Mission Rail Karmayogi: रेलवे के 68 डिव‍िजनों में तैयार होंगे एक हजार ‘मास्‍टर ट्रेनर’, एक लाख रेलकर्म‍ियों को देंगे ये खास ट्रेन‍िंग


नई द‍िल्‍ली. भारत सरकार (Government of India) की ओर से 20 स‍ितंबर, 2020 को म‍िशन कर्मयोगी (Mission Karmayogi) पहल का शुभारंभ क‍िया गया था. इस पहल को भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने सबसे पहले अपनाने की शुरूआत की है. रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) के आदेशों पर म‍िशन रेल कर्मयोगी (Mission Rail Karmayogi) प्रोजेक्‍ट के अंतर्गत रेलवे के 68 ड‍िविजनों से 1,000 मास्टर ट्रेनर (Master Trainer) तैयार क‍िए जाएंगे ज‍िनको भारतीय रेलवे परिवहन प्रबंधन संस्थान (IRITM) से ट्रेन‍िंग दी जाएगी. यह मास्‍टर ट्रेनर बाकी रेलकर्म‍ियों को चरणबद्ध तरीके से फील्ड में ट्रेन‍िंग देंगे. अब तक करीब 51 हजार रेलकर्म‍ियों को ट्रेन‍िंग भी दी जा चुकी है.

दरअसल, म‍िशन कर्मयोगी पहल की शुरूआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की ओर से की गई थी. लेक‍िन रेलवे ने इसको सबसे पहले अपनाते हुए अपने कर्मचार‍ियों को ट्रेन‍िंग देकर यात्र‍ियों को बेहतर से बेहतर सुव‍िधाएं देने के मकसद से शुरूआत की है.

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रेल मंत्रालय क मुताब‍िक भारतीय रेलवे परिवहन प्रबंधन संस्थान (IRITM) के हर बैच में अलग–अलग जोन के सात मंडलों (डिवीजनों) के मास्टर ट्रेनर शामिल हैं. अब तक 68 में से 49 ड‍िविजनों यानी आधे से अधिक ड‍िव‍िजन के मास्टर ट्रेनरों के आठ बैचों को कवर किया गया है. वर्तमान में 8वां बैच आईआरआईटीएम में ट्रेन‍िंग भी प्राप्त कर रहा है. यह मास्टर ट्रेनर पहले ही अपने क्षेत्र में 51,000 से अधिक फील्ड प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षित कर चुके हैं.

IRITM से पहले लेंगे खुद ट्रेन‍िंग, फ‍िर आगे देंगे ट्रेन‍िंग
अच्‍छी बात यह है कि यह मास्‍टर ट्रेनर पहले खुद आईआरआईटीएम से प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं, उसके बाद फील्ड प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षित करते हैं. रेल मंत्रालय का कहना है क‍ि प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए अनुकूलित पाठ और ऑडियो-विजुअल सामग्री तैयार करने हेतु क्षमता निर्माण एवं व्यवहार परिवर्तन के विशेषज्ञों की मदद ली गई है. सूचना प्रौद्योगिकी के व्यापक उपयोग को एक ‘गेम-चेंजर’ के रूप में परिकल्पित किया गया है क्योंकि यह निगरानी एवं मूल्यांकन के सख्त मानदंडों को बनाए रखते हुए ‘किसी भी समय, किसी भी स्थान पर और किसी भी उपकरण को सीखना’ सुनिश्चित करेगा.

छह माह के भीतर एक लाख कर्मचार‍ियों को ट्रेन‍िंग देने का लक्ष्‍य
बताया जाता है क‍ि इस प्रोग्राम के तहत छह माह के भीतर करीब एक लाख अग्रिम पंक्ति (Frontline Workers) के रेलवे कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने का प्रयास किया जाएगा. मिशन रेल कर्मयोगी का उद्देश्य नागरिक केंद्रित प्रशिक्षण प्रदान करके इन अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों के दृष्टिकोण में बदलाव लाना – पहला उन्हें ‘सेवा करने का इरादा’ विकसित करने में मदद करना और दूसरा उनकी ‘सेवा करने की क्षमता’ का निर्माण करना है.

भारतीय रेल की छवि को मजबूत करने में होगी बड़ी भूमिका
इस प्रोजेक्‍ट को अग्रिम पंक्ति के रेलवे कर्मचारियों के व्यक्तिगत प्रदर्शन को बेहतर बनाने के साथ-साथ एक उत्तरदायी और कुशल संगठन के रूप में भारतीय रेल की छवि को मजबूत करने में बड़ी भूमिका निभाने के लिए डिजाइन किया गया है. रेल कर्मियों को ट्रेन‍िंग देने के लिए तैयार किए गए पाठ्यक्रम सामग्री को बाद के सालों में भारत सरकार के ऑनलाइन प्रशिक्षण प्लेटफॉर्म आईजीओटी पर भी अपलोड क‍िया जाएगा.

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