Mohan Kapur: पाकिस्तानी कलाकारों पर बैन के मसले पर बोले मोहन कपूर, कला पर पाबंदी नहीं होनी चाहिए


मार्वल स्टूडियो की वेब सीरीज ‘मिस मार्वल’ में पहली बार किसी मुस्लिम सुपर हीरो को देखा जा रहा है। इस सीरीज में भारतीय अभिनेता मोहन कपूर सुपरहीरो कमाला खान के पिता युसूफ का किरदार निभा रहे हैं। माना जा रहा है कि इस सीरीज के जरिए मोहन कपूर की हॉलीवुड में एंट्री हो चुकी है, लेकिन मोहन कपूर इससे पहले हॉलीवुड की एक फिल्म में काम कर चुके हैं। हाल ही मोहन कपूर ने ‘मिस मार्वल’ से जुड़े कुछ किस्से शेयर किए, आइये जानते हैं क्या है वो किस्से ….

 मिस मार्वल से पहले इस  हॉलीवुड  फिल्म का रहे हिस्सा  

‘चार पांच साल पहले एक हॉलीवुड ‘हार्टबीट’ फिल्म की शूटिंग इंडिया में कर रहा था। उस फिल्म के निर्माता एंड्रिया चुंग  ने कहा कि तुम यहां क्या कर रहे हो ? तुम मेरे साथ हॉलीवुड चलो।  तुम्हारा व्यक्तित्व, तुम्हारी एक्टिंग और आवाज हॉलीवुड के लायक है।  उन्होंने वहां के एक टैलेंट मैनेजर के साथ मुझे साइन करवा दिया, लेकिन आलस्य की वजह से मैं अपना वर्क वीजा नहीं बनवा पाया। फिर कोविड के दौरान टैलेंट मैनेजर ने मुझे एक स्क्रिप्ट भेजी और बोले इसका ऑडिशन  बना के भेज दो।’ 

‘मिस मार्वल’ के लिए इस तरह से हुआ ऑडिशन 

मोहन कपूर कहते है, ‘ टैलेंट मैनेजर ने ऑडिशन के लिए जो सीन भेजा था, वो एक बाप का था जो अमेरिका में रहते हुए भी टिपिकल पाकिस्तानी कल्चर को मानने वाला है।  वह अपनी बेटी को समझाता है कि एवेंजर कोन के फेस्टिवल में भाग न ले, उनकी चिंता का कारण यह है कि ऐसे फेस्टिवल में बुरे लड़के भाग लेते हैं, लेकिन बेटी का डायलॉग  था कि अब मै तो 17 साल की हो गई हूँ अब  कहीं जाने में डर कैसा ? कुछ इस तरह की स्क्रिप्ट थी और मैंने ऑडिशन बना कर भेज दिया, उन्हें मेरा ऑडिशन पसंद आया और उन्होंने मेरा वर्क वीजा भी बनवा कर भेज दिया और मैं अक्टूबर 2020 में ‘मिस मार्वल’ के शूट पर था।’

लेखक अच्छा हो तो कोई भी कर सकता है अच्छी एक्टिंग 

मोहन कपूर कहते है,  ‘शूटिंग से दो तीन हफ्ते पहले ही हमें बुला लिया गया था।  वो लोग बहुत आगे की प्लानिंग के साथ काम करते हैं। रिहर्सल पर ही वो लोग कॉस्टयूम, मेकअप, हेयर सब पर पूरी डिटेलिंग के साथ काम करते हैं।  उसके बाद शूटिंग शुरू होती है।  शूटिंग के पहले दिन खान परिवार का इंट्रोडक्शन सीन था, शूटिंग के समय सभी कलाकारों से एक अजीब सा रिश्ता हो गया।  अगर इस सीरीज में मैं अपने किरदार को आसानी से निभा पाया तो इसका श्रेय लेखक को जाता है।  लेखक ही सबकुछ होता होता है।  अगर अच्छा लेखक है तो मोहन कपूर भी अच्छी एक्टिंग कर सकते हैं अगर लेखक अच्छा नहीं है तो बड़ा से बड़ा स्टार भी अच्छी एक्टिंग नहीं कर सकता।’ 

केविन फीगे ने बढ़ाया हौसला 

मोहन कपूर कहते है,  ‘शूटिंग के दौरान एक दिन मार्वल स्टूडियो के प्रेसिडेंट केविन फीगे आए।  उन्होंने कहा कि मैं सुपर हीरो की फिल्में बनाता हूं। इस तरह की फिल्में बनाते बनाते मेरे अंदर एक सुपर हीरो की छवि आ गई मैं खुद को सुपर हीरो समझता हूं।  लेकिन आप का पिता का किरदार देख कर, मैं आप जैसा पिता बनना चाहता हूं ।  इस तरह से उन्होंने मेरा हौसला बढ़ाया।  इतनी बढ़ी शख्सियत जब आपके बारे में ऐसी बात कहती है तो आत्मविश्वास बहुत बढ़ जाता है. मेरे लिए यह बहुत बड़ा कोम्प्लिमेंट था।’



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