे मामलों में फंसाने की साजिश रच रही है. बीजेपी का आरोप था कि पाटिल ने बीजेपी नेता को फंसाने के लिए आईपीएस अधिकारी संजय पांडे को मुंबई पुलिस आयुक्त नियुक्त किया है. इसके बाद यह मामला तूल पकड़ लिया था. कहा जा रहा था उद्धव ठाकरे भी पाटिल से नाराज हैं. हालांकि इसके बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा था कि मुख्यमंत्री पाटिल के कामकाज से नाराज नहीं हैं. पाटिल ने भी खुद कहा है कि मुख्यमंत्री उनसे नाराज नहीं है. पाटिल ने बीजेपी के आरोप को भी खारिज कर दिया.

Tags: Maharashtra, Mosque



Source link

Enable Notifications OK No thanks