दिल्ली के विवेक विहार के कस्तूरबा नगर इलाके में 26 जनवरी को महिला के साथ हुई हैवानियत के मामले में जमकर राजनीति हो रही है। सोशल मीडिया पर पीड़ित महिला के सिख होने की बात कर इस मामले को तूल देने का प्रयास किया जा रहा है। इसी ऊहापोह में सोमवार देर रात को पंजाब से करीब 100-150 निहंग सिख कस्तूरबा नगर पहुंच गए। लोकल पुलिस को पता चला तो उनके हाथ-पैर फूल गए। फौरन वरिष्ठ अधिकारी वहां पहुंचे और समझा-बुझाकर निहंगों को वहां से वापस भेजा। मंगलवार को पुलिस ने पीड़ित परिवार के कुछ वीडियो भी जारी किए, जिसमें परिवार के सदस्य खुद को भेरकूट जाति और हिन्दू होने की बात कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि हालात को देखते हुए पुलिस ने पूरे कस्तूरबा नगर इलाके की नाकाबंदी कर वहां धारा-144 लगा दी है। जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी धारा-144 की बात से इंकार कर रहे हैं। फिलहाल लोकल पुलिस के अलावा इलाके में भारी मात्रा में अर्द्धसैनिक बलों को तैनात कर दिया है।
सूत्रों का कहना है कि पंजाब चुनाव में इस घटना का खूब इस्तेमाल किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर हुए दुष्प्रचार के बाद सोमवार को पुलिस को सामने आकर ऐसा न करने के लिए कहा गया। पुलिस ने सख्त एक्शन लेते हुए सोमवार को गलत बयानी करने वाले तीन लोगों के खिलाफ मामले भी दर्ज कर लिया।
सोशल मीडिया पर हुए दुष्प्रचार के बाद सोमवार देर रात करीब 11.00 बजे बसों में सवार होकर 100-150 सिख निहंग कस्तूरबा नगर इलाके में पहुंच गए। सूत्रों का कहना है कि सभी पंजाब से दिल्ली पहुंचे थे।
वारदात का पता चलते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारी वहां पहुंचे। बाद में समझा-बुझाकर इन सभी को वहां से भेजा गया। रात को सभी निहंग आसपास के गुरुद्वारों में रुक गए थे। इलाके में कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए रात में ही पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई।