एक करोड़ में हुई थी मूसेवाला की हत्या: शूटरों को मिले 5-5 लाख रुपये, होटल-वाहनों का खर्च भी उठाया, पूछताछ में बड़े खुलासे


गैंगस्टरों ने पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या का खूनी खेल एक करोड़ रुपये में खेला था। इस हत्याकांड में शामिल सभी अपराधियों को उनके काम के हिसाब से पैसा दिया गया, जिनमें शूटरों को 5-5 लाख रुपये मिले और उनके फरार होन के लिए वाहन और रास्ते में होटलों में ठहरने का खर्च अलग से किया गया। मूसेवाला की रेकी करने और अपराधियों को लाजिस्टिक मुहैया कराने वालों को भी कुछ पैसा दिया गया। यह सारा खुलासा पंजाब पुलिस द्वारा दिल्ली से प्रोडक्शन वारंट पर लाए गए प्रियव्रत फौजी और कशिश से पूछताछ में हुआ है। सूत्रों के अनुसार, आरोपियों से पूछताछ में जांच अधिकारियों को यह भी पता चला है कि कड़ी सुरक्षा में रह रहे सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए शूटरों को ट्रेनिंग भी दी गई थी और हत्या का पूरा प्लान क्रमबद्ध किया गया था। इसी में तय किया गया था कि मूसेवाला पर हमले के समय सबसे पहले गोली कौन चलाएगा और उसके बाद बाकी शूटर किस तरह फायरिंग करेंगे, ताकि गायक की मौके पर ही मौत हो जाए।

हत्या के लिए एके-47 समेत अन्य अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल किया गया, जिन्हें चलाने की ट्रेनिंग भी शूटरों को दी गई, ताकि हमले के समय कोई गलती न हो। दोनों आरोपियों ने पूछताछ में यह भी बताया कि वारदात के समय उनके पास 10 लाख रुपये कैश थे। उन्होंने जांच अधिकारियों को यह भी बताया कि यह सारा कैश कनाडा में छिपे गोल्डी बराड़ द्वारा उपलब्ध कराया गया था, जबकि दूसरे साथियों को अलग से पैसा दिया गया। जांच अधिकारी प्रियव्रत और कशिश से मिली इस सारी जानकारी की कड़ियां जोड़ रहे हैं ताकि जांच रिपोर्ट अदालत में पेश करते समय अपराधियों के बच निकलने का कोई रास्ता न बचे। इसी के तहत जांच अधिकारियों ने वारदात की जगह पर हत्या के सीन को दोहराने का फैसला किया है, जिसके लिए प्रियव्रत और कशिश समेत शूटरों के वाहन चलाने वालों को भी घटनास्थल पर ले जाया जाएगा। 

हत्याकांड में इस्तेमाल हुए अत्याधुनिक हथियार

गोल्डी बराड़ के कहने पर ही प्रियवर्त और अंकित सेरसा को पंजाब-हरियाणा सीमा पर एक खाली खेत में अत्याधुनिक विदेशी हथियार चलाने की पूरी ट्रेनिंग भी दी गई थी। इन हथियारों में जर्मनी की हेकलर व कोट हैंडगन, स्टार पिस्टल, ग्लाक पिस्टल, तुर्की की जिगाना सेमी आटोमेटिक और एके-47 शामिल थीं। मानसा के निकट ही पंजाब-हरियाणा सीमा पर एक सुनसान जगह पर खाली खेत में हथियारों की ट्रेनिंग दी गई।

मनु कुस्सा ने चलाई मूसेवाला पर पहली गोली

मोगा निवासी शार्प शूटर मनप्रीत मनु कुस्सा ने सिद्धू मूसेवाला पर पहली गोली चलाई थी, जिसे लेकर कुस्सा का दावा है कि उसकी गोली से ही मुसेवाला की मौत हो गई थी। मनु कुस्सा द्वारा मूसेवाला पर सबसे पहले गोली चलाने का प्लान गोल्डी बराड़ द्वारा बनाया गया था, जिसे लेकर खुलासा हुआ है कि पंजाब पुलिस ने मनु कुस्सा को कुछ समय पहले गिरफ्तार कर जेल भेजा था। 

जेल में बंद कुछ कैदियों ने मनु कुस्सा की पिटाई कर दी, जिसे लेकर मनु कुस्सा को शक था कि बंबीहा गैंग ने ही उस पर हमला करवाया है। इसके बाद मनु कुस्सा बंबीहा गैंग से बदला लेने की योजना बनाने लगा, जिसका फायदा उठाते हुए गोल्डी बराड़ ने सभी शूटरों से कह दिया कि मूसेवाला पर पहली गोली मनु कुस्सा ही चलाएगा।



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