MI vs DC Analysis: ऋषभ पंत की एक गलती ने दिल्ली को टूर्नामेंट से किया बाहर, टिम डेविड ने 11 गेंदों में पलटा मैच


सार

मैच में मुंबई इंडियंस ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। दिल्ली ने 20 ओवर में सात विकेट पर 159 रन बनाए। रोवमन पॉवेल ने 34 गेंद पर 43 और पंत ने 33 गेंद पर 39 रन बनाए। मुंबई ने 19.1 ओवर में पांच विकेट पर 160 रन बनाकर मैच अपने नाम कर लिया।

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बात 10 अक्टूबर 2021 की है। आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच क्वालीफायर-1 मैच खेला जा रहा था। चेन्नई को आखिरी ओवर में जीत के लिए 13 रन बनाने थे। ऐसे में दिल्ली के कप्तान ऋषभ पंत ने सबको चौंकाते हुए टॉम करन को गेंदबाजी के लिए बुलाया। कगिसो रबाडा का एक ओवर बाकी था। क्रीज पर महेंद्र सिंह धोनी थे। करन ने पहली गेंद पर मोईन अली को आउट कर दिया था। इसके बाद धोनी ने लगातार दो गेंदों पर चौके जड़े। फिर करन ने वाइड गेंद की। उसके बाद धोनी ने एक और चौका लगाकर मैच जीत लिया। रबाडा को गेंदबाजी नहीं देना पंत को महंगा पड़ा।

अब बात 21 मई 2022 की करते हैं। मुंबई को जीत के लिए आखिरी 36 गेंदों पर 68 रन बनाने थे। शार्दुल ठाकुर ने 15वें ओवर की तीसरी गेंद पर खतरनाक डेवाल्ड ब्रेविस को आउट कर दिया। उनके बाद विस्फोटक बल्लेबाज टिम डेविड क्रीज पर आए। शार्दुल की फुल लेंथ की गेंद को डेविड कट करना चाहते थे, लेकिन गेंद विकेटकीपर पंत के हाथों में चली गई। ऐसा लग रहा था कि गेंद डेविड के बल्ले से लगकर गई है, लेकिन पंत ने रिव्यू नहीं लिया। बाद में रिप्ले में पता चला कि गेंद ने बल्ले को छुआ था। डेविड बाल-बाल बच गए। पंत की गलती से उन्हें एक जीवनदान मिल गया।

दिल्ली कैपिटल्स के लिए लगातार दो सीजन में ये दो वाकये भूलने वाले हैं। उसने श्रेयस अय्यर की जगह पंत को कप्तान बनाए रखने का फैसला किया, लेकिन यह गलत साबित हो रहा है। पंत अहम मौकों पर सही निर्णय नहीं ले पा रहे हैं। इसका खामियाजा टीम को उठाना पड़ रहा है। 2021 में तो पहला क्वालीफायर हारने के बाद दूसरा मौका मिल गया था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। टीम की किस्मत उसके हाथ में ही थी। अगर मैच जीत लेती तो प्लेऑफ में चली जाती। टिम डेविड ने 11 गेंदों पर 34 रन ठोक दिए। कप्तान की एक गलती के कारण टीम को टूर्नामेंट से ही बाहर होना पड़ा।
मैच में क्या हुआ?
मैच में मुंबई इंडियंस ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। दिल्ली ने 20 ओवर में सात विकेट पर 159 रन बनाए। रोवमन पॉवेल ने 34 गेंद पर 43 और पंत ने 33 गेंद पर 39 रन बनाए। जसप्रीत बुमराह ने तीन विकेट लिए। मुंबई के लिए ईशान किशन ने 35 गेंद पर 48, डेवाल्ड ब्रेविस ने 33 गेंद पर 37 और टिम डेविड ने 11 गेंदों पर 34 रन बनाए। उसने 19.1 ओवर में पांच विकेट पर 160 रन बनाकर मैच अपने नाम कर लिया। दिल्ली के लिए शार्दुल ठाकुर और खलील अहमद ने दो-दो विकेट लिए। उसकी हार से रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम प्लेऑफ में पहुंच गई।
मैच में टर्निंग पॉइंट्स
1. ब्रेविस को मिला जीवनदान:
दिल्ली के लिए 12वें ओवर में कुलदीप यादव गेंदबाजी करने के लिए आए। उन्होंने तीसरी गेंद पर ईशान किशन को डेविड वॉर्नर के हाथों कैच करा दिया। अगली गेंद पर तिलक वर्मा ने एक रन लिया। पांचवीं गेंद पर विस्फोटक बल्लेबाज डेवाल्ड ब्रेविस लंबा शॉट मारना चाहते थे, लेकिन सही से नहीं खेल पाए। गेंद ऊपर चली गई। नीचे विकेटकीपर ऋषभ पंत ने सबको कैच लेने से मना कर दिया। 

उनके लिए यह एक आसान कैच था, लेकिन पंत ने छोड़ दिया। इसे देखकर सभी हैरान रह गए। ब्रेविस 25 रन पर खेल रहे थे। उन्होंने 33 गेंद पर 37 रन बनाए और तिलक वर्मा के साथ तीसरे विकेट के लिए महत्वपूर्ण 19 रन जोड़कर टीम को 100 रन के करीब पहुंचा दिया।

2. टिम डेविड के खिलाफ रिव्यू नहीं लिया: शार्दुल ठाकुर ने 15वें ओवर की तीसरी गेंद पर ब्रेविस को आउट कर दिया। उनके बाद टिम डेविड क्रीज पर आए। शार्दुल ने उन्हें फुल लेंथ की गेंद फेंकी। डेविड उसे कट करना चाहते थे, लेकिन गेंद बल्ले से लगकर पंत के दस्तानों में चली गई। खिलाड़ियों ने अपील की, लेकिन अंपायर ने आउट नहीं दिया। इसके बाद पंत ने रिव्यू नहीं लिया। रिप्ले में यह साफ दिख रहा था कि गेंद और बल्ले में संपर्क हुआ था। डेविड को जीवनदान मिल गया और उन्होंने अगली 10 गेंदों पर 34 रन ठोक कर दिल्ली को मैच से बाहर कर दिया।
दोनों कप्तानों का कैसा रहा प्रदर्शन?
बल्लेबाजी में तो रोहित शर्मा पर पंत भारी रहे। उन्होंने 33 गेंद पर 39 रन बनाए। इस दौरान चार चौके और एक छक्का लगाया। उनकी पारी की बदौलत दिल्ली की टीम 100 रन को पार कर सकी। दूसरी ओर, रोहित शर्मा का खराब फॉर्म जारी रहा। 13 गेंद पर दो रन बनाकर आउट हो गए। उन्होंने सीजन में एक भी अर्धशतक नहीं लगाया। हालांकि, फील्डिंग के दौरान पंत से बेहतर कप्तानी रोहित ने की। अपने अनुभव का पूरा फायदा उठाते हुए गेंदबाजों को बेहतर तरीके से रोटेट किया। अलग-अलग खिलाड़ियों के लिए उनकी अलग योजना मैदान पर दिख रही थी। पंत ने कई गलत फैसले लिए। जिसका खामियाजा टीम को भुगतना पड़ा।
दिल्ली के लिए मैच में क्या-क्या हुआ?
सकारात्मक पक्ष:
बल्लेबाजी में रोवमन पॉवेल, ऋषभ पंत और अक्षर पटेल ने योगदान दिया। तीनों ने टीम को 150 के पार पहुंचाने में मदद की। गेंदबाजी में खलील अहमद, मिचेल मार्श, कुलदीप यादव ने प्रभावित किया। खलील ने 3.1 ओवर में 24 रन दिए। मार्श ने दो ओवर में सात रन दिए, लेकिन कप्तान ने आगे उन्हें ओवर नहीं दिया। कुलदीप ने चार ओवर में 33 रन देकर एक विकेट अपने नाम किया।

नकारात्मक पक्ष: अहम मुकाबले में दिल्ली के शीर्ष तीन बल्लेबाज फेल रहे। डेविड वॉर्नर पांच रन बनाकर पवेलियन लौट गए। मिचेल मार्श खाता भी नहीं खोल सके। पृथ्वी शॉ जमने के बाद आउट हो गए। 23 गेंद पर 24 रन बनाए। मध्यक्रम में सरफराज खान सात गेंद पर सिर्फ 10 रन बना सके। गेंदबाजी में एनरिच नोर्त्जे ने जरूर दो विकेट लिए, लेकिन चार ओवर में 37 रन लुटाए। यही हाल शार्दुल का भी रहा। उन्होंने तीन ओवर में 32 रन देकर दो विकेट लिए। अक्षर ने तीन ओवरों में 26 रन लुटा दिए।
मुंबई के लिए मैच में क्या-क्या हुआ?
सकारात्मक पक्ष:
गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह फॉर्म में वापस लौट चुके हैं। उन्होंने चार ओवर में 25 रन देकर तीन विकेट लिए। डैनियल सैम्स ने चार ओवर में 30 रन देकर एक विकेट अपने नाम किया। मयंक मार्कंडे ने चार ओवर में 26 रन ही दिए। एक सफलता भी उन्हें मिली। राइली मेरेडिथ ने दो ओवर में सिर्फ नौ रन दिए। बल्लेबाजी में ईशान किशन, डेवाल्ड ब्रेविस, टिम डेविड और तिलक वर्मा ने उपयोगी पारियां खेलीं। चारों ने मिलकर टीम को जीत दिला दी। रमनदीप ने छह गेंद पर नाबाद 13 रन बनाकर मैच को फिनिश किया।

नकारात्मक पक्ष: गेंदबाजी में ऋतिक शौकीन और रमनदीप सिंह महंगे साबित हुए। शौकीन ने चार ओवर में 34 रन दिए। रमनदीप ने दो ओवरों में ही 29 रन दे दिए। हालांकि, उन्हें दो सफलता मिली। बल्लेबाजी में रोहित शर्मा एक बार फिर से फेल हो गए। उनका फॉर्म अब टीम इंडिया के लिए चिंता का विषय है। आगे आने वाली सीरीज और बड़े टूर्नामेंट के लिए रोहित का फॉर्म में लौटना बहुत जरूरी है।

विस्तार

बात 10 अक्टूबर 2021 की है। आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच क्वालीफायर-1 मैच खेला जा रहा था। चेन्नई को आखिरी ओवर में जीत के लिए 13 रन बनाने थे। ऐसे में दिल्ली के कप्तान ऋषभ पंत ने सबको चौंकाते हुए टॉम करन को गेंदबाजी के लिए बुलाया। कगिसो रबाडा का एक ओवर बाकी था। क्रीज पर महेंद्र सिंह धोनी थे। करन ने पहली गेंद पर मोईन अली को आउट कर दिया था। इसके बाद धोनी ने लगातार दो गेंदों पर चौके जड़े। फिर करन ने वाइड गेंद की। उसके बाद धोनी ने एक और चौका लगाकर मैच जीत लिया। रबाडा को गेंदबाजी नहीं देना पंत को महंगा पड़ा।

अब बात 21 मई 2022 की करते हैं। मुंबई को जीत के लिए आखिरी 36 गेंदों पर 68 रन बनाने थे। शार्दुल ठाकुर ने 15वें ओवर की तीसरी गेंद पर खतरनाक डेवाल्ड ब्रेविस को आउट कर दिया। उनके बाद विस्फोटक बल्लेबाज टिम डेविड क्रीज पर आए। शार्दुल की फुल लेंथ की गेंद को डेविड कट करना चाहते थे, लेकिन गेंद विकेटकीपर पंत के हाथों में चली गई। ऐसा लग रहा था कि गेंद डेविड के बल्ले से लगकर गई है, लेकिन पंत ने रिव्यू नहीं लिया। बाद में रिप्ले में पता चला कि गेंद ने बल्ले को छुआ था। डेविड बाल-बाल बच गए। पंत की गलती से उन्हें एक जीवनदान मिल गया।

दिल्ली कैपिटल्स के लिए लगातार दो सीजन में ये दो वाकये भूलने वाले हैं। उसने श्रेयस अय्यर की जगह पंत को कप्तान बनाए रखने का फैसला किया, लेकिन यह गलत साबित हो रहा है। पंत अहम मौकों पर सही निर्णय नहीं ले पा रहे हैं। इसका खामियाजा टीम को उठाना पड़ रहा है। 2021 में तो पहला क्वालीफायर हारने के बाद दूसरा मौका मिल गया था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। टीम की किस्मत उसके हाथ में ही थी। अगर मैच जीत लेती तो प्लेऑफ में चली जाती। टिम डेविड ने 11 गेंदों पर 34 रन ठोक दिए। कप्तान की एक गलती के कारण टीम को टूर्नामेंट से ही बाहर होना पड़ा।



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