अमर उजाला नेटवर्क, उधमपुर
Published by: विमल शर्मा
Updated Sat, 07 May 2022 03:01 AM IST
सार
कोर कमांडर ने कहा कि मौजूदा समय में लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर स्थिति सामान्य है। फिर भी इसे लेकर सेना सतर्क है। पर्याप्त संख्या में तैनाती और उपकरण लगाए गए हैं। किसी भी परिस्थिति से के लिए पहले से तैयारी की जा चुकी है। चीन के साथ वार्तालाप लगातार जारी है।
Lt Gen Upendra Dwivedi
– फोटो : पीआरओ
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विस्तार
सेना की उत्तरी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि संघर्ष विराम के बाद से सरहद पर हालात सामान्य हैं, लेकिन पाकिस्तान घुसपैठ के हथकंडे से बाज नहीं आ रहा है। सीमा पार छह बड़े और 29 छोटे आतंकी शिविर सक्रिय हैं। अस्थायी लांच पैड से 200 आतंकी घुसपैठ की फिराक में हैं। उन्होंने कहा कि सभी लांचिंग पैड पाकिस्तान की सेना व अन्य एजेंसियों की मदद से चल रहे हैं और भीतरी इलाकों से घुसपैठ की जा रही है। जंगल, बर्फ से लदे पहाड़ों, अंतरराष्ट्रीय सीमा के जरिए जम्मू, पंजाब व नेपाल से आतंकी प्रवेश कर रहे हैं।
सेना व सुरक्षा बल इन घुसपैठियों का सफाया कर रहे हैं
सेना व सुरक्षा बल इन घुसपैठियों का सफाया कर रहे हैं। कश्मीर में 40 से 50 स्थानीय आतंकी मौजूद हैं। विदेशी आतंकियों के अभी सही आंकड़े नहीं है। द्विवेदी ने कहा कि स्थानीय आतंकियों के पास हथियार चलाने का प्रशिक्षण नहीं है। इनको केवल पिस्टल चलाना ही आता है। इनको विदेशी आतंकी प्रशिक्षण देने का काम कर रहे हैं। मौजूदा समय में लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर स्थिति सामान्य है। फिर भी इसे लेकर सेना सतर्क है। पर्याप्त संख्या में तैनाती और उपकरण लगाए गए हैं। किसी भी परिस्थिति से के लिए पहले से तैयारी की जा चुकी है। चीन के साथ वार्तालाप लगातार जारी है। कोर कमांडर स्तर की बैठकें हो चुकी हैं। 11 मार्च 2022 तक कुल 15 बैठकें हो चुकी हैं।
370 हटने के बाद तिरंगा ही उठा रहे लोग
लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद स्थिति में व्यापक बदलाव आया है। कश्मीर दौरे के दौरान डीडीसी से सवाल किया तो डीडीसी ने बताया कि उनकी बेटी कान्वेंट स्कूल में पढ़ती है और जब 15 अगस्त आता था, तो शिक्षक देश का झंडा लेकर आने को कहते थे। बेटी घर आकर पूछती कि कौन से देश का झंडा लेकर जाना है। लेकिन, अनुच्छेद 370 हटने के बाद अब उनको पता है कि एक ही झंडा तिरंगा लेकर जाना है। पांच अगस्त 2019 के बाद उनको पता है कि भारत का झंडा ही उनकी पहचान है।
पाकिस्तान की तरफ से युवा व किशोर वर्ग को किया जा रहा गुमराह
पाकिस्तान की तरफ से युवा व किशोर वर्ग को इस्तेमाल किया जा रहा है। कई ऑपरेशन में सामने आया है कि मां बाहर खड़ी होती है और आतंकी बने बच्चे को बाहर बुला रही होती है। लेकिन उसके साथ मौजूद विदेशी आतंकी उसको बाहर आने नहीं देते। हो सकता है कि उस विदेशी आतंकी ने उसको अपनी ढाल बना रखा हो। जब उसकी मौत हो जाती है, तो कुछ कहा नहीं जा सकता है कि उसकी मौत एनकाउंटर में हुई है या फिर विदेशी आतंकी की गोली से हुई है। कश्मीर के युवा व किशोर वर्ग के लिए सेना कई तरह के कार्यक्रम चला रही है। आर्मी गुडविल स्कूल में 15 हजार बच्चों को सही रास्ता दिखाया जा रहा है। उन्हें भारत के बारे में जानकारी दी जा रही है। बहुत बच्चों को पढ़ने के लिए बाहर भी भेजा जा रहा है। बच्चों को समझ आ रहा है कि पाकिस्तान उनको गलत राह पर चला रहा है।
अमरनाथ यात्रियों को सुरक्षा के साथ सुविधाएं देगी सेना
उत्तरी कमान प्रमुख ने कहा कि अमरनाथ यात्रा में सेना हर बार की तरह इस बार भी पर्याप्त सुरक्षा बंदोबस्त सुनिश्चित करेगी। कश्मीर में नियुक्त सेना के अधिकारियों ने भी बैठक कर एसओपी जारी किए हैं। इस बार दोगुनी संख्या में अमरनाथ यात्रियों के पहुंचने की संभावना है। सेना, पुलिस, प्रशासन व एनजीओ को मिलकर काम करना पड़ेगा। सेना ने सैनिटाइजेशन का काम शुरू कर दिया है। जल्द ही अमरनाथ यात्रा को लेकर अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात किए जाएंगे। यात्रियों की सुविधा के लिए भी सेना की तरफ से काम किया जाएगा।
एलएसी पर आधुनिक हथियार, संचार कौशल से लैस है सेना
सेना की तरफ से एलएसी पर एकीकृत समाधान व आधुनिक तकनीक के साथ काम किया जा रहा है। संचार कौशल को विकसित किया जा रहा है। आधुनिक तकनीक पर विशेष तौर पर काम किया जा रहा है। भारतीय सेना के पास सुरक्षा के लिए विश्व स्तर के आधुनिक हथियार मौजूद हैं। बुलेट प्रूफ जैकेट और कई तरह के ड्रोन भी उपलब्ध करवाए गए हैं। काउंटर सर्विलांस की भी पूरी व्यवस्था है।
आतंकियों तक पहुंच रहे अफगानिस्तान में अमेरिकी के छोड़े हथियार
उत्तरी कमान प्रमुख ने कहा कि अफगानिस्तान में अमेरिका के छोड़े गए हथियार कश्मीर में आतंकियों तक पहुंच रहे हैं। पिछले कुछ ऑपरेशन में एम 4 राइफल मिली है, जो अमेरिका निर्मित है। नाइट विजन डिवाइस मिले हैं। यह मेड इन यूके और चाइना के हैं। ड्रोन से भी हथियार गिराए गए हैं। यह कहना मुश्किल होगा कि कितने हथियार आतंकियों तक पहुंच चुके हैं। सेना प्रयास कर रही है कि यह उपकरण प्रशिक्षित आतंकियों तक न पहुंच पाएं। इसमें काफी हद तक कामयाबी मिली है। सेना की तरफ से लगातार आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया जा रहा है।
कश्मीर की जनता के सामने होते हैं सभी अभियान
राजनीतिक दल की तरफ से सेना के अभियान को लेकर सवाल खड़े करने के सवाल पर उत्तरी कमान प्रमुख ने कहा कि आतंकी अभियान को लेकर राजनीतिक लोगों के सवाल को लेकर कुछ कहा नहीं जा सकता है। सेना के सभी अभियान कश्मीर की जनता देख रही होती है। सेना की तरफ से इसमें कुछ छिपाया नहीं जाता है। पूरा देश जानता है कि देश की सेना किस तरह काम करती है।
… तब हट जाएगा अफस्पा
द्विवेदी ने कहा कि जिस दिन डीडीसी, डीसी व पुलिसकर्मी बिना सुरक्षा के बाहर निकलेंगे, उस दिन से अफस्पा हट जाएगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अफस्पा हटने का सबसे सही संकेत यही होगा।